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बारिश से उत्तराखंड में हाहाकार, देहरादून में डूबा गांव, ग्राउंड पर उतरे CM धामी, चंपावत में पूर्णागिरि धाम मार्ग मलबा आने से बंद

उत्तराखंड में बारिश का कहर देखने को मिल रहा है. पूरे प्रदेशभर से नुकसान की खबरें आ रही है. रुद्रप्रयाग में अलकनंदा नदी में शिव की मूर्ति जलमग्न हो गई है तो चंपावत में पूर्णागिरि धाम मार्ग मलबा आने से बंद हो गया है. ऋषिकेश में तो इस कदर जलभराव हो गया कि एसडीआरएफ को सड़क पर राफ्ट उतारनी पड़ी. वहीं, हरिद्वार में भी कमोवेश यही हालात हैं. खुद सीएम धामी ग्राउंड पर उतरकर स्थितियों का जायजा ले रहे हैं.

Rain in Uttarakhand
उत्तराखंड में बारिश
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Published : Jul 11, 2023, 4:40 PM IST

Updated : Jul 11, 2023, 8:14 PM IST

बारिश से उत्तराखंड में मचा हाहाकार

देहरादूनः उत्तराखंड में मॉनसून की बारिश से आपदा जैसे हालात हो गए हैं. नदी नाले उफान पर बह रहे हैं तो जगह-जगह सड़कें बंद हैं. जलभराव की वजह से लोगों के घरों में पानी घुस गया है. जिससे लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. खुद सूबे के मुखिया पुष्कर सिंह धामी मोर्चा संभाले हुए हैं. सीएम धामी ग्राउंड पर उतरकर स्थितियों का जायजा ले रहे हैं.

  • LIVE: देहरादून में ISBT क्षेत्र का औचक निरीक्षण https://t.co/r5bMIJXeja

    — Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) July 11, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

ग्राउंड पर उतरे सीएम धामी, जलभराव का लिया जायजाः देहरादून के कई क्षेत्रों में जलभराव की समस्या पैदा हो गई है. शिमला बाईपास क्षेत्र में लोगों के घरों में मलबा तक घुस गया है. दरअसल, लगातार कई घंटों से हो रही बारिश के बाद देहरादून के शिमला-बाइपास रोड के पास मौजूद बूढ़पुर नयागांव डूब गया है. पूरे गांव में भारी जल भर गया है. जिला प्रशासन द्वारा राहत बचाव कार्य किया गया, यहां से ग्रामीणों को बाहर निकाला गया है.

Rain in Uttarakhand
देहरादून के शिमला-बाइपास रोड के पास मौजूद बूढ़पुर नयागांव की स्थिति.

वहीं, आपदा की स्थिति को लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ही लगातार आपदा विभाग से जानकारी ले रहे हैं. इसी कड़ी में सीएम धामी ने आईएसबीटी और क्लेमेंट टाउन के चंद्रबनी क्षेत्र का निरीक्षण किया. यहां स्थानीय लोगों से बातचीत में जलभराव की स्थिति और नुकसान का जायजा लिया. सीएम ने जिलाधिकारी को ISBT में ड्रेनेज की समस्या का शीघ्र समाधान करने एवं जल भराव के कारणों की जांच कर जो भी अधिकारी इसमें दोषी पाए जाते हैं, उन पर सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए.

  • आज देहरादून में ISBT एवं चंद्रबनी क्षेत्र का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान स्थानीय लोगों से वार्ता करते हुए भारी बारिश से उत्पन्न हुई समस्याओं की जानकारी लेकर संबंधित अधिकारियों को इसके शीघ्र निस्तारण हेतु निर्देशित किया।

    साथ ही जिलाधिकारी को ISBT में ड्रेनेज की समस्या का शीघ्र… pic.twitter.com/l1zot8WYfS

    — Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) July 11, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

डोईवाला में उफान पर सुसवा नदी, बुल्लावाला में घरों में घुसा पानीः बारिश से सुसवा नदी उफान पर बह रही है. तटबंध न होने के कारण नदी के किनारे रह रहे लोग डर के साए में है. केमरी, दुधली, सिमलाश, माधोवाला, कुड़का वाला नई बस्ती के लोगों को बाढ़ का डर सता रहा है. स्थानीय लोगों का कहना है सुसवा नदी में तटबंध न होने से हर साल किसानों के खेत नदी में समा जाते हैं.

