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सीएम का फैसला: महाकुंभ में कोविड रिपोर्ट की बाध्यता खत्म, शंकराचार्य की मांग भी मानी

मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने की कुंभ मेले की व्यवस्थाओं की समीक्षा की. इस दौरान उन्होंने कहा कि अब महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं को कोविड की निगेटिव रिपोर्ट नहीं लानी होगी.

Chief Minister Tirath Singh Rawat
haridwar mahakumbh news
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Published : Mar 13, 2021, 10:34 PM IST

Updated : Mar 14, 2021, 12:09 AM IST

देहरादूनः मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री आवास स्थित कार्यालय सभागार में मुख्य सचिव ओम प्रकाश सहित शासन के उच्चाधिकारियों के साथ कुंभ मेले की व्यवस्थाओं की समीक्षा की. इस दौरान उन्होंने कहा कि प्रत्येक 12 वर्ष के पश्चात आयोजित होने वाले कुंभ मेले के प्रति देश-विदेश के करोड़ों लोगों की आस्था जुड़ी है. कुंभ स्नान के लिये आने वाले श्रद्धालु बिना किसी असुविधा के सुखद संदेश लेकर जाएं, यह हम सबका दायित्व है. इसके लिये सभी अधिकारी आपसी समन्वय एवं समयबद्धता के साथ कुंभ की व्यवस्थाओं को सुव्यवस्थित कराएं. साथ ही कुंभ के प्रति लोगों में सकारात्मक संदेश जाए, इसके भी प्रयास किये जाए. कुंभ मेले में कोविड के नियमों का अनुपालन के साथ अधिक से अधिक श्रद्धालु इसमें शामिल हों, यह हमारा उद्देश्य होना चाहिए. इसके साथ ही सीएम ने कहा कि अब हरिद्वार महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं को कोविड की रिपोर्ट नहीं लानी होगी.

ये भी पढ़ें- कुंभ में उपेक्षा से बेहद नाराज शंकराचार्य, मोदी-शाह को दिया 5 दिन का कड़ा अल्टीमेटम

साथ ही मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि कुंभ क्षेत्र की सड़कों की मरम्मत के साथ ही सड़कों पर पड़ी निर्माण सामग्री को तुरंत हटाया जाए. उन्होंने कुंभ क्षेत्र की सफाई पर विशेष ध्यान देने के निर्देश देते हुए इसके लिये पर्याप्त सफाई निरीक्षकों एवं सफाई कार्मिकों की तैनाती सुनिश्चित करने के निर्देश दिए. साथ ही उन्होंने कहा कि सफाई, स्वास्थ्य से जुड़ा विषय भी है. अतः साफ-सफाई एवं पर्याप्त शौचालयों की व्यवस्था कुंभ क्षेत्र में की जाए. मुख्यमंत्री ने कुंभ मेले में आने वाले शंकराचार्यों एवं अखाड़ों को भूमि उपलब्ध कराने के साथ उन क्षेत्रों में आवश्यक अवस्थापना सुविधाओं के विकास पर भी ध्यान देने के निर्देश दिये.

कुंभ मेले की व्यवस्थाओं की समीक्षा के मुख्य बिंदु

  • सम्पूर्ण कुंभ क्षेत्र की आन्तरिक सड़कों की मरम्मत एवं साफ-सफाई पर विशेष ध्यान देने के निर्देश.
  • 12 वर्षों के अंतराल में आयोजित होने वाले कुंभ मेले का दिव्य एवं भव्य रूप से आयोजन.
  • देश-विदेश के करोड़ों श्रद्धालुओं की कुंभ एवं गंगा के प्रति रहती है आस्था.
  • श्रद्धा एवं भावनाओं से भी जुड़ा है कुंभ मेला.
  • कुंभ मेले में की जाए पर्याप्त बसों की व्यवस्था.
  • शंकराचार्यों एवं अखाड़ों को भूमि उपलब्ध कराने के निर्देश

वहीं, मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कुंभ मेले की व्यवस्थाओं के लिये आवश्यक अतिरिक्त अधिकारियों की भी तैनाती शीघ्र करने के निर्देश दिये हैं. साथ ही कुंभ के लिये यदि अतिरिक्त व्यवस्थायें की जानी हो, तो उसका प्रस्ताव दो दिन के अंदर शासन को उपलब्ध कराया जाए. उन्होंने विभागीय सचिवों को व्यक्तिगत रूप से कुंभ कार्यों की समीक्षा के साथ ही स्थलीय निरीक्षण के भी निर्देश दिए हैं. मुख्यमंत्री ने कुंभ मेले में सुरक्षा व्यवस्था के प्रति भी प्रभावी व्यवस्था सुनिश्चित करने को कहा. साथ ही आने वाले शाही स्नानों में शिवरात्रि पर्व की व्यवस्थाओं से भी बेहतर सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित हो इस पर ध्यान दिया जाए.

वहीं, बैठक में सचिव शैलेश बगोली ने बताया कि कुंभ मेले की व्यवस्थाओं के अन्तर्गत 661 करोड़ के 203 निर्माण कार्य किये जा रहे हैं. इनमें स्थायी प्रकृति के अधिकांश कार्य पूर्ण हो चुके हैं. जबकि, अस्थायी निर्माण कार्य तेजी से किये जा रहे हैं. मेलाधिकारी दीपक रावत ने कुंभ मेले की व्यवस्थाओं से संबंधित कार्यों का प्रस्तुतीकरण के माध्यम से जानकारी दी. जबकि आईजी मेला संजय गुंज्याल द्वारा सुरक्षा व्यवस्था से संबंधित प्रस्तुतीकरण दिया गया.

