ETV Bharat / state

तीन शिक्षिकाओं के तबादले को लेकर सीएमओ का पत्र वायरल, विपक्ष ने उठाए सवाल

उत्तराखंड में एक बार फिर से सीएमओ का पत्र वायरल हुआ है. जिसमें मुख्यमंत्री के संयुक्त सचिव ने तीन शिक्षिकाओं के तबादले की सिफारिश की है. वहीं, पत्र वायरल होने के बाद से कांग्रेस सरकार पर हमलावर हो गई है. कांग्रेस ने सरकार पर अपने चहेतों को वीआईपी ट्रीटमेंट देने का आरोप लगाया है.

CMO letter recommends transfer of three teachers goes Viral
सीएमओ का पत्र वायरल
author img

By

Published : Jul 13, 2022, 9:59 PM IST

देहरादून: मुख्यमंत्री कार्यालय से अवैध खनन का ट्रक छुड़ाने के मामले को सरकार ने अभी निपटाया ही था कि अब एक नया मामला फिर से सुर्खियां बटोर रहा है. इस बार मुख्यमंत्री के संयुक्त सचिव की तरफ से 3 शिक्षिकाओं के तबादले से जुड़ा पत्र वायरल हो रहा है. जिसकी वजह से विपक्षी दलों को बैठे-बिठाए एक बड़ा मुद्दा हाथ लग गया है. उत्तराखंड में शिक्षा विभाग के तबादले वैसे तो हमेशा से ही विवादों में रहे हैं. समय-समय पर तबादलों को लेकर कई सवाल भी खड़े होते रहे हैं, लेकिन इस बार मुख्यमंत्री कार्यालय का वायरल पत्र चर्चाओं में है.

दरअसल, इस पत्र में तीन शिक्षिकाओं के तबादले को लेकर संयुक्त सचिव की तरफ से शिक्षा महानिदेशक को लिखा गया है. यही नहीं इन तीनों ही शिक्षिकाओं को कहां स्थानांतरित करना है, यह भी पत्र में ही बताया गया है. इससे भी बड़ी बात यह है कि पत्र के अंत में इस मामले को व्यक्तिगत रूप से ध्यान में लाने की सलाह भी दी गई है.

सीएमओ का पत्र वायरल.

ये भी पढ़ें: कार पर लगा था BJP का झंडा, सिपाही ने युवकों को रोका तो लगा दी आग, जानें पूरा मामला

जाहिर है कि इन तीन शिक्षिकाओं के तबादले को लेकर पत्र लिखा गया है तो मामला गंभीर ही होगा. विपक्ष ने इस मुद्दे को तूल देते हुए सरकार पर अपनों को वीआईपी ट्रीटमेंट देने का आरोप लगाया है. कांग्रेस प्रवक्ता शीशपाल ने कहा कि प्रदेश में ऐसे कई शिक्षक और कर्मचारी हैं, जिनको गंभीर बीमारियां हैं और उनकी फाइलें दफ्तरों के चक्कर खा रही है, लेकिन इससे इतर सरकार के लोग अपने चहेतों और करीबियों को तबादलों में फायदा देने के लिए इस तरह के पत्र लिख रहे हैं.

वहीं, कांग्रेस का इस मामले पर आक्रामक होना, भाजपा के लिए चिंता पैदा करने वाला है. ऐसा इसलिए क्योंकि इस मुद्दे के जरिए कांग्रेस भाजपा सरकार में मुख्यमंत्री कार्यालय के उस पुराने पत्र की भी याद दिला रही है, जिसमें अवैध खनन के ट्रक छोड़े जाने का जिक्र किया गया था. हालांकि, मामले में भाजपा नेता सरकार का बचाव कर रहे हैं.

देहरादून: मुख्यमंत्री कार्यालय से अवैध खनन का ट्रक छुड़ाने के मामले को सरकार ने अभी निपटाया ही था कि अब एक नया मामला फिर से सुर्खियां बटोर रहा है. इस बार मुख्यमंत्री के संयुक्त सचिव की तरफ से 3 शिक्षिकाओं के तबादले से जुड़ा पत्र वायरल हो रहा है. जिसकी वजह से विपक्षी दलों को बैठे-बिठाए एक बड़ा मुद्दा हाथ लग गया है. उत्तराखंड में शिक्षा विभाग के तबादले वैसे तो हमेशा से ही विवादों में रहे हैं. समय-समय पर तबादलों को लेकर कई सवाल भी खड़े होते रहे हैं, लेकिन इस बार मुख्यमंत्री कार्यालय का वायरल पत्र चर्चाओं में है.

दरअसल, इस पत्र में तीन शिक्षिकाओं के तबादले को लेकर संयुक्त सचिव की तरफ से शिक्षा महानिदेशक को लिखा गया है. यही नहीं इन तीनों ही शिक्षिकाओं को कहां स्थानांतरित करना है, यह भी पत्र में ही बताया गया है. इससे भी बड़ी बात यह है कि पत्र के अंत में इस मामले को व्यक्तिगत रूप से ध्यान में लाने की सलाह भी दी गई है.

सीएमओ का पत्र वायरल.

ये भी पढ़ें: कार पर लगा था BJP का झंडा, सिपाही ने युवकों को रोका तो लगा दी आग, जानें पूरा मामला

जाहिर है कि इन तीन शिक्षिकाओं के तबादले को लेकर पत्र लिखा गया है तो मामला गंभीर ही होगा. विपक्ष ने इस मुद्दे को तूल देते हुए सरकार पर अपनों को वीआईपी ट्रीटमेंट देने का आरोप लगाया है. कांग्रेस प्रवक्ता शीशपाल ने कहा कि प्रदेश में ऐसे कई शिक्षक और कर्मचारी हैं, जिनको गंभीर बीमारियां हैं और उनकी फाइलें दफ्तरों के चक्कर खा रही है, लेकिन इससे इतर सरकार के लोग अपने चहेतों और करीबियों को तबादलों में फायदा देने के लिए इस तरह के पत्र लिख रहे हैं.

वहीं, कांग्रेस का इस मामले पर आक्रामक होना, भाजपा के लिए चिंता पैदा करने वाला है. ऐसा इसलिए क्योंकि इस मुद्दे के जरिए कांग्रेस भाजपा सरकार में मुख्यमंत्री कार्यालय के उस पुराने पत्र की भी याद दिला रही है, जिसमें अवैध खनन के ट्रक छोड़े जाने का जिक्र किया गया था. हालांकि, मामले में भाजपा नेता सरकार का बचाव कर रहे हैं.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.