देहरादून: मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने सचिवालय में विद्यालयी शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक की. इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को लीक से हटकर काम करने के निर्देश दिये. सिस्टम में जो ठीक नहीं है, उसे सुधारने के लिए भी अधिकारियों को निर्देश दिए. साथ ही नियमों में संशोधन करने को भी कहा.
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस वित्तीय वर्ष में जिला योजना में सबसे ज्यादा प्राथमिकता स्कूल शिक्षा को देनी है. सभी स्कूलों में पेयजल, शौचालय, बिजली, फर्नीचर व अन्य उपकरण सहित अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराना सुनिश्चित किया जाए. स्कूल स्वच्छ व सुंदर हों. कक्षाएं स्मार्ट हों. यह भी सुनिश्चित किया जाए कि बच्चों के पास किताबें जरूर हों.
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सीएम तीरथ रावत ने कहा कि शिक्षकों की उपस्थिति के लिये जीपीएस आधारित मोबाइल एप्लीकेशन के प्रयोग की योजना बनाई जाए, जो बच्चे केंद्र सरकार की योजनाओं में आच्छादित न हो रहे हों, उनके लिये राज्य स्तर पर योजनाएं बनाई जाएं. अटल उत्कृष्ट विद्यालयों की मानिटरिंग की जाए कि वहां मानकों के अनुरूप व्यवस्थाएं की जा रही है या नहीं. उन्होंने कहा कि व्यावसायिक शिक्षा पर भी ध्यान दिए जाने की आवश्यकता है.