देहरादूनः मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री आवास स्थित कार्यालय सभागार में मुख्य सचिव ओम प्रकाश सहित शासन के उच्चाधिकारियों के साथ कुंभ मेले की व्यवस्थाओं की समीक्षा की. इस दौरान उन्होंने कहा कि प्रत्येक 12 वर्ष के पश्चात आयोजित होने वाले कुंभ मेले के प्रति देश-विदेश के करोड़ों लोगों की आस्था जुड़ी है. कुंभ स्नान के लिये आने वाले श्रद्धालु बिना किसी असुविधा के सुखद संदेश लेकर जाएं, यह हम सबका दायित्व है. इसके लिये सभी अधिकारी आपसी समन्वय एवं समयबद्धता के साथ कुंभ की व्यवस्थाओं को सुव्यवस्थित कराएं. साथ ही कुंभ के प्रति लोगों में सकारात्मक संदेश जाए, इसके भी प्रयास किये जाए. कुंभ मेले में कोविड के नियमों का अनुपालन के साथ अधिक से अधिक श्रद्धालु इसमें शामिल हों, यह हमारा उद्देश्य होना चाहिए. इसके साथ ही सीएम ने कहा कि अब हरिद्वार महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं को कोविड की रिपोर्ट नहीं लानी होगी.

ये भी पढ़ें- कुंभ में उपेक्षा से बेहद नाराज शंकराचार्य, मोदी-शाह को दिया 5 दिन का कड़ा अल्टीमेटम

साथ ही मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि कुंभ क्षेत्र की सड़कों की मरम्मत के साथ ही सड़कों पर पड़ी निर्माण सामग्री को तुरंत हटाया जाए. उन्होंने कुंभ क्षेत्र की सफाई पर विशेष ध्यान देने के निर्देश देते हुए इसके लिये पर्याप्त सफाई निरीक्षकों एवं सफाई कार्मिकों की तैनाती सुनिश्चित करने के निर्देश दिए. साथ ही उन्होंने कहा कि सफाई, स्वास्थ्य से जुड़ा विषय भी है. अतः साफ-सफाई एवं पर्याप्त शौचालयों की व्यवस्था कुंभ क्षेत्र में की जाए. मुख्यमंत्री ने कुंभ मेले में आने वाले शंकराचार्यों एवं अखाड़ों को भूमि उपलब्ध कराने के साथ उन क्षेत्रों में आवश्यक अवस्थापना सुविधाओं के विकास पर भी ध्यान देने के निर्देश दिये.

कुंभ मेले की व्यवस्थाओं की समीक्षा के मुख्य बिंदु

  • सम्पूर्ण कुंभ क्षेत्र की आन्तरिक सड़कों की मरम्मत एवं साफ-सफाई पर विशेष ध्यान देने के निर्देश.
  • 12 वर्षों के अंतराल में आयोजित होने वाले कुंभ मेले का दिव्य एवं भव्य रूप से आयोजन.
  • देश-विदेश के करोड़ों श्रद्धालुओं की कुंभ एवं गंगा के प्रति रहती है आस्था.
  • श्रद्धा एवं भावनाओं से भी जुड़ा है कुंभ मेला.
  • कुंभ मेले में की जाए पर्याप्त बसों की व्यवस्था.
  • शंकराचार्यों एवं अखाड़ों को भूमि उपलब्ध कराने के निर्देश

वहीं, मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कुंभ मेले की व्यवस्थाओं के लिये आवश्यक अतिरिक्त अधिकारियों की भी तैनाती शीघ्र करने के निर्देश दिये हैं. साथ ही कुंभ के लिये यदि अतिरिक्त व्यवस्थायें की जानी हो, तो उसका प्रस्ताव दो दिन के अंदर शासन को उपलब्ध कराया जाए. उन्होंने विभागीय सचिवों को व्यक्तिगत रूप से कुंभ कार्यों की समीक्षा के साथ ही स्थलीय निरीक्षण के भी निर्देश दिए हैं. मुख्यमंत्री ने कुंभ मेले में सुरक्षा व्यवस्था के प्रति भी प्रभावी व्यवस्था सुनिश्चित करने को कहा. साथ ही आने वाले शाही स्नानों में शिवरात्रि पर्व की व्यवस्थाओं से भी बेहतर सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित हो इस पर ध्यान दिया जाए.

वहीं, बैठक में सचिव शैलेश बगोली ने बताया कि कुंभ मेले की व्यवस्थाओं के अन्तर्गत 661 करोड़ के 203 निर्माण कार्य किये जा रहे हैं. इनमें स्थायी प्रकृति के अधिकांश कार्य पूर्ण हो चुके हैं. जबकि, अस्थायी निर्माण कार्य तेजी से किये जा रहे हैं. मेलाधिकारी दीपक रावत ने कुंभ मेले की व्यवस्थाओं से संबंधित कार्यों का प्रस्तुतीकरण के माध्यम से जानकारी दी. जबकि आईजी मेला संजय गुंज्याल द्वारा सुरक्षा व्यवस्था से संबंधित प्रस्तुतीकरण दिया गया.

Last Updated : Mar 14, 2021, 12:09 AM IST
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