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पिथौरागढ़ आपदा: काली नदी में बनी 2 किलोमीटर लंबी झील, राहत-बचाव कार्यों की CM कर रहे समीक्षा

मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने पिथौरागढ़ के सीमांत क्षेत्रों में राहत एवं बचाव कार्यों को बारे में जानकारी ली. साथ ही सीएम पुष्कर सिंह धामी ने राहत एवं बचाव कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिये हैं. बता दें कि खोतिला व्यासनगर के पास काली नदी में लगभग दो किमी लंबी झील बनने से व्यासनगर के 50 से अधिक मकान जलमग्न हो गए हैं.

Cloud burst in frontier area of Pithoragarh
राहत एवं बचाव कार्यों में तेजी लाने के निर्देश
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Published : Sep 10, 2022, 4:04 PM IST

Updated : Sep 10, 2022, 4:30 PM IST

देहरादून: पिथौरागढ़ जनपद के सीमांत क्षेत्र में बादल फटने की घटना (Cloud burst in frontier area of Pithoragarh) के बाद यहां काफी ज्यादा नुकसान होने की खबर सामने आई है. आपदा में जिंदगियों को बचाने के लिए जिला प्रशासन मौके पर राहत एवं बचाव कार्य में जुटा हुआ है. इस दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (Chief Minister Pushkar Singh Dhami) ने भी अधिकारियों से हालातों की जानकारी ली. साथ ही सीएम धामी ने राहत कार्य में तेजी लाने के निर्देश भी अधिकारियों को दिए.

प्रदेश के सीमांत जिले पिथौरागढ़ में भारत-नेपाल सीमा पर देर रात बादल फटने से भारी तबाही हुई है. बादल फटने के दौरान पिथौरागढ़ से नेपाल को जोड़ने वाली काली नदी में भारी मात्रा में मलबा आने से पिथौरागढ़ के धारचूला के खोतीला में भी भारी नुकसान (Heavy damage in Dharchula Khotila) हुआ है. साथ ही खोतिला व्यासनगर के पास काली नदी में लगभग दो किमी लंबी झील बनने से व्यासनगर के 50 से अधिक मकान जलमग्न हो गए हैं. वहीं, पुल पार नेपाल के लासकु में भी भारी बारिश से तबाही हुई है.

राहत एवं बचाव कार्यों में तेजी लाने के निर्देश

पढे़ं- पिथौरागढ़ में भारत-नेपाल बॉर्डर पर बादल फटा, पूरा गांव तबाह! एक शव बरामद

इस क्षेत्र में आपदा प्रबंधन, राजस्व दल, एसडीआरएफ और पुलिस टीम राहत और बचाव कार्य में जुटे हैं. साथ ही प्रभावितों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने में हेलीकॉप्टर की भी मदद ली जा रही है. वहीं, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा इस क्षेत्र में समय-समय पर आपदा आती रहती है, यहां वर्तमान समय में राहत बचाव का कार्य जारी है. सरकार की प्राथमिकता सभी लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने की है, उसके आधार पर आगे की कार्यवाही की जाएगी.

देहरादून: पिथौरागढ़ जनपद के सीमांत क्षेत्र में बादल फटने की घटना (Cloud burst in frontier area of Pithoragarh) के बाद यहां काफी ज्यादा नुकसान होने की खबर सामने आई है. आपदा में जिंदगियों को बचाने के लिए जिला प्रशासन मौके पर राहत एवं बचाव कार्य में जुटा हुआ है. इस दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (Chief Minister Pushkar Singh Dhami) ने भी अधिकारियों से हालातों की जानकारी ली. साथ ही सीएम धामी ने राहत कार्य में तेजी लाने के निर्देश भी अधिकारियों को दिए.

प्रदेश के सीमांत जिले पिथौरागढ़ में भारत-नेपाल सीमा पर देर रात बादल फटने से भारी तबाही हुई है. बादल फटने के दौरान पिथौरागढ़ से नेपाल को जोड़ने वाली काली नदी में भारी मात्रा में मलबा आने से पिथौरागढ़ के धारचूला के खोतीला में भी भारी नुकसान (Heavy damage in Dharchula Khotila) हुआ है. साथ ही खोतिला व्यासनगर के पास काली नदी में लगभग दो किमी लंबी झील बनने से व्यासनगर के 50 से अधिक मकान जलमग्न हो गए हैं. वहीं, पुल पार नेपाल के लासकु में भी भारी बारिश से तबाही हुई है.

राहत एवं बचाव कार्यों में तेजी लाने के निर्देश

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इस क्षेत्र में आपदा प्रबंधन, राजस्व दल, एसडीआरएफ और पुलिस टीम राहत और बचाव कार्य में जुटे हैं. साथ ही प्रभावितों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने में हेलीकॉप्टर की भी मदद ली जा रही है. वहीं, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा इस क्षेत्र में समय-समय पर आपदा आती रहती है, यहां वर्तमान समय में राहत बचाव का कार्य जारी है. सरकार की प्राथमिकता सभी लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने की है, उसके आधार पर आगे की कार्यवाही की जाएगी.

Last Updated : Sep 10, 2022, 4:30 PM IST
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