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CM त्रिवेंद्र ने किया ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन का निरीक्षण, तय समय सीमा में प्रोजेक्ट पूरा करने के दिए निर्देश

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Published : Feb 9, 2019, 7:16 PM IST

मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने किया ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन का निरीक्षण... आधिकारियों को दिए ये निर्देश

त्रिवेंद्र रावत

ऋषिकेश: मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने बुधवार को ऋषिकेश पहुंचकर कर्णप्रयाग रेल लाइन कार्यों का जायजा लिया. उन्होंने कहा कि यह रेल पहाड़ के लिए वरदान साबित होगी. इससे पर्यटन तो बढ़ेगा साथ ही तीर्थाटन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं को भी काफी सहूलियत मिलेगी. उन्होंने कहा कि पूर्व में उन्होंने गंगा पर बन रहे जानकी सेतु के निर्माण कार्य का निरीक्षण भी किया.

ऋषिकेश कर्णप्रयाग रेल लाइन निर्माण कार्य का जायजा लेने पहुंचे मुख्यमंत्री ने निर्माण अधिकारियों से कार्य की जानकारी हासिल करते हुए कार्य समय सीमा में खत्म करने को कहा. इस दौरान सीएम ने बताया कि इस योजना के फर्स्ट फेज में लगभग 16000 करोड़ रुपये खर्च होंगे. यह रेल लाइन 125 किलोमीटर लंबी है, जिसमें से 105 किलोमीटर लंबी लाइन भूमिगत होगी.

त्रिवेंद्र रावत, मुख्यमंत्री, उत्तराखंड
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सीएम ने कहा कि निर्माण कार्य पूरा होते ही पहाड़ का सफर सुरक्षित और बेहतर हो सकेगा. देश-विदेश से आने वाले पर्यटक और श्रद्धालु रेल में बैठकर प्रकृति का आनंद ले पायेंगे और पहाड़ के लोगों के लिए यह रेल विकास की किरण लेकर लाएगी.

मुख्यमंत्री ने बताया कि रेल जाने से माल की ढुलाई भी सस्ती हो जाएगी, जिससे पहाड़ों पर भी समान सस्ती दरों पर उपलब्ध हो सकेगा. सीएम ने कहा इस रेलवे स्टेशन के बनने के बाद आने वाले 2021 कुंभ में श्रद्धालुओं को काफी अच्छी सुविधाएं भी मिलेंगी. पूर्ववर्ती सरकार पर निशाना साधते हुए सीएम त्रिवेंद्र ने कहा कि ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन का सपना पूर्व में कई बार जनता को दिखाया गया. लेकिन इसे साकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने करके दिखाया है.

बता दें कि ऋषिकेश कर्णप्रयाग रेलवे लाइन बनने के बाद रेलवे स्टेशन पर चारधाम - बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री धाम की तस्वीरें बनाई जाएंगी. इसके अलावा रेलवे स्टेशनों पर पहाड़ से जुड़ी संस्कृति को दर्शाया जाएगा ताकि पर्यटकों को उत्तराखंड के बारे में ज्यादा से ज्यादा जानकारी मिल सके.

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ऋषिकेश: मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने बुधवार को ऋषिकेश पहुंचकर कर्णप्रयाग रेल लाइन कार्यों का जायजा लिया. उन्होंने कहा कि यह रेल पहाड़ के लिए वरदान साबित होगी. इससे पर्यटन तो बढ़ेगा साथ ही तीर्थाटन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं को भी काफी सहूलियत मिलेगी. उन्होंने कहा कि पूर्व में उन्होंने गंगा पर बन रहे जानकी सेतु के निर्माण कार्य का निरीक्षण भी किया.

ऋषिकेश कर्णप्रयाग रेल लाइन निर्माण कार्य का जायजा लेने पहुंचे मुख्यमंत्री ने निर्माण अधिकारियों से कार्य की जानकारी हासिल करते हुए कार्य समय सीमा में खत्म करने को कहा. इस दौरान सीएम ने बताया कि इस योजना के फर्स्ट फेज में लगभग 16000 करोड़ रुपये खर्च होंगे. यह रेल लाइन 125 किलोमीटर लंबी है, जिसमें से 105 किलोमीटर लंबी लाइन भूमिगत होगी.