Rain in Uttarakhand
हर तरफ जल भराव

हरिद्वार में डीएम धीराज सिंह गर्ब्याल ने संभाला मोर्चाः पहाड़ों पर हो रही बारिश से हरिद्वार में गंगा नदी का जलस्तर बढ़ गया है. गंगा नदी चेतावनी स्तर के करीब बह रही है. जिसके चलते डीएम धीराज सिंह गर्ब्याल ने खुद आपदा कंट्रोल रूम पहुंच कर मोर्चा संभाल लिया है. वहीं, एसडीएम बीएस बुदियाल भीमगौड़ा बैराज पहुंच स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं. बता दें कि गंगा का जलस्तर अभी 292.80 मिमी पर बह रहा है. जबकि, चेतावनी स्तर 293.00 मिमी है. वहीं, खतरे का स्तर 294.00 मिमी है.
ये भी पढ़ेंः उत्तरकाशी में मलबे की चपेट में आए तीन वाहन, एक महिला समेत चार लोगों की मौत, छह घायल, सीएम धामी ने जताया दुख

रुद्रप्रयाग में अलकनंदा नदी में डूबी शिव की मूर्तिः रुद्रप्रयाग में अलकनंदा नदी का रौद रूप देखने को मिल रहा है. अलकनंदा नदी का खतरे का निशान 625 मीटर है, लेकिन नदी यहां खतरे के निशान के करीब 624 मीटर पर बह रही है. नदी किनारे स्थित सभी घाट और पैदल रास्ते भी जलमग्न हो गए हैं. आवासीय भवनों से कुछ ही दूरी अब नदी का पानी बह रहा है. रुद्रप्रयाग में अलकनंदा नदी से करीब 25 मीटर दूर एक विशालकाय भगवान शिव की मूर्ति स्थित है. नदी का जल स्तर इतना ज्यादा बढ़ गया है कि शिव मूर्ति के गले तक पानी भर गया है.

Rain in Uttarakhand
रुद्रप्रयाग के घाट जलमग्न

श्रीनगर में सड़क बंद होने से फंसी रही एंबुलेंसः श्रीनगर में नेशनल हाईवे जगह-जगह बंद हो गया है. सिरोबगड़ में मलबा आने से सैकड़ों वाहन फंसे हुए हैं. लोगों को सड़क पर ही पूरी रात काटनी पड़ी. इतना ही नहीं एंबुलेंस भी फंसी नजर आई. वहीं, प्रशासन ने भी सिरोबगड़ में हाईवे बंद होने के कारण यातायात को डाइवर्ट कर दिया गया है. सभी वाहनों को डुंगरी पंथ खेड़ाखाल मार्ग से रुद्रप्रयाग भेजा जा रहा है.

Rain in Uttarakhand
टिहरी डैम

टिहरी डैम का जलस्तर बढ़ाः पहाड़ों में हो रही लगातार बारिश से 42 वर्ग किलोमीटर तक फैली एशिया के सबसे बड़े टिहरी बांध का जलस्तर बढ़ने लगा है. ऐसे में टिहरी के आस पास बसे गांव में डर कर माहौल बना हुआ है. ग्रामीणों का कहना है कि जब बरसात में टिहरी डैम भरती है तो गांव के नीचे जमीनों में कटाव शुरू हो जाता है. साथ ही ग्रामीणों के मकानों में दरार पड़ने लग जाती है. टिहरी झील के आस पास बसे भलडगांव, उप्पू, रौलाकोट, बेरबागी, गडोली, मदन नेगी आदि के ग्रामीण दहशत में है.

आफत की बारिश से उत्तराखंड में मचा हाहाकार

चंपावत में पूर्णागिरि धाम मार्ग मलबा आने से बंदः चंपावत जिले में माता पूर्णागिरि धाम बाटनागाड़ में मार्ग मलबा आने से बंद हो गया है. जिसके चलते कई तीर्थ यात्री फंस गए हैं. इसके अलावा पूर्णागिरि मार्ग पर पड़ने वाले गांव के लोगों को भी मार्ग बंद होने के कारण काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. फिलहाल, मलबा हटाने के लिए जेसीबी और पोकलैंड को लगाया गया है. अनुमान जताया जा रहा है कि 2 दिन के भीतर पूर्णागिरि मार्ग पर यातायात सुचारू हो जाएगा.
ये भी पढ़ेंः उत्तराखंड में 'आसमानी' आफत, भारी बारिश से जुमा मोटरपुल बहा, टोंस नदी का जलस्तर बढ़ने से दुकानें कराई खाली

ऋषिकेश में कई घरों में घुसा पानीः ऋषिकेश में मूसलाधार बारिश की वजह से कई तटीय इलाकों में पानी घुस गया है. खासकर गंगानगर और श्यामपुर के भल्ला फार्म क्षेत्र की सड़कें जलमग्न हो गई. कई घरों के अंदर पानी घुस गया है. आलम ये है कि एसडीआरएफ को रेस्क्यू के लिए राफ्ट का इस्तेमाल करना पड़ा. एसडीआरएफ की टीम तटीय इलाकों में नजर बनाई हुई है. कोयल घाटी के पास भी गंगानगर क्षेत्र से आने वाला पानी का तेज बहाव लोगों को डराने में लगा है. गंगा का जलस्तर भी काफी बढ़ा हुआ है.

