देहरादून: सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कोविड-19 से संबंधित कार्यशाला एवं स्वास्थ्य संवाद कार्यक्रम में शिरकत की. साथ ही स्वास्थ्य संवाद कार्यक्रम में स्वास्थ्य संबंधी विषयों पर चर्चा की गई. इस दौरान सीएम धामी ने कहा कि स्वास्थ्य से बड़ा कोई धन नहीं है. सभी लोगों के शामिल होने से स्वास्थ्य की चुनौती से पार पाया जा सकता है. उन्होंने कहा कि राज्य में वैक्सीन की कोई कमी नहीं है. 15 दिसंबर तक प्रदेश में सम्पूर्ण वैक्सीनेशन कर दिया जाएगा.
उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य से बड़ा कोई धन नहीं है. कोविड के दौरान राज्य में स्वास्थ्य सुविधाओं के क्षेत्र में अनेक कार्य किये गये हैं. स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर बनाने के लिए राज्य सरकार निरंतर प्रयास कर रही है. कोविड की संभावित तीसरी लहर के दृष्टिगत सभी व्यवस्थाएं की गई हैं. उत्तराखंड के बाहर से आने वाले लोगों को भी ध्यान में रखते हुए व्यवस्था की गई है.
गौर हो कि कोविड-19 से संबंधित कार्यशाला एवं स्वास्थ्य संवाद कार्यक्रम स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत की अध्यक्षता में आयोजित किया गया. सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की. इस मौके पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि सभी विधायक करीब 100 स्थानों पर वैक्सीनेशन कराएं. सभी को इसे एक अभियान के रूप में लेने की जरूरत है.
पीएम ने उपलब्ध कराई पर्याप्त वैक्सीन: इस मौके पर सीएम धामी ने कहा कि कोरोना काल में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की तरफ से उत्तराखंड को हर संभव मदद मिली. इसक से साथ ही केन्द्र से राज्य को प्रर्याप्त कोविड वैक्सीन भी मिल रही है. 15 दिसंबर तक राज्य में शत प्रतिशत टीकाकरण किया जाएगा.
उन्होंने आगे कहा कि हरिद्वार में 300 बेड का ईएसआई हॉस्पिटल बनाया जाएगा, जिसका फायदा मरीजों को मिलेगा. सीएम धामी ने कहा कि कोरोना की संभावित तीसरी लहर को देखते हुए सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. प्रदेश के लगभग सभी अस्पतालों में ऑक्सीजन प्लांट बन रहे हैं.
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राहत पैकेज से लाखों लोगों को मिला लाभ: सीएम धामी ने कहा कि राज्य के सीमित संसाधन होने के बावजूद भी प्रदेश में कोविड 19 से प्रभावित विभिन्न क्षेत्रों के लिए राज्य सरकार द्वारा राहत पैकेज दिए गए हैं. चिकित्सा क्षेत्र के लिए 205 करोड़ रुपए का पैकेज दिया गया है. जिससे लगभग 3 लाख 74 हजार लोग लाभान्वित होंगे.
पर्यटन, परिवहन, संस्कृति क्षेत्र से जुड़े लोगों को भी 200 करोड़ का राहत पैकेज दिया गया है. स्वास्थ्य विभाग के कार्मिकों, आगंनबाड़ी कार्यकत्रियों, आशा फैसिलेटर्स, पटवारी से नायब तहसीलदार तक विकास से संबंधित विभागों के कार्मिकों एवं कॉन्स्टेबल से सब इंस्पेक्टर तक को कोविड में सराहनीय कार्यों के लिए प्रोत्साहन राशि दी जा रही है.
हेल्थ इन्फ्रास्ट्रक्चर हुआ मजबूत: मुख्यमंत्री ने कहा कि हरिद्वार, रुद्रपुर एवं पिथौरागढ़ मेडिकल कॉलेज की कार्यवाही गतिमान है. इन मेडिकल कॉलेज के खुलने से राज्य में स्वास्थ्य सुविधाओं को और मजबूती मिलेगी. मुख्यमंत्री ने कहा कि जनप्रतिनिधिओं द्वारा भी कोविड टीकाकरण के लिए लोगों को जागरूक किया जाए. कोविड टीकाकरण अभियान के रूप में लिया जा रहा है. विधानसभा क्षेत्रों में समय-समय पर स्वास्थ्य शिविर लगाए जाएंगे.
कोविड के प्रति जागरूकता: इस मौके पर विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचन्द अग्रवाल ने कहा कि राज्य में स्वास्थ्य सुविधाओं को मजबूती प्रदान करने के लिए इस तरह के स्वास्थ्य संवाद कारगर साबित होंगे. राज्य में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत द्वारा भी कोविड की संभावित तीसरी लहर से बचाव के लिए सभी व्यवस्थाएं की गई हैं. उन्होंने कहा कि कोरोना नियंत्रित तो हुआ है, लेकिन अभी पूरी तरह खत्म नहीं हुआ है. ऐसे में जागरूकता अभियान लगातार चलते रहने चाहिए.
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44 लाख लोगों के बने आयुष्मान कार्ड: स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने कहा कि आयुष्मान उत्तराखंड योजना के माध्यम से लोगों को कैशलेस उपचार की सुविधा दी जी रही है. इस योजना के तहत अभी तक 44 लाख लोगों के आयुष्मान कार्ड बनाये जा चुके हैं. इसी तरह राजकीय कार्मिक, पेंशनर्स एवं उनके आश्रितों को भी राज्य सरकार द्वारा कैशलेस उपचार की सुविधा प्रदान की जा रही है.
207 प्रकार की निशुल्क जांचें उपलब्ध: राज्य सरकार द्वारा सभी सरकारी चिकित्सालयों में 207 प्रकार की पैथोलॉजी जांच सुविधा निःशुल्क दी जा रही है. कोविड के दृष्टिगत अस्पतालों में ऑक्सीजन बेड, आईसीयू बेड, वेटिलेटर एवं अन्य आवश्यक सामग्रियों की प्रर्याप्त व्यवस्था की गई है.
प्रधानमंत्री नेशनल डायलिसिस कार्यक्रम के तहत 8 जनपदों में डायलिसिस की सुविधा प्रदान की जा रही है. शेष जनपदों में भी यह सुविधा जल्द प्रदान की जाएगी. राज्य में 930 हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर संचालित किए जा रहे हैं.
इस दौरान नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह ने कहा कि पर्वतीय एवं ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधाओं को और मजबूती प्रदान करनी होगी. कोविड से बचाव के लिए सबको मिलजुलकर कार्य करना होगा. कोविड की संभावित तीसरी लहर के दृष्टिगत व्यवस्थाओं को और मजबूत बनाना होगा.
खुशियों की सवारी का फ्लैग ऑफ: कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने प्रसव उपरान्त जच्चा-बच्चा को अस्पताल से घर तक निःशुल्क छोड़ने के लिए 'खुशियों की सवारी' को फ्लैग ऑफ किया.