त्रिवेंद्र रावत, मुख्यमंत्री, उत्तराखंड
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सीएम ने कहा कि निर्माण कार्य पूरा होते ही पहाड़ का सफर सुरक्षित और बेहतर हो सकेगा. देश-विदेश से आने वाले पर्यटक और श्रद्धालु रेल में बैठकर प्रकृति का आनंद ले पायेंगे और पहाड़ के लोगों के लिए यह रेल विकास की किरण लेकर लाएगी.

मुख्यमंत्री ने बताया कि रेल जाने से माल की ढुलाई भी सस्ती हो जाएगी, जिससे पहाड़ों पर भी समान सस्ती दरों पर उपलब्ध हो सकेगा. सीएम ने कहा इस रेलवे स्टेशन के बनने के बाद आने वाले 2021 कुंभ में श्रद्धालुओं को काफी अच्छी सुविधाएं भी मिलेंगी. पूर्ववर्ती सरकार पर निशाना साधते हुए सीएम त्रिवेंद्र ने कहा कि ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन का सपना पूर्व में कई बार जनता को दिखाया गया. लेकिन इसे साकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने करके दिखाया है.

बता दें कि ऋषिकेश कर्णप्रयाग रेलवे लाइन बनने के बाद रेलवे स्टेशन पर चारधाम - बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री धाम की तस्वीरें बनाई जाएंगी. इसके अलावा रेलवे स्टेशनों पर पहाड़ से जुड़ी संस्कृति को दर्शाया जाएगा ताकि पर्यटकों को उत्तराखंड के बारे में ज्यादा से ज्यादा जानकारी मिल सके.

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CM त्रिवेंद्र ने किया ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन का निरीक्षण, तय समय सीमा में प्रोजेक्ट पूरा करने के दिए निर्देश

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ऋषिकेश: मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने बुधवार को ऋषिकेश पहुंचकर कर्णप्रयाग रेल लाइन कार्यों का जायजा लिया. उन्होंने कहा कि यह रेल पहाड़ के लिए वरदान साबित होगी. इससे पर्यटन तो बढ़ेगा साथ ही तीर्थाटन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं को भी काफी सहूलियत मिलेगी. उन्होंने कहा कि पूर्व में उन्होंने गंगा पर बन रहे जानकी सेतु के निर्माण कार्य का निरीक्षण भी किया.



ऋषिकेश कर्णप्रयाग रेल लाइन निर्माण कार्य का जायजा लेने पहुंचे मुख्यमंत्री ने निर्माण अधिकारियों से कार्य की जानकारी हासिल करते हुए कार्य समय सीमा में खत्म करने को कहा.  इस दौरान सीएम ने बताया कि इस योजना के फर्स्ट फेज में लगभग 16000 करोड़ रुपये खर्च होंगे. यह रेल लाइन 125 किलोमीटर लंबी है, जिसमें से 105 किलोमीटर लंबी लाइन भूमिगत होगी.  



सीएम ने कहा कि निर्माण कार्य पूरा होते ही पहाड़ का सफर सुरक्षित और बेहतर हो सकेगा. देश-विदेश से आने वाले पर्यटक और श्रद्धालु रेल में बैठकर प्रकृति का आनंद ले पायेंगे और पहाड़ के लोगों के लिए यह रेल विकास की किरण लेकर लाएगी.



मुख्यमंत्री ने बताया कि रेल जाने से माल की ढुलाई भी सस्ती हो जाएगी, जिससे पहाड़ों पर भी समान सस्ती दरों पर उपलब्ध हो सकेगा. सीएम ने कहा इस रेलवे स्टेशन के बनने के बाद आने वाले 2021 कुंभ में श्रद्धालुओं को काफी अच्छी सुविधाएं भी मिलेंगी.



पूर्ववर्ती सरकार पर निशाना साधते हुए सीएम त्रिवेंद्र ने कहा कि ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन का सपना पूर्व में कई बार जनता को दिखाया गया. लेकिन इसे साकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने करके दिखाया है.



बता दें कि ऋषिकेश कर्णप्रयाग रेलवे लाइन बनने के बाद रेलवे स्टेशन पर चारधाम - बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री धाम की तस्वीरें बनाई जाएंगी. इसके अलावा रेलवे स्टेशनों पर पहाड़ से जुड़ी संस्कृति को दर्शाया जाएगा ताकि पर्यटकों को उत्तराखंड के बारे में ज्यादा से ज्यादा जानकारी मिल सके.

 

त्रिवेंद्र रावत, मुख्यमंत्री, उत्तराखंड


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