देहरादूनः उत्तराखंड सरकार राज्य में निवेश को लेकर लगातार प्रयासरत है. इसी क्रम में राज्य सरकार चीन के साथ पर्यटन क्षेत्रों में संभावनाओं को तलाश रहा है. उत्तराखंड में चीनी निवेशकों को आमंत्रित किया जा रहा है. दोनों देशों के बीच पर्यटकों की आवाजाही बढ़ने से उत्तराखंड राज्य की अर्थव्यवस्था मजबूत होगी.
पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर ने सचिवालय स्थित अपने कार्यालय में देहरादून पहुंचे चीनी प्रतिनिधिमंडल के साथ एक बैठक की. बैठक में पर्यटन क्षेत्र में निवेश, सिस्टर सिटी कन्वेंशन, पांच सितारा होटल, टिहरी क्षेत्र में विकास कार्यों तथा चीन एवं उत्तराखंड के मध्य पर्यटन व संस्कृति के आदान-प्रदान पर व्यापक चर्चा हुई. इसके पश्चात यह प्रतिनिधिमंडल शहरी नियोजन की संभावनाओं से रूबरू होने के लिए टिहरी के लिए रवाना हुआ.
बैठक के बाद पर्यटन सचिव ने बताया कि उत्तराखंड में चीनी निवेशकों को आमंत्रित करने के उद्देश्य से यह बैठक रखी गई थी. जिसमें प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों द्वारा काफी सकारात्मक प्रतिक्रिया प्राप्त हुई. उन्होंने कहा कि राज्य में पांच सितारा होटलों के निर्माण तथा शहरी नियोजन के क्षेत्र में निवेश बढ़ाने के उद्देश्य से निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं.
उन्होंने कहा कि चीन और उत्तराखंड के मध्य व्यापारिक संबंध काफी सुदृढ़ हैं. दोनों देशों के बीच पर्यटकों की आवाजाही बढ़ने से उत्तराखंड राज्य की अर्थव्यवस्था मजबूत होगी. साथ ही इससे दोनों देशों के बीच संस्कृति का आदान-प्रदान होगा और आपसी सौहार्द्र बढ़ेगा.
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उन्होंने आगे बताया कि शहरी नियोजन क्षेत्र में चीनी तकनीकी का प्रयोग कर टिहरी को एक विश्वस्तरीय आधुनिकतम पर्यटक स्थल के रूप में विकसित किया जा सकता है यदि ऐसा होता है तो यह वैश्विक पटल पर पर्यटकों के लिए एक आदर्श गंतव्य के रूप में स्थापित होगा.बैठक में चीनी प्रतिनिधियों पैंग झांग, यिंग सुन, झैंक्सी दुन, जिनफेंग रेन के साथ द्वारिका प्रसाद रतूड़ी मौजूद रहे.