देहरादून: मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने सचिवालय में पिथौरागढ़, बागेश्वर एवं चंपावत जिलों की घोषणाओं की समीक्षा की. बैठक में विधायक बलवंत सिंह भौर्याल, चन्दन राम दास, कैलाश चन्द्र गहतौड़ी, वर्चुअल माध्यम से विधायक चन्द्रा पंत, बिशन सिंह चुफाल मौजूद थे. समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि सीएम की घोषणाओं को निर्धारित समयावधि में पूर्ण किया जाए.
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सीएम ने बैठक में निर्देश दिए कि स्थानीय स्तर पर समस्या के त्वरित समाधान के लिए संबंधित विधायकगणों से समन्वय स्थापित किये जाए. साथ ही बताया कि वह हर माह सीएम घोषणाओं की समीक्षा करेंगे. जबकि कार्यों में तेजी लाने के लिए जिलाधिकारियों को 15 दिनों में घोषणाओं की कार्य प्रगति की समीक्षा करने के निर्देश दिये गये हैं. वहीं, सीएम घोषणा पोर्टल पर भी सभी घोषणाओं को अपडेट रखने के निर्देश दिये गये. उत्तराखंड के कुमाऊं क्षेत्र में पड़ने वाले तीनों जिलों में कुल घोषणाओं में अब तक पूरी हुई घोषणाओं का भी आकलन किया गया. साथ ही अधिकारियों से इसको लेकर प्रगति रिपोर्ट भी जानी गई.
पिथौरागढ़ में मुख्यमंत्री की 152 घोषणाओं में से 98 घोषणाएं पूर्ण हो चुकी हैं. शेष पर कार्य प्रगति पर है. जनपद बागेश्वर में 58 घोषणाओं में से 36 पूर्ण हो चुकी हैं, जबकि शेष पर कार्य चल रहा है. चम्पावत जनपद में 88 घोषणाओं में से 53 घोषणाएं पूर्ण हो चुकी हैं, अवशेष पर कार्य प्रगति पर है. मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि घोषणाओं को समय पर पूर्ण करने के साथ ही कार्यों की गुणवत्ता का भी विशेष ध्यान रखा जाए. मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये कि धार्मिक एवं पर्यटक स्थलों पर पेयजल, आवागमन एवं अन्य सुविधाओं का विशेष ध्यान रखा जाए. शौचालयों के निर्माण के साथ ही उनके मेंटिनेंस की व्यवस्था भी की जाए. वहीं, जल के संरक्षण एवं संवर्द्धन की दिशा में विशेष ध्यान दिया जाए. पेयजल, स्वास्थ्य एवं शिक्षा जैसी मूलभूत सुविधाओं वाले कार्यों में किसी भी प्रकार की लापरवाही न बरती जाए.