देहरादून: कोरोना वायरस के बढ़ते खतरे के बीच उत्तराखंड सरकार लगातार स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर करने में जुटी हुई है. इसी क्रम में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए प्रदेश के आठ जिलों के अस्पतालों और दून मेडिकल कॉलेज में 73 आईसीयू, 46 वेंटिलेटर्स और 21 बाईपैप मशीनों का लोकार्पण किया.
इसके साथ ही सीएम ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि आगामी चार माह में प्रदेश में आईसीयू बेड्स की संख्या 525, वेंटीलेटर्स की संख्या 363 और बाईपैप मशीनों की संख्या 52 किया जाए. सीएम रावत ने कहा कि साल 2017 में प्रदेश के मात्र 3 जनपदों में ही आईसीयू थे. हमने 11 जिलों में आईसीयू स्थापित किए और जल्द ही अल्मोड़ा और बागेश्वर में भी आईसीयू का संचालन शुरू हो जाएगा.
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सीएम रावत ने प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा किए जा रहे प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि वर्ष 2017 में प्रदेश के 3 मेडिकल कालेजों में 62 आईसीयू, 37 वेंटीलेटर्स और 4 बाईपैप मशीनें थीं. मौजूदा समय में 251 आईसीयू, 113 वेंटीलेटर्स और 33 बाईपैप मशीनें काम कर रहीं हैं.
इस दौरान सीएम रावत ने कोरोना पीड़ित मरीजों के इलाज के लिए हो रही व्यवस्थाओं की समीक्षा भी की. अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को बताया कि वर्तमान में कोरोना के पॉजिटिव मामलों के लिए 753 आइसोलेशन बेड सरकारी तथा 856 निजी अस्पतालों में रखे गए हैं. इसके साथ ही संदिग्ध मरीजों के लिए 745 बेड सरकारी और 2450 निजी अस्पतालों में उपलब्ध हैं. इसी के तहत 103 वेंटिलेटर्स सरकारी और 189 वेंटिलेटर्स निजी अस्पतालों काम कर रहे हैं. साथ ही 136 आईसीयू सरकारी और 498 आईसीयू की व्यवस्था निजी अस्पतालों में की गई है.