देहरादून: प्रदेशभर में कोरोना संक्रमण के आंकड़े काफी तेजी से बढ़ रहे हैं. ऐसे में इमरजेंसी सेवा से जुड़े कर्मचारियों की हड़ताल को लेकर प्रदेश सरकार ने सख्त रूख अपनाया है. सूबे के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत की ओर से इस दिशा में कर्मचारियों को चेतावनी दी गई है कि वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए हड़ताल करने वाले स्वास्थ्य कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
प्रदेश के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने मुख्य सचिव को चिकित्सा एवं आवश्यक सेवा से जुड़े स्वास्थ्य कर्मचारियों के हड़ताल और आंदोलन करने पर उनके खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं. दरअसल, अभी हाल ही में प्रदेश सरकार ने उपनल कर्मियों की हड़ताल को खत्म करवाया है, लेकिन अब आगे से आवश्यक सेवाओं से जुड़े स्वास्थ्य कर्मचारियों की हड़ताल ना हो इसके लिए प्रदेश सरकार की ओर से कड़ा कदम उठाया है.
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वहीं, मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कहा कि प्रदेश में कोरोना महामारी के दृष्टिगत चिकित्सा एवं आवश्यक सेवाओं के तहत कार्यरत कोई भी कर्मचारी हड़ताल या आंदोलन नहीं करेंगे. अगर करते हैं तो ऐसे कर्मचारियों पर आपदा प्रबंधन अधिनियम की धाराओं के तहत कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि सभी कर्मचारियों से अपेक्षा है कि वो इस संकट के समय में अपने दायित्व का ईमानदारी से निर्वहन करेंगे. वहीं, सरकार के आदेशों को नहीं मानने वाले कर्मचारियों को सेवाओं से हटाए जाने और नए कर्मचारियों की नियुक्ति करने के भी निर्देश जारी किए गए हैं.