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महेंद्र भट्ट के बाद सीएम धामी ने वन मंत्री और MLA का विवाद सुलझाया, कमेटी करेगी शिकायत की जांच

CM Dhami resolved the dispute between minister and MLA पिछले दो दिन से उत्तराखंड के वन मंत्री सुबोध उनियाल और उत्तरकाशी जिले की पुरोला सीट से विधायक दुर्गेश्वर लाल का विवाद छाया हुआ था. पहले बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने मामला सुलझाने की कोशिश की. इसके बाद भी जब दोनों नेताओं में तल्खी बनी रही तो सीएम धामी को दोनों को बुलाकर विवाद सुलझाना पड़ा. अब विधायक दुर्गेश्वर लाल द्वारा की गई शिकायत की एक कमेटी जांच कर रही है. कमेटी की रिपोर्ट के बाद ही आगे की कार्रवाई होगी.

Minister MLA controversy
मंत्री विधायक विवाद समाचार
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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Jan 4, 2024, 8:19 AM IST

Updated : Jan 4, 2024, 10:33 AM IST

विवाद हुआ खत्म!

देहरादून: कैबिनेट मंत्री और भाजपा विधायक दुर्गेश्वर लाल के बीच हुए विवाद का मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने संज्ञान लिया है. साथ ही मंत्री और विधायक के विवाद को सुलझाने को लेकर सीएम ने कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल और पुरोला विधायक दुर्गेश्वर लाल को एक साथ बिठाया.

सीएम धामी ने मंत्री उनियाल और विधायक का विवाद सुलझाया: सीएम धामी ने दोनों नेताओं का पक्ष जाना. फिर समझाते हुए दोनों नेताओं के बीच हुए मनमुटाव को खत्म करवाया. साथ ही यह निर्णय लिया गया है कि पुरोला विधायक दुर्गेश्वर लाल का जो शिकायती प्रकरण है, उस मामले की जांच के लिए कमेटी गठित की जाएगी. फिर रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जाएगी.

ये था पूरा मामला: बता दें कि पुरोला विधानसभा सीट से भाजपा विधायक दुर्गेश्वर लाल ने टौंस और गोविंद वन्यजीव विहार के डीएफओ के अटैचमेंट की मांग को लेकर वन मंत्री सुबोध उनियाल के सरकारी आवास के बाहर धरना दिया था. साथ ही उस दौरान कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल पर दुर्व्यवहार करने का आरोप भी लगाया था. मामला एक ही पार्टी से जुड़ा होने के चलते भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने भी इसका संज्ञान लिया. इसके बाद विधायक दुर्गेश्वर लाल के न सिर्फ तेवर नर्म पड़ गए, बल्कि सुर भी बदल गए. लेकिन मंत्री और विधायक के बीच मनमुटाव का जारी रहा.

कमेटी करेगी मामले की जांच: जिसके चलते खुद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस पूरे मामले का संज्ञान लिया. उन्होंने अपनी मौजूदगी में ही मंत्री और विधायक के बीच सुलह करवाते हुए मनमुटाव को दूर करवाया. मुलाकात के बाद विधायक दुर्गेश्वर लाल ने कहा कि उनका विधानसभा क्षेत्र एक सीमावर्ती क्षेत्र है. इस क्षेत्र के डीएफओ के तानाशाही रवैये के चलते वन मंत्री सुबोध उनियाल से मुलाकात की थी. ऐसे में सीएम धामी की अध्यक्षता में मंत्री सुबोध उनियाल और उनकी मुलाकात हुई है. साथ ही कहा कि जनता सर्वोपरि है. जिसको देखते हुए सीएम धामी ने इस प्रकरण की जांच के लिए एक कमेटी बना दी है. लिहाजा, कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जायेगी.
ये भी पढ़ें: BJP विधायक दुर्गेश्वर लाल ने अपने ही सरकार के मंत्री पर लगाए गंभीर आरोप, CM के सामने रखा पक्ष
ये भी पढ़ें: उत्तराखंड बीजेपी में बवाल! विधायक ने पहले मांगा मंत्री का इस्तीफा, आज बदले सुर, संगठन ने दी हिदायत

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सीएम धामी ने मंत्री उनियाल और विधायक का विवाद सुलझाया: सीएम धामी ने दोनों नेताओं का पक्ष जाना. फिर समझाते हुए दोनों नेताओं के बीच हुए मनमुटाव को खत्म करवाया. साथ ही यह निर्णय लिया गया है कि पुरोला विधायक दुर्गेश्वर लाल का जो शिकायती प्रकरण है, उस मामले की जांच के लिए कमेटी गठित की जाएगी. फिर रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जाएगी.

ये था पूरा मामला: बता दें कि पुरोला विधानसभा सीट से भाजपा विधायक दुर्गेश्वर लाल ने टौंस और गोविंद वन्यजीव विहार के डीएफओ के अटैचमेंट की मांग को लेकर वन मंत्री सुबोध उनियाल के सरकारी आवास के बाहर धरना दिया था. साथ ही उस दौरान कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल पर दुर्व्यवहार करने का आरोप भी लगाया था. मामला एक ही पार्टी से जुड़ा होने के चलते भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने भी इसका संज्ञान लिया. इसके बाद विधायक दुर्गेश्वर लाल के न सिर्फ तेवर नर्म पड़ गए, बल्कि सुर भी बदल गए. लेकिन मंत्री और विधायक के बीच मनमुटाव का जारी रहा.

कमेटी करेगी मामले की जांच: जिसके चलते खुद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस पूरे मामले का संज्ञान लिया. उन्होंने अपनी मौजूदगी में ही मंत्री और विधायक के बीच सुलह करवाते हुए मनमुटाव को दूर करवाया. मुलाकात के बाद विधायक दुर्गेश्वर लाल ने कहा कि उनका विधानसभा क्षेत्र एक सीमावर्ती क्षेत्र है. इस क्षेत्र के डीएफओ के तानाशाही रवैये के चलते वन मंत्री सुबोध उनियाल से मुलाकात की थी. ऐसे में सीएम धामी की अध्यक्षता में मंत्री सुबोध उनियाल और उनकी मुलाकात हुई है. साथ ही कहा कि जनता सर्वोपरि है. जिसको देखते हुए सीएम धामी ने इस प्रकरण की जांच के लिए एक कमेटी बना दी है. लिहाजा, कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जायेगी.
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Last Updated : Jan 4, 2024, 10:33 AM IST
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