देहरादून: कोरोना वायरस के खिलाफ देशव्यापी जंग जारी है. इस कड़ी में आज मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत समेत उनके परिवारजनों ने मुख्यमंत्री राहत कोष के लिए धनराशि दान की. जहां मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने अपने पांच माह का वेतन मुख्यमंत्री राहत कोष में देने का निर्णय लिया. वहीं उनकी पत्नी सुनीता रावत ने भी कोरोना वायरस से लड़ने के लिए एक लाख रुपए का चेक मुख्यमंत्री राहत कोष के लिए दिया है. इसके साथ ही मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की बेटी कृति रावत ने पचास हजार और श्रृजा ने दो हजार रुपए का चेक मुख्यमंत्री राहत कोष में दिया.
दूसरी तरफ उत्तराखंड से राज्यसभा सांसद और भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय मीडिया प्रमुख अनिल बलूनी ने भी अपनी सांसद निधि से एक करोड़ रुपये की राशि और अपने एक माह का वेतन प्रधानमंत्री राहत कोष में देने का एलान किया है. इसके साथ ही उन्होंने साफ किया कि इस राशि का उपयोग उत्तराखंड में कोविड-19 (कोरोना ) से जुड़े राहत कार्यों में खर्च होगा.
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वहीं, कोरोना महामारी के संक्रमण से बचाव और रोकथाम के लिए महिला एवं बाल विकास मंत्री रेखा आर्य ने भी आगे आकर अपने मार्च माह का वेतन मुख्यमंत्री राहत कोष में देने का एलान किया. साथ ही उन्होंने सभी प्रदेशवासियों से लॉकडाउन का ईमानदारी से पालन करने की अपील की है.
गौरतलब है कि, विभिन्न विभागों के सरकारी कर्मचारी भी आगे आकर मुख्यमंत्री राहत कोष में दान कर रहे हैं. इसी के तहत सूचना एवं लोक सम्पर्क विभाग के अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए अपना एक दिन का वेतन मुख्यमंत्री राहत कोष में देने का निर्णय लिया है.