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खुशखबरी: रेलवे के सेवानिवृत्त कर्मचारियों के बच्चों को मिलेगा रोजगार, बेच सकते हैं टिकट

रेलवे में लगी ऑटोमेटिक वेडिंग मशीन में सेवानिवृत्त कर्मचारियों के बच्चे भी अब टिकट बेचने का काम कर सकते हैं. इस नए संशोधन के बाद जो कर्मचारियों का स्वास्थ्य ठीक नहीं रहता है वो अपने बच्चों या पत्नी को इस काम में नियुक्त कर सकते हैं.

रेलवे के सेवानिवृत्त कर्मचारियों के बच्चों को मिलेगा रोजगार.
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Published : Oct 12, 2019, 5:09 PM IST

देहरादून: रेलवे स्टेशन पर यात्रियों को लंबी लाइन से निजात दिलाने के लिए ऑटोमेटिक टिकट वेडिंग मशीन लगाई गई है. इस मशीन के जरिए टिकट बेचने का काम में अब तक सिर्फ रेलवे सेवानिवृत्त कर्मचारियों की तैनाती की जाती थी, लेकिन अब इन मशीनों पर सेवानिवृत्त कर्मचारियों के बच्चे भी टिकट बेचने का काम कर सकते है. रेलवे प्रशासन ने इसकी अनुमति दे दी है. इससे यात्रियों को सुविधा मिलेगी वहीं, सेवानिवृत्त कर्मचारियों के बेटा या बेटी को भी रोजगार मिल पायेगा. साथ ही ज्यादा आवेदक होने पर मशीन में रोटेशन में तहत तैनाती की जाएगी.

रेलवे के सेवानिवृत्त कर्मचारियों के बच्चों को मिलेगा रोजगार.

रेलवे स्टेशन से रिटायर्ड होने के बाद कुछ कर्मचारी काम करने में अपने आप को सक्षम नहीं समझते है. इसके चलते रेलवे प्रशासन ने निर्णय लिया है कि रेलवे स्टेशन में लगी ऑटोमेटिक टिकट वेडिंग मशीनों पर सेवानिवृत्त कर्मचारियों के बेटे, बेटी और पत्नी टिकट बेचने का काम कर सकते हैं. ऑटोमेटिक टिकट वेडिंग मशीन में तैनात सेवानिवृत्त कर्मचारियों को एक स्मार्ट कार्ड दिया जाता है. इसमें 9 हजार रुपए का रिचार्ज कराना होता है. टिकट देने में रिचार्ज खत्म होने पर सेवानिवृत्त कर्मचारी को 3 प्रतिशत बोनस मिलता है.

ये भी पढ़ें: दिव्यांगों के लिए वरदान साबित हो रही केंद्रीय ब्रेल प्रेस, मिल रही है शिक्षा की रोशनी

रेलवे स्टेशन डारेक्टर गणेश चंद ने बताया कि ऑटोमेटिक टिकट वेडिंग मशीनें रेलवे स्टेशन पर लगाई गई हैं. इन मशीनों पर एक कर्मचारी की आवश्यकता पड़ती है, जो टिकट निकाल कर यात्रियों को बेच सके. इस काम को रेलवे से रिटायर्ड कर्मचारी ही करते थे. लेकिन, इसमें संशोधन के बाद जिन कर्मचारियों का स्वास्थ्य ठीक नहीं रहता है वो अपने बच्चों या पत्नी की तैनाती टिकट वेडिंग मशीन पर करवा सकते हैं. इसके लिए कर्मचारियों को एक पत्र के माध्यम से डिवीजन को सूचित करना होगा. डिवीजन से अप्रूवल मिलने के बाद ही ये कर्मचारी अपनी पत्नी या बच्चों को रोजगार पर लगा सकते हैं.

देहरादून: रेलवे स्टेशन पर यात्रियों को लंबी लाइन से निजात दिलाने के लिए ऑटोमेटिक टिकट वेडिंग मशीन लगाई गई है. इस मशीन के जरिए टिकट बेचने का काम में अब तक सिर्फ रेलवे सेवानिवृत्त कर्मचारियों की तैनाती की जाती थी, लेकिन अब इन मशीनों पर सेवानिवृत्त कर्मचारियों के बच्चे भी टिकट बेचने का काम कर सकते है. रेलवे प्रशासन ने इसकी अनुमति दे दी है. इससे यात्रियों को सुविधा मिलेगी वहीं, सेवानिवृत्त कर्मचारियों के बेटा या बेटी को भी रोजगार मिल पायेगा. साथ ही ज्यादा आवेदक होने पर मशीन में रोटेशन में तहत तैनाती की जाएगी.

रेलवे के सेवानिवृत्त कर्मचारियों के बच्चों को मिलेगा रोजगार.

