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उत्तराखंड का ऐतिहासिक दिन आज, सीएम त्रिवेंद्र ने दी प्रदेश के लोगों को बधाई - gairsain news

गैरसैण को राजधानी बनाने को लेकर काफी लंबे समय से मांग चल रही थी, लेकिन आज मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने सदन के अंदर यह घोषणा कर दी कि गैरसैंण को ग्रीष्मकालीन राजधानी बनाया जाएगा. सीएम ने गैरसैंण को ग्रीष्मकालीन राजधानी की सौगात पर राज्यवासियों को बधाई दी है.

chamoli
सीएम ने दी बधाई
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Published : Mar 4, 2020, 8:46 PM IST

Updated : Mar 4, 2020, 9:17 PM IST

गैरसैंण/चमोली: गैरसैंण में आयोजित बजट सत्र का दूसरा दिन आज उत्तराखंड के लिए ऐतिहासिक दिन बन गया. मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने सदन में गैरसैंण को ग्रीष्मकालीन राजधानी बनाने की घोषणा कर दी. इस घोषणा के बाद राज्य में खुशी का माहौल है. ये घोषणा करते ना सिर्फ मुख्यमंत्री भावुक हो गए, बल्कि सदन के अंदर बैठे तमाम विधायक भी भावुक हो गए.

आज बजट सत्र के दूसरे दिन राज्य के लिए नया इतिहास लिखा गया है. गैरसैंण को राजधानी बनाने को लेकर काफी लंबे समय से मांग चल रही थी, लेकिन आज मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने सदन के अंदर यह घोषणा कर दी कि गैरसैंण को ग्रीष्मकालीन राजधानी बनाया जाएगा. सीएम ने गैरसैंण को ग्रीष्मकालीन राजधानी की सौगात पर राज्य को बधाई दी है. वहीं सीएम ने कहा कि वह राज्य आंदोलनकारी रहे हैं और राज्य की भावनाओं से परिचित हैं. यह सौगात राज्य की उन माताओं और बहनों के लिए है, जिन्होंने राज्य के लिए बलिदान दिया है.

मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत

भाजपा और कांग्रेस दोनों ने गैरसैंण के मुद्दे को लेकर सियासत किया है, लेकिन कहा जाए तो आज भाजपा ने इस सियासत की लड़ाई को जीत लिया है. सदन में इस घोषणा के साथ ही राज्य में खुशी का माहौल है. दरअसल, 2014 में उत्तराखंड में जब कांग्रेस की सरकार थी. उस वक्त तत्कालीन मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा हुआ करते थे. विजय बहुगुणा ने ही गैरसैंण में विधानसभा भवन का शिलान्यास किया था.

  • उत्तराखंड पर्वतीय राज्य है, पहाड़ में राजधानी यहां के लोगों का सपना रहा है, इसके लिए हम सभी ने संघर्ष भी किया है। इन्हीं जनभावनाओं का सम्मान करते हुए #गैरसैंण को ग्रीष्मकालीन राजधानी घोषित किया है।

    — Trivendra Singh Rawat (@tsrawatbjp) March 4, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

ये भी पढ़े: ग्रीष्मकालीन राजधानी की घोषणा होते ही गैरसैंण राजधानी निर्माण अभियान ने जताई खुशी

बहुगणा के बाद हरीश रावत मुख्यमंत्री बने. उसके बाद गैरसैंण में विधानसभा भवन को बनाया गया. राज्य में 2017 में भाजपा की त्रिवेन्द्र सरकार बनी, लेकिन 2014 से लेकर आज तक कोई निर्णय नहीं निकल पाया था कि गैरसैंण राजधानी रहेगी या अस्थाई राजधानी.

हमेशा से ये सवाल सियासत में उठता रहा मगर आज बजट सत्र में यह ऐतिहासिक फैसला हो गया. मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने घोषणा की गैरसैंण ग्रीष्मकालीन राजधानी में रूप में विकसित होगी. यह घोषणा करते हुए मुख्यमंत्री थोड़ा भावुक नजर आए और उनकी आंखों में आंसू आ गए.

गैरसैंण/चमोली: गैरसैंण में आयोजित बजट सत्र का दूसरा दिन आज उत्तराखंड के लिए ऐतिहासिक दिन बन गया. मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने सदन में गैरसैंण को ग्रीष्मकालीन राजधानी बनाने की घोषणा कर दी. इस घोषणा के बाद राज्य में खुशी का माहौल है. ये घोषणा करते ना सिर्फ मुख्यमंत्री भावुक हो गए, बल्कि सदन के अंदर बैठे तमाम विधायक भी भावुक हो गए.

आज बजट सत्र के दूसरे दिन राज्य के लिए नया इतिहास लिखा गया है. गैरसैंण को राजधानी बनाने को लेकर काफी लंबे समय से मांग चल रही थी, लेकिन आज मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने सदन के अंदर यह घोषणा कर दी कि गैरसैंण को ग्रीष्मकालीन राजधानी बनाया जाएगा. सीएम ने गैरसैंण को ग्रीष्मकालीन राजधानी की सौगात पर राज्य को बधाई दी है. वहीं सीएम ने कहा कि वह राज्य आंदोलनकारी रहे हैं और राज्य की भावनाओं से परिचित हैं. यह सौगात राज्य की उन माताओं और बहनों के लिए है, जिन्होंने राज्य के लिए बलिदान दिया है.

मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत

भाजपा और कांग्रेस दोनों ने गैरसैंण के मुद्दे को लेकर सियासत किया है, लेकिन कहा जाए तो आज भाजपा ने इस सियासत की लड़ाई को जीत लिया है. सदन में इस घोषणा के साथ ही राज्य में खुशी का माहौल है. दरअसल, 2014 में उत्तराखंड में जब कांग्रेस की सरकार थी. उस वक्त तत्कालीन मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा हुआ करते थे. विजय बहुगुणा ने ही गैरसैंण में विधानसभा भवन का शिलान्यास किया था.

  • उत्तराखंड पर्वतीय राज्य है, पहाड़ में राजधानी यहां के लोगों का सपना रहा है, इसके लिए हम सभी ने संघर्ष भी किया है। इन्हीं जनभावनाओं का सम्मान करते हुए #गैरसैंण को ग्रीष्मकालीन राजधानी घोषित किया है।

    — Trivendra Singh Rawat (@tsrawatbjp) March 4, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

ये भी पढ़े: ग्रीष्मकालीन राजधानी की घोषणा होते ही गैरसैंण राजधानी निर्माण अभियान ने जताई खुशी

बहुगणा के बाद हरीश रावत मुख्यमंत्री बने. उसके बाद गैरसैंण में विधानसभा भवन को बनाया गया. राज्य में 2017 में भाजपा की त्रिवेन्द्र सरकार बनी, लेकिन 2014 से लेकर आज तक कोई निर्णय नहीं निकल पाया था कि गैरसैंण राजधानी रहेगी या अस्थाई राजधानी.

हमेशा से ये सवाल सियासत में उठता रहा मगर आज बजट सत्र में यह ऐतिहासिक फैसला हो गया. मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने घोषणा की गैरसैंण ग्रीष्मकालीन राजधानी में रूप में विकसित होगी. यह घोषणा करते हुए मुख्यमंत्री थोड़ा भावुक नजर आए और उनकी आंखों में आंसू आ गए.

Last Updated : Mar 4, 2020, 9:17 PM IST
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