देहरादून: आज देर शाम मुख्यमंत्री रावत ने दिल्ली दौरे से वापस लौट आये. देहरादून पहुंचते ही उन्होंने इस्तीफे की पेशकश कर दी. मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने संवैधानिक कारणों का हवाला देते हुए अपना इस्तीफा पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को सौंपा है. इसके बाद उन्होंने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की. जिसमें उन्होंने अपनी सरकार की उपलब्धियां गिनाई. हालांकि इस दौरान उन्होंने इस्तीफे को लेकर कुछ नहीं कहा.
प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने बताया कि कार्यकाल में कोरोना से प्रभावित लोगों को कई तरह से मदद की. सरकार ने इस दौरान कई योजनाएं बनाई. इस दौरान सबसे ज्यादा प्रभावित परिवहन क्षेत्र प्रभावित हुआ है. कोरोना से निजात पाने के लिए कई कारगर कदम सरकार ने उठाये हैं.
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'20 हजार होंगी नई नियुक्तियां'
प्रेस कॉन्फ्रेंस में सीएम तीरथ सिंह रावत ने कहा कि राज्य में 20 हजार नई नियुक्तियां की जाएंगी. वहीं, जब तीरथ सिंह रावत से इस्तीफे को लेकर सवाल पूछा गया तो उन्होंने चुप्पी साध ली. कोई जवाब नहीं दिया. प्रेस कॉन्फ्रेंस में रावत ने सरकार की उपलब्धियों पर चर्चा की.
कल विधान मंडल दल की बैठक
इस्तीफे की पेशकश के बाद बीजेपी ने भी कसरत शुरू कर दी है. इसी कड़ी में नरेंद्र तोमर शनिवार सुबह पर्यवेक्षक के रूप में देहरादून पहुंच रहे हैं. शाम को बीजेपी विधायक दल की बैठक होगी. जिसके लिए सभी विधायकों को देहरादून में ही रहने को कहा गया है.
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वहीं, कयास लगाये जा रहे हैं कि सतपाल महाराज अगले मुख्यमंत्री हो सकते हैं. वे अभी दिल्ली में ही मौजूद हैं. बताया जा रहा है कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और संघ प्रमुख मोहन भागवत ने सतपाल महाराज की मुख्यमंत्री के पद के लिए उनकी पैरवी की है.
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तीरथ सिंह ने राज्यपाल से मिलने का वक्त भी मांगा है. इधर, कल दोपहर 3 बजे उत्तराखंड मे बीजेपी विधायक दल की बैठक बुलाई गई है. नए सीएम के तौर पर धन सिंह और सतपाल महाराज समेत चार नेताओं के नाम सामने आ रहे हैं. मुख्यमंत्री पद की रेस में रीतू खंडूरी और पुष्कर धामी का भी नाम आ रहा है. सूत्रों के मुताबिक इस वक्त किसी मौजूदा राज्य के विधायक को ही मुख्यमंत्री बनाया जाएगा