रुद्रप्रयाग: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी आज मंगलवार को केदारनाथ धाम पहुंचे. धाम पहुंचने के बाद उन्होंने बाबा केदार के दर्शन किए. दर्शन के बाद मुख्यमंत्री ने धाम में चल रहे पुनर्निर्माण कार्यों का निरीक्षण भी किया. मौसम खराब होने के कारण मुख्यमंत्री देरी से केदारनाथ पहुंचे, जबकि मुख्यमंत्री के केदारनाथ पहुंचने के बाद मौसम एक बार फिर खराब हो गया. मुख्यमंत्री को वापस जाने के लिए कुछ देर तक इंतजार करना पड़ा.
सीएम की पत्नी भी रहीं साथ: मंगलवार सुबह 10 बजे के लगभग प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी पत्नी गीता धामी के साथ केदारनाथ धाम पहुंचे. इस दौरान उन्होंने सबसे पहले केदारनाथ धाम में पूजा-अर्चना की. पूजा-अर्चना करने के बाद मुख्यमंत्री ने देश-विदेश से केदारनाथ धाम पहुंचे श्रद्धालुओं का अभिवादन किया. इसके बाद सीएम ने धाम में चल रहे द्वितीय चरण के पुनर्निर्माण कार्यों का निरीक्षण किया.
उन्होंने पुनर्निर्माण कार्यों को समय पर पूर्ण करने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए. कार्यों का निरीक्षण करने के बाद मुख्यमंत्री ने केदारनाथ धाम में आयोजित होने वाले अयुत यज्ञ में पहुंचे साधु-महात्माओं से मुलाकात की. केदारनाथ धाम के तीर्थ पुरोहितों ने भी मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को अपनी समस्याओं से अवगत कराया. इस मौके पर बदरी केदार मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेन्द्र अजय, डीएम मयूर दीक्षित, एसपी आयुष अग्रवाल सहित अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी मौजूद रहे.
पढ़ें- कभी न भूलने वाला जख्म दे गया उत्तरकाशी एवलॉन्च, विधायक के गले लगकर फूट फूट कर रोए परिजन
पीएम मोदी के संभावित दौरे को देखते हुए सीएम धामी ने केदारनाथ धाम में चल रहे निर्माण कार्यों का जायजा लिया और स्थानीय व्यापारियों और तीर्थ पुरोहितों से बातचीत की. प्रधानमंत्री मोदी खुद केदारनाथ निर्माण कार्यों की मॉनिटरिंग करते हैं ऐसे में मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को साफ शब्दों में संकेत भी दे दिए हैं कि पुनर्निर्माण कार्य में किसी भी प्रकार की हीलाहवाली बर्दाश्त नहीं की जाएगी.
2013 की आपदा में बुरी तरह से जमींदोज हो चुके केदारनाथ धाम मंदिर परिसर और आस-पास के इलाके में केंद्र एवं राज्य सरकार द्वारा पुनर्निर्माण का काम लगातार जारी है, प्रधानमंत्री मोदी के विजन के अनुरूप मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी लगातार इन निर्माण कार्यों की बारीकी से मॉनिटरिंग कर रहे हैं. पिछले कई सालों से लगातार चल रहे कामों के बाद अब भव्य केदारपुरी की तस्वीर देश दुनिया के सामने दिख रही है. मुख्यमंत्री ने कहा कि यहां आने वाले श्रद्धालु देवभूमि का अच्छा संदेश लेकर देश-दुनिया में जाएं, इसके लिए श्रद्धालुओं को हरसंभव सुविधा उपलब्ध कराने के प्रयास सरकार द्वारा किये जा रहे हैं.
ये निर्माणकार्य हुए पूरे: केदारनाथ धाम में जहां एक और भव्य मंदिर के पुनर्निर्माण का कार्य हो चुका है. वहीं दूसरी ओर शंकराचार्य की समाधि स्थल का काम भी पूरा हो चुका है. इसके अलावा मंदाकिनी नदी के तट पर स्नान घाटों का निर्माण एवं केदारपुरी क्षेत्र में आस्था पथ का निर्माण का कार्य पूरा हो चुका है. इतना ही नहीं केदारनाथ धाम में तीर्थ पुरोहित आवास और ध्यान गुफा भी बनकर तैयार हो चुकी है.
27 अक्टूबर को बंद होंगे कपाट: केदारनाथ धाम (Kedarnath Dham) के कपाट शीतकाल के लिए 27 अक्टूबर को भैयादूज पर्व के दिन बंद होंगे. इस साल बाबा केदारनाथ धाम यात्रा पर पहुंचने वाले श्रद्धालुओं ने नया रिकॉर्ड कायम किया है. केदारनाथ धाम की यात्रा के इतिहास में पहली बार अभी तक 14 लाख 35 हजार से अधिक श्रद्धालु केदारनाथ धाम पहुंचे हैं.