बारिश से उत्तराखंड में मचा हाहाकार

देहरादूनः उत्तराखंड में मॉनसून की बारिश से आपदा जैसे हालात हो गए हैं. नदी नाले उफान पर बह रहे हैं तो जगह-जगह सड़कें बंद हैं. जलभराव की वजह से लोगों के घरों में पानी घुस गया है. जिससे लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. खुद सूबे के मुखिया पुष्कर सिंह धामी मोर्चा संभाले हुए हैं. सीएम धामी ग्राउंड पर उतरकर स्थितियों का जायजा ले रहे हैं.

  • LIVE: देहरादून में ISBT क्षेत्र का औचक निरीक्षण https://t.co/r5bMIJXeja

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ग्राउंड पर उतरे सीएम धामी, जलभराव का लिया जायजाः देहरादून के कई क्षेत्रों में जलभराव की समस्या पैदा हो गई है. शिमला बाईपास क्षेत्र में लोगों के घरों में मलबा तक घुस गया है. दरअसल, लगातार कई घंटों से हो रही बारिश के बाद देहरादून के शिमला-बाइपास रोड के पास मौजूद बूढ़पुर नयागांव डूब गया है. पूरे गांव में भारी जल भर गया है. जिला प्रशासन द्वारा राहत बचाव कार्य किया गया, यहां से ग्रामीणों को बाहर निकाला गया है.

Rain in Uttarakhand
देहरादून के शिमला-बाइपास रोड के पास मौजूद बूढ़पुर नयागांव की स्थिति.

वहीं, आपदा की स्थिति को लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ही लगातार आपदा विभाग से जानकारी ले रहे हैं. इसी कड़ी में सीएम धामी ने आईएसबीटी और क्लेमेंट टाउन के चंद्रबनी क्षेत्र का निरीक्षण किया. यहां स्थानीय लोगों से बातचीत में जलभराव की स्थिति और नुकसान का जायजा लिया. सीएम ने जिलाधिकारी को ISBT में ड्रेनेज की समस्या का शीघ्र समाधान करने एवं जल भराव के कारणों की जांच कर जो भी अधिकारी इसमें दोषी पाए जाते हैं, उन पर सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए.

  • आज देहरादून में ISBT एवं चंद्रबनी क्षेत्र का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान स्थानीय लोगों से वार्ता करते हुए भारी बारिश से उत्पन्न हुई समस्याओं की जानकारी लेकर संबंधित अधिकारियों को इसके शीघ्र निस्तारण हेतु निर्देशित किया।

    साथ ही जिलाधिकारी को ISBT में ड्रेनेज की समस्या का शीघ्र… pic.twitter.com/l1zot8WYfS

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डोईवाला में उफान पर सुसवा नदी, बुल्लावाला में घरों में घुसा पानीः बारिश से सुसवा नदी उफान पर बह रही है. तटबंध न होने के कारण नदी के किनारे रह रहे लोग डर के साए में है. केमरी, दुधली, सिमलाश, माधोवाला, कुड़का वाला नई बस्ती के लोगों को बाढ़ का डर सता रहा है. स्थानीय लोगों का कहना है सुसवा नदी में तटबंध न होने से हर साल किसानों के खेत नदी में समा जाते हैं.

Rain in Uttarakhand
हर तरफ जल भराव

हरिद्वार में डीएम धीराज सिंह गर्ब्याल ने संभाला मोर्चाः पहाड़ों पर हो रही बारिश से हरिद्वार में गंगा नदी का जलस्तर बढ़ गया है. गंगा नदी चेतावनी स्तर के करीब बह रही है. जिसके चलते डीएम धीराज सिंह गर्ब्याल ने खुद आपदा कंट्रोल रूम पहुंच कर मोर्चा संभाल लिया है. वहीं, एसडीएम बीएस बुदियाल भीमगौड़ा बैराज पहुंच स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं. बता दें कि गंगा का जलस्तर अभी 292.80 मिमी पर बह रहा है. जबकि, चेतावनी स्तर 293.00 मिमी है. वहीं, खतरे का स्तर 294.00 मिमी है.
ये भी पढ़ेंः उत्तरकाशी में मलबे की चपेट में आए तीन वाहन, एक महिला समेत चार लोगों की मौत, छह घायल, सीएम धामी ने जताया दुख

