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मसूरी में कोरोना के चलते इस बार क्रिसमस पर नहीं खुलेगा चर्च

कोरोना संक्रमण के चलते इस बार मसूरी में क्रिसमस पर्व नहीं मनाया जाएगा. कोविड-19 संक्रमण को देखते हुए जिला प्रशासन ने यह फैसला लिया है.

क्रिसमस पर नहीं खुलेंगे मसूरी के चर्च
क्रिसमस पर नहीं खुलेंगे मसूरी के चर्च
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Published : Dec 24, 2020, 12:49 PM IST

मसूरी: कोरोना संक्रमण के चलते इस बार मसूरी में क्रिसमस पर्व नहीं मनाया जाएगा. इसको लेकर क्रिश्चियन समुदाय में काफी मायूसी है. जिला प्रशासन ने कोविड-19 नियमों के तहत किसी भी प्रकार के पार्टी या कार्यक्रम आयोजित नहीं करने के निर्देश दिए हैं.

मसूरी के ऐतिहासिक मैथोडिस्ट चर्च को क्रिसमस पर्व को लेकर सजाया गया है, लेकिन इस बार कोई प्रार्थना चर्च के अंदर नहीं होगी और ना किसी को चर्च में प्रवेश करने दिया जायेगा. पादरी ने बताया कि इस बार चर्च समिति द्वारा क्रिसम में वर्चुअल प्रार्थना का कार्यक्रम रखा गया है. क्रिसमस से 1 दिन पहले रात को विशेष प्रार्थना की जाएगी, जिसमें क्रिश्चियन समुदाय के लोग जूम एप के माध्यम से वर्चुअल शिरकत करेंगे और प्रभु यीशु से अमन शांति की दुआ करेंगे.

ये भी पढ़ें: उत्तराखंड की राजनीति पर क्या असर डालेगा कृषि कानून?, पढ़ें पूरी खबर

वहीं, दूसरी ओर मसूरी छावनी परिषद के चार दुकान क्षेत्र स्थित सबसे पुराने चर्च को इस बार नहीं सजाया गया है. बता दें कि सेंट पीटर्स चर्च मसूरी के सबसे पुराना चर्च है, जो 1828 में बनाया गया था. इसे आयरलैंड के सिपाहियों द्वारा बनाया गया था, जो मसूरी को बनाने वाले कैप्टन यंग के साथ मसूरी आये थे. पादरी विवेक सिंह ने बताया कि कोविड के चलते चर्च को नए साल तक नहीं खोला जाएगा.

वहीं, दूसरी ओर मशहूर अंग्रेजी लेखक पद्म भूषण रस्किन बांड ने एक वीडियो जारी किया है, जिसमें उन्होंने अपने प्रशंसकों के साथ देशवासियों को क्रिसमस और नए साल की शुभकामनाएं दी. रस्किन बांड ने वीडियो में कहा कि साॅरी किड्स बहुत ठंड है. मसूरी में इन दिनों वह बाहर नहीं आ सकते हैं. पूर्व की भांति वह इस बार पहाड़ के दृश्य नहीं दिखा सकते हैं. उन्होंने बच्चों से कहा कि वह सांता क्लोज को मैसेज करें कि उन्हें क्या उपहार चाहिए और नए साल को वह क्या करना चाहते हैं ?

मसूरी: कोरोना संक्रमण के चलते इस बार मसूरी में क्रिसमस पर्व नहीं मनाया जाएगा. इसको लेकर क्रिश्चियन समुदाय में काफी मायूसी है. जिला प्रशासन ने कोविड-19 नियमों के तहत किसी भी प्रकार के पार्टी या कार्यक्रम आयोजित नहीं करने के निर्देश दिए हैं.

मसूरी के ऐतिहासिक मैथोडिस्ट चर्च को क्रिसमस पर्व को लेकर सजाया गया है, लेकिन इस बार कोई प्रार्थना चर्च के अंदर नहीं होगी और ना किसी को चर्च में प्रवेश करने दिया जायेगा. पादरी ने बताया कि इस बार चर्च समिति द्वारा क्रिसम में वर्चुअल प्रार्थना का कार्यक्रम रखा गया है. क्रिसमस से 1 दिन पहले रात को विशेष प्रार्थना की जाएगी, जिसमें क्रिश्चियन समुदाय के लोग जूम एप के माध्यम से वर्चुअल शिरकत करेंगे और प्रभु यीशु से अमन शांति की दुआ करेंगे.

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वहीं, दूसरी ओर मसूरी छावनी परिषद के चार दुकान क्षेत्र स्थित सबसे पुराने चर्च को इस बार नहीं सजाया गया है. बता दें कि सेंट पीटर्स चर्च मसूरी के सबसे पुराना चर्च है, जो 1828 में बनाया गया था. इसे आयरलैंड के सिपाहियों द्वारा बनाया गया था, जो मसूरी को बनाने वाले कैप्टन यंग के साथ मसूरी आये थे. पादरी विवेक सिंह ने बताया कि कोविड के चलते चर्च को नए साल तक नहीं खोला जाएगा.

वहीं, दूसरी ओर मशहूर अंग्रेजी लेखक पद्म भूषण रस्किन बांड ने एक वीडियो जारी किया है, जिसमें उन्होंने अपने प्रशंसकों के साथ देशवासियों को क्रिसमस और नए साल की शुभकामनाएं दी. रस्किन बांड ने वीडियो में कहा कि साॅरी किड्स बहुत ठंड है. मसूरी में इन दिनों वह बाहर नहीं आ सकते हैं. पूर्व की भांति वह इस बार पहाड़ के दृश्य नहीं दिखा सकते हैं. उन्होंने बच्चों से कहा कि वह सांता क्लोज को मैसेज करें कि उन्हें क्या उपहार चाहिए और नए साल को वह क्या करना चाहते हैं ?

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