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यूपी की राजधानी लखनऊ में हुआ उत्तराखंड महोत्सव, CM योगी ने पहाड़ का योगदान किया याद - लखनऊ ताजा खबर

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में उत्तराखंड महोत्सव-2021 का कार्यक्रम आयोजित किया गया. इसका शुभारंभ सीएम योगी आदित्यनाथ ने किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि उत्तराखंड ने देश को बहुत कुछ दिया है. यूपी के पहले मुख्यमंत्री पंडित गोविंद बल्लभ पंत, देश के पहले CDS जनरल बिपिन रावत और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल भी उत्तराखंड के रहने वाले हैं.

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उत्तराखंड महोत्सव
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Published : Nov 10, 2021, 10:01 AM IST

लखनऊ: उत्तराखंड राज्य ने मंगलवार को अपनी 21वीं वर्षगांठ मनाई. इसी अवसर पर यूपी की राजधानी लखनऊ में उत्तराखंड महोत्सव-2021 का कार्यक्रम आयोजित किया गया. इसके उद्घाटन में सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी शिरकत की. इस दौरान उन्होंने कहा कि उत्तराखंड की नदियों से आने वाला पावन जल हम सबको जीवन देने का काम करता है. उत्तर प्रदेश और उत्तर भारत के लोगों की प्यास यहां की नदियां बुझाती हैं.

उन्होंने कहा कि यह जल दुनिया भर का पेट भरने के लिए भी मुख्य स्रोत है. उत्तराखंड का पर्यावरण बचाने की जिम्मेदारी हम सबकी है. यदि उत्तराखंड का पर्यावरण स्वच्छ रहेगा तो देश खुशहाल रहेगा. उत्तराखंड की पावन भूमि ने देश को बहुत कुछ दिया है. देश की रक्षा सेनाओं में उत्तराखंड के युवाओं का बहुत योगदान है.

मुख्यमंत्री ने कहा कि यूपी के पहले सीएम पंडित गोविंद बल्लभ पंत, हेमवती नंदन बहुगुणा, पंडित नारायण दत्त तिवारी, सीडीएस जनरल बिपिन रावत और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल जैसी शख्सियत उत्तराखंड की देन है. उत्तराखंड का पर्यावरण ही नहीं, वहां की बोली-भाषा को बचाए रखने का प्रयास सबको करना होगा.

सीएम योगी ने कहा कि पर्वतीय लोक परंपरा के पीछे एक इतिहास है. उसको संरक्षित किए जाने की आवश्यकता है. व्यापक पैमाने पर जलसंरक्षण, रेन वाटर हार्वेस्टिंग पर्यावरण संरक्षण के प्रयासों से हम कटान को रोक सकते हैं. नवंबर के अंत से लेकर दिसंबर तक जब दिल्ली का माहौल दमघोंटू हो जाता है तब हर कोई उत्तराखंड की तरफ भागता है.

योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तराखंड के साथ यूपी की सरकार पर्यावरण संरक्षण की दिशा में सहयोग करेगी. यूपी में ही वर्ष 2017 से अब तक 100 करोड़ पौधे रोपित किए गए हैं. इसमें यूकेलिप्टस नहीं, उनकी जगह पीपल, पाकड़ व बरगद, नीम इमरती और फलदार पौधे लगाए गए हैं. महापरिषद इस दिशा में बेहतर प्रयास कर रहा है. आज पूरी दुनिया कोरोना से पस्त है. अमेरिका, यूके, यूरोप, रूस व चीन पस्त हैं, लेकिन यूपी में पूरी भव्यता के साथ उत्तराखंड महोत्सव मनाया जा रहा है.

इसे भी पढ़ें: मसूरी: उत्तराखंड में 31 साल बाद हेरिटेज हिमालयन कार रैली का आज होगा आगाज

उत्तराखंड के मूल निवासी हैं सीएम
बता दें कि योगी आदित्यनाथ मूलरूप से उत्तराखंड के रहने वाले हैं. उनका जन्म उत्तराखंड (तब उत्तर प्रदेश था) के पौड़ी जिला स्थित यमकेश्वर तहसील के पंचूर गांव के राजपूत परिवार में हुआ था. उनका मूल नाम अजय सिंह बिष्ट है.