रुद्रप्रयाग में अलकनंदा नदी में डूबी शिव की मूर्तिः रुद्रप्रयाग में अलकनंदा नदी का रौद रूप देखने को मिल रहा है. अलकनंदा नदी का खतरे का निशान 625 मीटर है, लेकिन नदी यहां खतरे के निशान के करीब 624 मीटर पर बह रही है. नदी किनारे स्थित सभी घाट और पैदल रास्ते भी जलमग्न हो गए हैं. आवासीय भवनों से कुछ ही दूरी अब नदी का पानी बह रहा है. रुद्रप्रयाग में अलकनंदा नदी से करीब 25 मीटर दूर एक विशालकाय भगवान शिव की मूर्ति स्थित है. नदी का जल स्तर इतना ज्यादा बढ़ गया है कि शिव मूर्ति के गले तक पानी भर गया है.

Rain in Uttarakhand
रुद्रप्रयाग के घाट जलमग्न

श्रीनगर में सड़क बंद होने से फंसी रही एंबुलेंसः श्रीनगर में नेशनल हाईवे जगह-जगह बंद हो गया है. सिरोबगड़ में मलबा आने से सैकड़ों वाहन फंसे हुए हैं. लोगों को सड़क पर ही पूरी रात काटनी पड़ी. इतना ही नहीं एंबुलेंस भी फंसी नजर आई. वहीं, प्रशासन ने भी सिरोबगड़ में हाईवे बंद होने के कारण यातायात को डाइवर्ट कर दिया गया है. सभी वाहनों को डुंगरी पंथ खेड़ाखाल मार्ग से रुद्रप्रयाग भेजा जा रहा है.

Rain in Uttarakhand
टिहरी डैम

टिहरी डैम का जलस्तर बढ़ाः पहाड़ों में हो रही लगातार बारिश से 42 वर्ग किलोमीटर तक फैली एशिया के सबसे बड़े टिहरी बांध का जलस्तर बढ़ने लगा है. ऐसे में टिहरी के आस पास बसे गांव में डर कर माहौल बना हुआ है. ग्रामीणों का कहना है कि जब बरसात में टिहरी डैम भरती है तो गांव के नीचे जमीनों में कटाव शुरू हो जाता है. साथ ही ग्रामीणों के मकानों में दरार पड़ने लग जाती है. टिहरी झील के आस पास बसे भलडगांव, उप्पू, रौलाकोट, बेरबागी, गडोली, मदन नेगी आदि के ग्रामीण दहशत में है.

आफत की बारिश से उत्तराखंड में मचा हाहाकार

चंपावत में पूर्णागिरि धाम मार्ग मलबा आने से बंदः चंपावत जिले में माता पूर्णागिरि धाम बाटनागाड़ में मार्ग मलबा आने से बंद हो गया है. जिसके चलते कई तीर्थ यात्री फंस गए हैं. इसके अलावा पूर्णागिरि मार्ग पर पड़ने वाले गांव के लोगों को भी मार्ग बंद होने के कारण काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. फिलहाल, मलबा हटाने के लिए जेसीबी और पोकलैंड को लगाया गया है. अनुमान जताया जा रहा है कि 2 दिन के भीतर पूर्णागिरि मार्ग पर यातायात सुचारू हो जाएगा.
ये भी पढ़ेंः उत्तराखंड में 'आसमानी' आफत, भारी बारिश से जुमा मोटरपुल बहा, टोंस नदी का जलस्तर बढ़ने से दुकानें कराई खाली

ऋषिकेश में कई घरों में घुसा पानीः ऋषिकेश में मूसलाधार बारिश की वजह से कई तटीय इलाकों में पानी घुस गया है. खासकर गंगानगर और श्यामपुर के भल्ला फार्म क्षेत्र की सड़कें जलमग्न हो गई. कई घरों के अंदर पानी घुस गया है. आलम ये है कि एसडीआरएफ को रेस्क्यू के लिए राफ्ट का इस्तेमाल करना पड़ा. एसडीआरएफ की टीम तटीय इलाकों में नजर बनाई हुई है. कोयल घाटी के पास भी गंगानगर क्षेत्र से आने वाला पानी का तेज बहाव लोगों को डराने में लगा है. गंगा का जलस्तर भी काफी बढ़ा हुआ है.

Last Updated : Jul 11, 2023, 8:14 PM IST
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