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उत्तराखंड में क्रिसमस की धूम, प्रभु यीशु से की विश्व शांति की कामना

उत्तराखंड के विभिन्न चर्चों में क्रिसमस के मौके पर प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया. इस दौरान लोगों ने प्रभु यीशु से विश्व शांति की कामना की.

christmas
क्रिसमस
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Published : Dec 25, 2019, 5:23 PM IST

देहरादून/पिथौरागढ़/हल्द्वानी/लक्सर/श्रीनगर: देश और दुनिया में यीशु मसीह के जन्मोत्सव क्रिसमस का त्योहार धूमधाम से मनाया जा रहा है. इसी कड़ी में उत्तराखंड में भी क्रिसमस की धूम मची है. इस दौरान प्रदेशभर के विभिन्न चर्चों में प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया. प्रार्थना में मौजूद लोगों ने प्रभु यीशु से विश्व शांति की कामना की. साथ ही सभी धर्मों को मानने वालों से मानवता के लिए एकजुट रहने का आह्वान भी किया.

उत्तराखंड में क्रिसमस की धूम.

देहरादून
राजधानी देहरादून में स्थित 160 साल पुराने ऐतिहासिक सेंट फ्रांसिस चर्च में क्रिसमस का त्योहार धूमधाम से मनाया गया. इस दौरान ईसाई धर्म गुरुओं ने बताया कि करीब 2000 साल पहले यीशु मसीह का जन्म मानव जाति के कल्याण, प्रेम, आपसी भाईचारा, एकता और सद्भावना के लिए हुआ था. हर साल 25 दिसंबर के दिन क्रिसमस का त्योहार देश-दुनिया में प्रेम और सौहार्द का माहौल को लेकर आता है.

सेंट फ्रांसिस चर्च के पादरी ने क्रिसमस की शुभकामनाएं देते हुए अमन और शांति की अपील की. वहीं, क्रिसमस की दिन ईसाई और अन्य धर्म के अनुयायी लोग एक-दूसरे को मैरी क्रिसमस की बधाई और नए साल की शुभकामनाएं देते नजर आए.

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क्रिसमस पर सजाया गया चर्च.

ये भी पढ़ेंः सावधान! ऋषिकेश के इस क्षेत्र में बेखौफ घूम रहा गुलदार का कुनबा, देखें VIDEO

पिथौरागढ़
सीमांत जिले पिथौरागढ़ में भी क्रिसमस धूमधाम से मनाया गया. इस मौके पर मुख्यालय स्थित मैथोडिस्ट चर्च में प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया. जहां पर लोगों ने प्रभु यीशु से विश्व शांति की कामना की. सिल्थाम स्थित मैथौडिस्ट चर्च में ईसाईयों के साथ ही सभी धर्मों के अनुयायियों का तांता लगा हुआ है.

इस चर्च की स्थापना 1869 में इंग्लैंड से आई मिस मैरी बर्डन ने ईसाई मिशनरी की सहायता से की थी. उत्तराखंड के सबसे पुराने गिरजाघरों में शुमार ये चर्च तत्कालीन वास्तुकला बेजोड़ नमूना है. यही नहीं ये चर्च इस सीमांत जनपद में ईसाइयत के आगमन की दास्तान भी बयां करता है.

ये भी पढ़ेंः देवभूमि में हाड़ कंपाने वाली ठंड से लोग हलकान, ऐसा रहेगा मौसम का मिजाज

हल्द्वानी
हल्द्वानी में भी प्रभु यीशु का जन्मदिन यानि क्रिसमस को बड़ी धूमधाम से मनाया जा रहा है. हल्द्वानी के सबसे पुराने सेंट्रल मेथोडिस्ट चर्च में सुबह से ही लोगों की भीड़ देखने को मिली. इस दौरान लोगों ने मोमबत्ती जलाकर प्रभु यीशु को याद किया और प्रार्थना सभा की. साथ ही एक-दूसरे को क्रिसमस की बधाई दी.

प्रार्थना सभा के दौरान ईसाई समुदाय के लोगों के साथ-साथ अन्य समुदाय के लोग भी भारी संख्या में मौजूद रहे. प्रार्थना के बाद एक-दूसरे ने क्रिसमस की बधाई दी और प्रभु यीशु की बताए हुए मार्ग पर चलने का संकल्प लिया.