रेलवे स्टेशन से रिटायर्ड होने के बाद कुछ कर्मचारी काम करने में अपने आप को सक्षम नहीं समझते है. इसके चलते रेलवे प्रशासन ने निर्णय लिया है कि रेलवे स्टेशन में लगी ऑटोमेटिक टिकट वेडिंग मशीनों पर सेवानिवृत्त कर्मचारियों के बेटे, बेटी और पत्नी टिकट बेचने का काम कर सकते हैं. ऑटोमेटिक टिकट वेडिंग मशीन में तैनात सेवानिवृत्त कर्मचारियों को एक स्मार्ट कार्ड दिया जाता है. इसमें 9 हजार रुपए का रिचार्ज कराना होता है. टिकट देने में रिचार्ज खत्म होने पर सेवानिवृत्त कर्मचारी को 3 प्रतिशत बोनस मिलता है.

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रेलवे स्टेशन डारेक्टर गणेश चंद ने बताया कि ऑटोमेटिक टिकट वेडिंग मशीनें रेलवे स्टेशन पर लगाई गई हैं. इन मशीनों पर एक कर्मचारी की आवश्यकता पड़ती है, जो टिकट निकाल कर यात्रियों को बेच सके. इस काम को रेलवे से रिटायर्ड कर्मचारी ही करते थे. लेकिन, इसमें संशोधन के बाद जिन कर्मचारियों का स्वास्थ्य ठीक नहीं रहता है वो अपने बच्चों या पत्नी की तैनाती टिकट वेडिंग मशीन पर करवा सकते हैं. इसके लिए कर्मचारियों को एक पत्र के माध्यम से डिवीजन को सूचित करना होगा. डिवीजन से अप्रूवल मिलने के बाद ही ये कर्मचारी अपनी पत्नी या बच्चों को रोजगार पर लगा सकते हैं.

Intro:देहरादून रेलवे स्टेशन पर यात्रियों को लम्बी लाइन से निजात दिलाने के लिए ऑटोमेटिक टिकट वेडिंग मशीने लगाई गई है।इस मशीन के जरिये टिकट बेचने का काम अब तक सिर्फ रेलवे सेवानिवृत्त कर्मचारियों की तैनाती की जाती रही है लेकिन अब इन मशीनों पर सेवानिवृत्त कर्मचारियों के बच्चे भी टिकट बेचने का काम कर सकते है।रेलवे प्रशासन ने इसकी अनुमति दे दी है,इससे यात्रियों को सुविधा तो मिलेगी ही वही सेवानिवृत्त कर्मचारियों के बेटा-बेटी को भी मशीनों के जरिये रोजगार मिल पायेगा।ओर ज़्यादा आवेदक होने पर मशीन में रोटेशन में तैनाती दी जाएगी।


Body:अक्सर देखा जाता है कि रेलवे स्टेशन से रिटार्यड होने के बाद कुछ कर्मचारी काम करने में अपने आप को सक्षम नही समझते है।इसलिए अब रेलवे प्रशासन ने निर्णय लिया कि रेलवे स्टेशन में लगी ऑटोमेटिक टिकट वेडिंग मशीनों पर सेवानिवृत्त जो काम नही कर सकते उनके बेटे,बेटी और पत्नी इन मशीनों के जरिये टिकट बेचने का काम कर सकते है।ऑटोमेटिक टिकट वेडिंग मशीन में तैनात सेवानिवृत्त कर्मचारियों को एक स्मार्ट कार्ड दिया जाता है,जिसमें 9 हज़ार रुपए का रिचार्ज कराना होता है।टिकट देने में रिचार्ज खत्म होने पर सेवानिवृत्त कर्मचारी को 3 प्रतिशत बोनस मिलता है।


Conclusion:रेलवे स्टेशन डारेक्टर गणेश चंद ने जानकारी देते हुए बताया कि ऑटोमेटिक टिकट वेडिंग मशीने रेलवे स्टेशन पर लगाई गई है और इन मशीनों पर एक कर्मचारी की आवश्यकता पड़ती है जो टिकट निकाल कर यात्रियों को बेच सके।और इस काम को रेलवे से रिटार्यड कर्मचारी ही करते थे।लेकिन इसमें हमने कुछ संसोधन किया है,ओर जो कर्मचारियों का स्वस्थ सही नही रहता है तो वह कर्मचारी अपने ब्लड रिलेशन जैसे पत्नी और बच्चों को इन मशीनों पर तैनाती दे सकता है।उसके लिए कर्मचारी को रिटर्न में लिखकर देगे उसके बाद ही डिवीजन से अप्रूवल मिलने के बाद काम कर सकते है।मशीन में काम करने के लिए कार्ड मिलता है और इस कार्ड को प्रीपेड रिचार्ज करना होता है ओर इस कार्ड को मशीन में लगाकर अपनी तरफ़ से यात्रियों को बेच सकता है,साथ ही कार्ड खत्म होने के बाद 3 प्रतिशत का बोनस मिलता है।

बाइट-गणेश चंद ठाकुर(डारेक्टर,देहरादून रेलवे स्टेशन)
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