मुख्यमंत्री ने पर्यावरणविद पद्मश्री अनिल प्रकाश जोशी और आरएसएस के ब्रज क्षेत्र के प्रांत प्रचारक हरीश रौतेला को उत्तराखंड गौरव सम्मान प्रदान किया. इस मौके पर मंत्री आशुतोष टंडन, महेंद्र सिंह, ब्रजेश पाठक भी मौजूद थे.

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लखनऊ: उत्तराखंड राज्य ने मंगलवार को अपनी 21वीं वर्षगांठ मनाई. इसी अवसर पर यूपी की राजधानी लखनऊ में उत्तराखंड महोत्सव-2021 का कार्यक्रम आयोजित किया गया. इसके उद्घाटन में सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी शिरकत की. इस दौरान उन्होंने कहा कि उत्तराखंड की नदियों से आने वाला पावन जल हम सबको जीवन देने का काम करता है. उत्तर प्रदेश और उत्तर भारत के लोगों की प्यास यहां की नदियां बुझाती हैं.

उन्होंने कहा कि यह जल दुनिया भर का पेट भरने के लिए भी मुख्य स्रोत है. उत्तराखंड का पर्यावरण बचाने की जिम्मेदारी हम सबकी है. यदि उत्तराखंड का पर्यावरण स्वच्छ रहेगा तो देश खुशहाल रहेगा. उत्तराखंड की पावन भूमि ने देश को बहुत कुछ दिया है. देश की रक्षा सेनाओं में उत्तराखंड के युवाओं का बहुत योगदान है.

मुख्यमंत्री ने कहा कि यूपी के पहले सीएम पंडित गोविंद बल्लभ पंत, हेमवती नंदन बहुगुणा, पंडित नारायण दत्त तिवारी, सीडीएस जनरल बिपिन रावत और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल जैसी शख्सियत उत्तराखंड की देन है. उत्तराखंड का पर्यावरण ही नहीं, वहां की बोली-भाषा को बचाए रखने का प्रयास सबको करना होगा.

सीएम योगी ने कहा कि पर्वतीय लोक परंपरा के पीछे एक इतिहास है. उसको संरक्षित किए जाने की आवश्यकता है. व्यापक पैमाने पर जलसंरक्षण, रेन वाटर हार्वेस्टिंग पर्यावरण संरक्षण के प्रयासों से हम कटान को रोक सकते हैं. नवंबर के अंत से लेकर दिसंबर तक जब दिल्ली का माहौल दमघोंटू हो जाता है तब हर कोई उत्तराखंड की तरफ भागता है.

योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तराखंड के साथ यूपी की सरकार पर्यावरण संरक्षण की दिशा में सहयोग करेगी. यूपी में ही वर्ष 2017 से अब तक 100 करोड़ पौधे रोपित किए गए हैं. इसमें यूकेलिप्टस नहीं, उनकी जगह पीपल, पाकड़ व बरगद, नीम इमरती और फलदार पौधे लगाए गए हैं. महापरिषद इस दिशा में बेहतर प्रयास कर रहा है. आज पूरी दुनिया कोरोना से पस्त है. अमेरिका, यूके, यूरोप, रूस व चीन पस्त हैं, लेकिन यूपी में पूरी भव्यता के साथ उत्तराखंड महोत्सव मनाया जा रहा है.

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उत्तराखंड के मूल निवासी हैं सीएम
बता दें कि योगी आदित्यनाथ मूलरूप से उत्तराखंड के रहने वाले हैं. उनका जन्म उत्तराखंड (तब उत्तर प्रदेश था) के पौड़ी जिला स्थित यमकेश्वर तहसील के पंचूर गांव के राजपूत परिवार में हुआ था. उनका मूल नाम अजय सिंह बिष्ट है.

मुख्यमंत्री ने पर्यावरणविद पद्मश्री अनिल प्रकाश जोशी और आरएसएस के ब्रज क्षेत्र के प्रांत प्रचारक हरीश रौतेला को उत्तराखंड गौरव सम्मान प्रदान किया. इस मौके पर मंत्री आशुतोष टंडन, महेंद्र सिंह, ब्रजेश पाठक भी मौजूद थे.

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