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क्रिसमस के मौके पर सजावट.

ये भी पढ़ेंः चिंताजनकः उत्तराखंड में सिमट रही कृषि भूमि, चौंकाने वाले आंकड़े कर रही तस्दीक

लक्सर
लक्सर के मोहल्ला शिवपुरी में स्थित होली क्रॉस चर्च में धूमधाम से क्रिसमस मनाया गया. इस दौरान क्रिसमस डे पर क्रिश्चियन समुदाय से जुड़े सभी लोग अपने बच्चों के साथ होली क्रॉस चर्च पहुंचे. प्रार्थना में शामिल हुए होली क्रॉस चर्च को बहुत सुंदर ढंग से सजाया गया और यीशु से जुड़ी यादों को झांकियों के माध्यम से दर्शाया गया.

श्रीनगर
श्रीनगर में क्रिसमस सेलिब्रेशन के दौरान ईसाई समाज के लोगों ने एक-दूसरे को क्रिसमस की बधाई के साथ उपहार भी दिए. अदिति वेडिंग पॉइंट में आयोजित प्रार्थना सभा मे सभी लोगों ने ईसा मसीह के बताए गए मार्ग में चलने का संकल्प लिया.

देहरादून/पिथौरागढ़/हल्द्वानी/लक्सर/श्रीनगर: देश और दुनिया में यीशु मसीह के जन्मोत्सव क्रिसमस का त्योहार धूमधाम से मनाया जा रहा है. इसी कड़ी में उत्तराखंड में भी क्रिसमस की धूम मची है. इस दौरान प्रदेशभर के विभिन्न चर्चों में प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया. प्रार्थना में मौजूद लोगों ने प्रभु यीशु से विश्व शांति की कामना की. साथ ही सभी धर्मों को मानने वालों से मानवता के लिए एकजुट रहने का आह्वान भी किया.

उत्तराखंड में क्रिसमस की धूम.

देहरादून
राजधानी देहरादून में स्थित 160 साल पुराने ऐतिहासिक सेंट फ्रांसिस चर्च में क्रिसमस का त्योहार धूमधाम से मनाया गया. इस दौरान ईसाई धर्म गुरुओं ने बताया कि करीब 2000 साल पहले यीशु मसीह का जन्म मानव जाति के कल्याण, प्रेम, आपसी भाईचारा, एकता और सद्भावना के लिए हुआ था. हर साल 25 दिसंबर के दिन क्रिसमस का त्योहार देश-दुनिया में प्रेम और सौहार्द का माहौल को लेकर आता है.

सेंट फ्रांसिस चर्च के पादरी ने क्रिसमस की शुभकामनाएं देते हुए अमन और शांति की अपील की. वहीं, क्रिसमस की दिन ईसाई और अन्य धर्म के अनुयायी लोग एक-दूसरे को मैरी क्रिसमस की बधाई और नए साल की शुभकामनाएं देते नजर आए.

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क्रिसमस पर सजाया गया चर्च.

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पिथौरागढ़
सीमांत जिले पिथौरागढ़ में भी क्रिसमस धूमधाम से मनाया गया. इस मौके पर मुख्यालय स्थित मैथोडिस्ट चर्च में प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया. जहां पर लोगों ने प्रभु यीशु से विश्व शांति की कामना की. सिल्थाम स्थित मैथौडिस्ट चर्च में ईसाईयों के साथ ही सभी धर्मों के अनुयायियों का तांता लगा हुआ है.

इस चर्च की स्थापना 1869 में इंग्लैंड से आई मिस मैरी बर्डन ने ईसाई मिशनरी की सहायता से की थी. उत्तराखंड के सबसे पुराने गिरजाघरों में शुमार ये चर्च तत्कालीन वास्तुकला बेजोड़ नमूना है. यही नहीं ये चर्च इस सीमांत जनपद में ईसाइयत के आगमन की दास्तान भी बयां करता है.

