देहरादून: आखिरकार ठग बाबा प्रियव्रत अनिमेश की गिरफ्तारी के 48 घंटे बाद मुख्यमंत्री कार्यालय ने इस मामले की जांच शुरू कर दी है. ऋषिकेश में गिरफ्तार हुआ प्रियव्रत अनिमेश कैसे मुख्यमंत्री सेफ हाउस तक पहुंच गया, इसकी जांच की जाएगी. इतना ही नहीं, आखिरकार वह व्यक्ति कौन है, जिसने मुख्यमंत्री कार्यालय से संपर्क करके न केवल बाबा से मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को आशीर्वाद दिलवा दिया, बल्कि उसकी पुस्तक का विमोचन भी करवा दिया. राज्य में किरकिरी होने के बाद अब इस मामले की जांच की जा रही है.
सूत्र बताते हैं कि जिस वक्त बाबा सेफ हाउस में पहुंचा था, उस वक्त वह अकेला नहीं था, बल्कि उसके साथ तीन पुरुष और दो महिलाएं भी थीं. इन दो महिलाओं में एक महिला आईपीएस अधिकारी है, जिसका बकायदा प्रेस नोट में जिक्र भी किया गया है. जानकारी के अनुसार मुख्यमंत्री सेफ हाउस कार्यक्रम की अनुमति खुद आईपीएस अधिकारी ने ली थी, जो महिला तस्वीरों में दिखाई दे रही है.
बाबा के साथ पिछले एक हफ्ते से ये आईपीएस अधिकारी लगातार देखी जा रही थी. इतना ही नहीं बाबा की भक्त बनकर यह आईपीएस अधिकारी बीते 4 दिनों से उनके साथ ऋषिकेश और देहरादून के चक्कर काट रही थी. कई जगहों से बाबा और आईपीएस अधिकारी की तस्वीरें और वीडियो सामने आई हैं. सीएम सेफ हाउस में पुस्तक विमोचन के समय सभी लोग दिखाई दे रहे हैं.
मुख्यमंत्री के अलावा यह ठग बाबा विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल और पुलिस के बड़े अधिकारियों से भी मिलकर उन्हें आशीर्वाद दे चुका है. कहा जा रहा है कि बाबा तमाम बड़े लोगों के साथ अपनी फोटो दिखाकर उन्हें अपना भक्त बताता था. साथ ही लोगों को सम्मोहित और ठगने का काम करता था.
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मामले पर मुख्यमंत्री कार्यालय ने जांच बैठा दी है. जिसने इस ठग बाबा को मुख्यमंत्री तक पहुंचाया है, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. इस पूरे मामले पर एक महिला आईपीएस का भी नाम सामने आ रहा है. ऋषिकेश में अध्यात्म के नाम पर ठगी करने वाले अनिमेश बाबा उर्फ महेंद्र रोड उर्फ रोबिन खलीफा पुत्र सुल्तान सिंह के रसूखदारों के साथ संबंध हैं. बताया जा रहा है कि ठगी में माहिर अनिमेश बाबा के केंद्र से लेकर राज्य के कई नेताओं से सीधे संबंध हैं.
अनिमेश बाबा के खिलाफ अवैध वसूली और ब्लैकमेलिंग के कई मामले दर्ज हैं. प्रियव्रत अनिमेश की गिरफ्तारी के बाद मालूम चला कि बाबा का आपराधिक रिकॉर्ड पुराना है. बाबा के दिल्ली, उत्तर प्रदेश, हरियाणा जैसे राज्यों में कई अवैध ठिकाने हैं. इतना ही नहीं, सोने के आभूषणों से लदे रहने वाले बाबा अनिमेश के खिलाफ हरियाणा में कई थानों में गंभीर धाराओं में मुकदमे दर्ज हैं.
बाबा ने फिलहाल अपना ठिकाना ऋषिकेश में बनाया हुआ था. इतना ही नहीं प्रियव्रत अनिमेश के संबंध भारतीय जनता पार्टी, कांग्रेस और तमाम नौकरशाहों के साथ बहुत अच्छे बताए जाते हैं. शायद यही कारण है कि बाबा जहां भी जाता है, उसका वहां जोरदार स्वागत किया जाता है.
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सोशल मीडिया पर बाबा के साथ केंद्रीय राज्यमंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते, बीजेपी नेता विजय जॉली, गिरिराज सिंह, अर्जुन राम मेघवाल, राज्यसभा सांसद सुजीत कुमार, बॉलीवुड सिंगर शंकर साहनी सहित कई बड़े नाम जुड़े हैं. इनको बाबा आशीर्वाद स्वरूप पहले टीका लगा चुका है. ये सभी बाबा के आगे सिर झुका चुके हैं.
कैसे पकड़ा गया बाबा?
ऋषिकेश स्थित गढ़वाल ज्वेलर्स के मालिक हितेंद्र पंवार ने शिकायत की थी कि उनकी पत्नी को मानसिक दिक्कत है. साल 2019 में वह खुद को योगी बताने वाले प्रियव्रत अनिमेश निवासी आजादनगर पानीपत हरियाणा के संपर्क में आई. आरोप है कि प्रियव्रत ने अलग-अलग तारीख में पत्नी को कई दवा दीं. सम्मोहित कर सोने का ब्रेसलेट, सोने की माला, चार अंगूठी और नकदी उससे ठग ली. दुकान पर सामान का मिलान करने पर इसका पता चला.
शिकायत पर पुलिस ने नामजद मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की तो सच्चाई सामने आई. इसके बाद आरोपी प्रियव्रत अनिमेश को गिरफ्तार कर लिया गया. आरोपी की निशानदेही पर पुलिस ने सम्मोहित कर ठगे गए करीब 9 लाख रुपए के जेवरात भी बरामद किये थे.