देहरादून: उत्तरकाशी टनल हादसे में फंसे मजदूरों को कंपनी की तरफ से बोनस और जो लोग सुरंग में फंसे थे, उन्हें आर्थिक सहायता के तौर पर दो-दो लाख रुपए की देने की घोषणा की है. यह घोषणा कंपनी के सीनियर इंजीनियर ने कंपनी के एमडी की ओर से की है. उन्होंने बताया है कि 41 मजदूरों को दो-दो लाख रुपये और 3 महीने का वेतन दिया जाएगा. जो कर्मचारी लगातार टनल में रेस्क्यू ऑपरेशन में काम कर रहे थे, उन्हें 2 महीने की सैलरी बोनस के तौर पर दी जाएगी.
टनल से निकले मजदूरों के लिए कंपनी ने खोला खजाना: कंपनी के साथ टनल प्रोजेक्ट में लगभग 1100 कर्मचारी काम कर रहे थे. इनमें से 41 कर्मचारी दीपावली की सुबह टनल के टूट जाने की वजह से अंदर फंस गए थे. 17 दिन तक चल रेस्क्यू अभियान के बाद उन्हें मंगलवार रात को निकाला गया. उत्तराखंड सरकार ने सुरंग में फंसे मजदूरों को एक-एक लाख रुपए राहत राशि के तौर पर दिए हैं. वहीं 50-50 हजार रुपए उन रैट माइनर्स को दिए हैं, जिन्होंने 16 घंटे की मशक्कत के बाद सभी लोगों को सुरक्षित निकालने में अहम भूमिका निभाई थी.
मजदूरों को 48 घंटे बाद घर जाने की इजाजत: राज्य सरकार ने इसके साथ ही एम्स में भर्ती सभी मजदूरों को 48 घंटे तक ऑब्जर्वेशन में रखने के बाद अपने-अपने घर जाने की इजाजत दी है. खास बात यह है कि राज्य सरकार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्देश पर एक-एक कर्मचारी को घर भेजने तक की व्यवस्था भी कर रही है. उत्तरकाशी के जिला अधिकारी अभिषेक रोहेला की मानें तो जिला प्रशासन की टीम आज सुबह भी टनल के आसपास का मुआयना करके आई है. हम यह देख रहे हैं कि टनल के आसपास कोई एक्टिविटीज फिलहाल ना हों. हमने सभी को टनल के अंदर जाने से रोका हुआ है. पुलिस प्रशासन की टीम भी आगामी आदेश तक यहां पर रहेगी.
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