देहरादून: हरिद्वार में 2021 में होने वाले महाकुंभ का स्वरूप कैसा होगा ? इसका फैसला 15 फरवरी के बाद ही हो पाएगा. कोविड-19 को लेकर उस दौरान स्थिति को देखते हुए महाकुंभ के स्वरूप को तय किया जाएगा. इसी को लेकर आज मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने आज साधु संतों के साथ बैठक की.
सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने मुख्यमंत्री आवास पर अखाड़ा परिषद् के साथ हरिद्वार महाकुंभ 2021 की तैयारियों के संबध में बैठक की. इस दौरान उन्होंने कहा कि कुंभ मेला अपने दिव्य एवं भव्य स्वरूप में होगा. कुंभ की परंपरा एवं संस्कृति का पूरा ध्यान रखा जायेगा. कोविड-19 के कारण कुछ व्यावहारिक समस्याएं आयी हैं. कुंभ शुरू होने पर कोरोना की स्थिति कैसी रहती है, उसके अनुसार कुंभ के स्वरूप को विस्तार दिया जायेगा.
त्रिवेंद्र रावत ने कहा कि कुंभ में परिस्थितियों के हिसाब से जो भी निर्णय लिये जायेंगे, उसमें अखाड़ा परिषद् एवं साधु-संतों के सुझाव जरूर लिए जायेंगे. राज्य सरकार का प्रयास है कि श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की परेशानी नहीं हो. कुंभ कार्यों की समय-समय पर समीक्षा की जा रही है, जो कार्य प्रगति पर हैं, उन्हें जल्द पूर्ण करने के लिए संबंधित विभागीय सचिवों को नियमित निगरानी करने के निर्देश दिए गए हैं. मुख्य सचिव को भी 15 दिन में कुभ मेले की समीक्षा के निर्देश दिये गये हैं.
सीएम त्रिवेंद्र ने मेलाधिकारी से कार्यों की प्रगति की जानकारी ली. सीएम ने निर्देश दिये कि कुंभ प्रारम्भ होने से पहले सभी स्थायी प्रकृति के कार्य पूर्ण कर लिए जाए. किसी भी प्रकार की समस्या होने पर शासन के उच्चाधिकारियों को अवगत कराया जाएगा. स्वच्छता, अतिक्रमण हटाने, पार्किंग स्थलों की सुचारू व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए हैं. कोविड-19 को ध्यान में रखते हुए सभी व्यवस्थाएं करने का कहा गया है.
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शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक ने कहा कि सकुशल कुंभ सम्पन्न कराने के लिए अखाड़ा परिषद् एवं संत समाज का पूरा सहयोग लिया जाएगा. अखाड़ों की समस्याओं का हर संभव निदान करने का प्रयास किया जाएगा. कुंभ में श्रद्धालुओं को परेशानियों का सामना न करना पड़े, इसके लिए सुव्यवस्थित रणनीति बनाई जाएगी. बड़े आयोजनों को सकुशल कराने में जन एवं संत समाज का सहयोग भी बहुत जरूरी है. मां गंगा के आशीर्वाद से भव्य हरिद्वार कुंभ का आयोजन किया जायेगा.
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महन्त नरेन्द्र गिरी ने कहा कि हरिद्वार कुंभ के सफल आयोजन के लिए राज्य सरकार को पूर्ण सहयोग दिया जाएगा. हरिद्वार में दिव्य एवं भव्य कुंभ का आयोजन हो, इसके लिए सभी व्यवस्थाएं समय पर पूर्ण हों. कोविड की परिस्थितियों के दृष्टिगत सरकार द्वारा कुंभ के स्वरूप के लिए जो भी निर्णय लिया जाएगा, उसमें पूरा सहयोग दिया जाएगा. बैठक में उन्होंने अखाड़ों की समस्याओं से भी सीएम को अवगत कराया.
मेलाधिकारी दीपक रावत ने कहा कि 15 दिसंबर 2020 तक अधिकांश स्थायी प्रकृति के कार्य पूर्ण हो जाएंगे. 31 दिसम्बर 2020 तक सभी कार्य पूर्ण कर लिए जायेंगे. इस बार कुंभ के लिए बनाये जा रहे 9 नए घाट, 8 पुल व सड़कों का कार्य पूर्णता की ओर है. स्वच्छता पर विशेष बल दिया जा रहा है. पेयजल, पार्किंग की व्यवस्था, अतिक्रमण हटाने का कार्य लगातार किया जा रहा है. कुंभ शुरू होने से पूर्व सभी व्यवस्थाएं पूर्ण कर ली जायेंगी.