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हल्द्वानी
हल्द्वानी में भी प्रभु यीशु का जन्मदिन यानि क्रिसमस को बड़ी धूमधाम से मनाया जा रहा है. हल्द्वानी के सबसे पुराने सेंट्रल मेथोडिस्ट चर्च में सुबह से ही लोगों की भीड़ देखने को मिली. इस दौरान लोगों ने मोमबत्ती जलाकर प्रभु यीशु को याद किया और प्रार्थना सभा की. साथ ही एक-दूसरे को क्रिसमस की बधाई दी.

प्रार्थना सभा के दौरान ईसाई समुदाय के लोगों के साथ-साथ अन्य समुदाय के लोग भी भारी संख्या में मौजूद रहे. प्रार्थना के बाद एक-दूसरे ने क्रिसमस की बधाई दी और प्रभु यीशु की बताए हुए मार्ग पर चलने का संकल्प लिया.

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क्रिसमस के मौके पर सजावट.

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लक्सर
लक्सर के मोहल्ला शिवपुरी में स्थित होली क्रॉस चर्च में धूमधाम से क्रिसमस मनाया गया. इस दौरान क्रिसमस डे पर क्रिश्चियन समुदाय से जुड़े सभी लोग अपने बच्चों के साथ होली क्रॉस चर्च पहुंचे. प्रार्थना में शामिल हुए होली क्रॉस चर्च को बहुत सुंदर ढंग से सजाया गया और यीशु से जुड़ी यादों को झांकियों के माध्यम से दर्शाया गया.

श्रीनगर
श्रीनगर में क्रिसमस सेलिब्रेशन के दौरान ईसाई समाज के लोगों ने एक-दूसरे को क्रिसमस की बधाई के साथ उपहार भी दिए. अदिति वेडिंग पॉइंट में आयोजित प्रार्थना सभा मे सभी लोगों ने ईसा मसीह के बताए गए मार्ग में चलने का संकल्प लिया.

Intro:लोकेशन लक्सर उत्तराखंड
संवाददाता कृष्णकांत शर्मा लक्सर
सलग-- लक्सर क्रिसमस डे
एंकर--लक्सर होली क्रॉस चर्च में मनाया गया यीशु का जन्मदिन लक्सर के मोहल्ला शिवपुरी में स्थित होली क्रॉस चर्च में धूमधाम से मनाया गया क्रिसमस Body: आपको बता दें लक्सर के होली क्रॉस चर्च में क्रिश्चियन समुदाय से जुड़े लोगों ने धूमधाम से मनाया क्रिसमस डे लक्सर में मोहल्ला शिवपुरी में होली क्रॉस चर्च वैसे तो काफी पुराना है मगर सन 1983 में इसको एक भव्य स्वरूप दिया गया इससे पहले एक छोटे से कमरे में प्रार्थना होती थी लेकिन 1983 में इसको भव्य स्वरूप दिया गया जिसमें क्रिश्चियन समुदाय के लोग बढ़ चढ़कर हिस्सा लेते हैं वैसे तो हर रविवार को प्रार्थना की जाती है मगर आज क्रिसमस डे पर क्रिश्चियन समुदाय से जुड़े सभी लोग अपने बच्चों के साथ होली क्रॉस चर्च पहुंचे और प्रार्थना में शामिल हुए होली क्रॉस चर्च को बहुत सुंदर ढंग से सजाया गया और यीशु से जुड़ी यादों को झांकियों के माध्यम से दर्शाया गया क्रिश्चियन समुदाय के लोग बड़ी संख्या में होली क्रॉस चर्च में पहुंचे और प्रार्थना सभा में शामिल हुए प्रार्थना में Conclusion: होली क्रॉस चर्च के फादर इग्लेसियस मारिया ने कहा कि यीशु मसीह एक महान व्यक्ति थे उन्होंने सभी को सच्चाई के मार्ग पर चलने का मार्ग दिखाया कहा जाता है कि वह भगवान के पुत्र थे जिन्होंने सच्चाई का मार्ग चुना उस समय के शासकों को उनकी यह बात पसंद नहीं थी उन्होंने यीशु मसीह को मार डाला था लेकिन लोगों का विश्वास है कि वह फिर से इसी दिन जीवित हो गए थे इस त्यौहार का मुख्य व्यंजन केक है केक के बिना यह त्यौहार अधूरा है सभी को यीशु मसीह के आदर्शों पर चलने की प्रेरणा दी
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