देहरादून: हरिद्वार में हनुमान जयंती के दौरान निकाली गई शोभायात्रा पर हुई पत्थरबाजी की घटना के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने एक बड़ा बयान दिया है. मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि चारधाम यात्रा के दौरान उत्तराखंड आने वाले लोगों का वेरिफिकेशन किया जाएगा. साथ ही राज्य में असामाजिक तत्वों के वेरिफिकेशन के लिए एक मुहिम चलाई जाएगी. ताकि राज्य का माहौल खराब न हो. उन्होंने कहा कि धर्म और संस्कृति की रक्षा करना सरकार की जिम्मेदारी है.
बता दें कि साधु संतों ने मांग उठाई है कि चारधाम में गैर हिंदुओं का प्रवेश वर्जित होना चाहिए. ऐसे में मुख्यमंत्री ने कहा कि चारधाम यात्रा के दौरान प्रदेश में ऐसे किसी भी व्यक्ति का प्रवेश नहीं होना चाहिए, जिससे हमारी धार्मिक आस्था को ठेस पहुंचे. उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों का पुलिस वेरिफिकेशन कराया जाएगा. मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि सरकार एक विशेष अभियान चलाकर वेरिफिकेशन का काम करेगी ताकि असामाजिक तत्वों पर नकेल कसी जा सके.
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वहीं, मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि सरकार ने भ्रष्टाचार को रोकने के लिए 1064 एप और नंबर जारी किया है. जिसमें कोई भी अपनी शिकायत दर्ज करवा सकता है. साथ ही सुनिश्चित किया जाए कि पारदर्शिता से यह काम चले. वहीं, सभी विभागों को इसके निर्देश भी दिये गए हैं. इसके साथ ही सीएम धामी ने कहा कि हम बिजली की कमी को पूरा करने की कोशिश कर रहे हैं. अगर जरूरी हुआ तो हम अतिरिक्त बिजली खरीदेंगे.
कांग्रेस ने सीएम के बयान पर साधा निशाना: सीएम के बयान पर निशाना साधते हुए कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष करण माहरा ने कहा कि देश और प्रदेश में सभी धर्म का सम्मान किया जाता है. लेकिन, सवाल यह है कि क्या सनातन धर्म में लोगों को हिंसा करने के लिए प्रेरित किया जाता है और सनातन धर्म में क्या दया की बात नहीं की गई है? सनातन धर्म में पेड़ पौधे जीवो की सेवा करने के लिए कहा गया है. कोई भी धर्म गुरु यदि इस तरह की बात करता है तो वह समझ से परे है.
करण माहरा ने कहा कि राज्य और राष्ट्र एवं हमारा संविधान किसी को भी आने-जाने की इजाजत देता है. क्योंकि कोई भी धर्म राष्ट्र और संविधान से बड़ा नहीं है. अब यह प्रधानमंत्री मोदी और उनकी सरकार के मुख्यमंत्री को तय करना है कि देश संविधान के अनुरूप चलेगा या एक व्यक्ति की भावना पर चलेगा.