देहरादून: बच्चों को लगने वाली कोरोना वैक्सीन को लेकर अभी तक केंद्र सरकार ने हरी झंडी नहीं दी है लेकिन स्वास्थ्य विभाग ने जिले में डॉक्टर और अन्य स्टाफ को ट्रेनिंग देने की तैयारी कर रहा है. साथ ही 12 से 17 साल तक की उम्र वाले बच्चों के बारे में सर्वे भी किया जाएगा. बच्चों को लगने वाली कोरोना वैक्सीन गन के जरिए लगाई जाएगी, जिससे बच्चों को वैक्सीनेशन के समय दर्द न हो.
बता दें, स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की मानें तो बच्चों को टीका लगाने के लिए केंद्र सरकार से टीके और अनुमति मिलने का इंतजार है. पहले चरण में 12 से 17 साल तक के बच्चों को टीके लगेंगे, जिसके लिए डॉक्टर और अन्य स्टाफ को जरूरी ट्रेनिंग दी जाएगी. वैक्सीन लगाने वाली गन की कीमत करीब 80 हजार रुपये है. साथ ही गन के जरिए वैक्सीन लगाने के लिए डॉक्टरों और स्टाफ को खास ट्रेनिंग दी जाएगी.
देहरादून जनपद की बात करें तो जिले में 12 से 17 साल तक के बच्चों की संख्या करीब 2 लाख 12 हजार से अधिक है. सीएमओ मनोज कुमार उप्रेती ने बताया कि फिलहाल केंद्र सरकार से बच्चों को वेक्सीन लगाने की कोई गाइडलाइन नहीं है लेकिन वेक्सीनेशन को लेकर तैयारियां चल रही हैं.
उन्होंने बताया कि बच्चों को वैक्सीन दिए जाने से पहले डॉक्टरों और अन्य स्टाफ को पहले से ट्रेनिंग दी जाएगी. यह ट्रेनिंग सीजन पूरा करने के बाद ही बच्चों के लिए वैक्सीनेशन शुरू किया जा सकेगा.
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बच्चों को इस तरह लगेगी वैक्सीन: सीएमओ मनोज कुमार उप्रेती ने बताया कि बच्चों को वैक्सीनेशन का तरीका अलग होगा. इसमें एक गन होगी और उसमें वैक्सीन का कॉर्टेज रहता है और उसे प्रेशर के साथ बच्चे को वैक्सीन लगाने के लिए फायर किया जाएगा. इसमें खास बात रहेगी कि इस गन से बच्चों को दर्द नहीं होगा. इसलिए सबसे पहले कर्मचारियों को इसकी ट्रेनिंग दी जाएगी.