देहरादून: रेलवे स्टेशन पर यात्रियों को लंबी लाइन से निजात दिलाने के लिए ऑटोमेटिक टिकट वेडिंग मशीन लगाई गई है. इस मशीन के जरिए टिकट बेचने का काम में अब तक सिर्फ रेलवे सेवानिवृत्त कर्मचारियों की तैनाती की जाती थी, लेकिन अब इन मशीनों पर सेवानिवृत्त कर्मचारियों के बच्चे भी टिकट बेचने का काम कर सकते है. रेलवे प्रशासन ने इसकी अनुमति दे दी है. इससे यात्रियों को सुविधा मिलेगी वहीं, सेवानिवृत्त कर्मचारियों के बेटा या बेटी को भी रोजगार मिल पायेगा. साथ ही ज्यादा आवेदक होने पर मशीन में रोटेशन में तहत तैनाती की जाएगी.
रेलवे स्टेशन से रिटायर्ड होने के बाद कुछ कर्मचारी काम करने में अपने आप को सक्षम नहीं समझते है. इसके चलते रेलवे प्रशासन ने निर्णय लिया है कि रेलवे स्टेशन में लगी ऑटोमेटिक टिकट वेडिंग मशीनों पर सेवानिवृत्त कर्मचारियों के बेटे, बेटी और पत्नी टिकट बेचने का काम कर सकते हैं. ऑटोमेटिक टिकट वेडिंग मशीन में तैनात सेवानिवृत्त कर्मचारियों को एक स्मार्ट कार्ड दिया जाता है. इसमें 9 हजार रुपए का रिचार्ज कराना होता है. टिकट देने में रिचार्ज खत्म होने पर सेवानिवृत्त कर्मचारी को 3 प्रतिशत बोनस मिलता है.
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रेलवे स्टेशन डारेक्टर गणेश चंद ने बताया कि ऑटोमेटिक टिकट वेडिंग मशीनें रेलवे स्टेशन पर लगाई गई हैं. इन मशीनों पर एक कर्मचारी की आवश्यकता पड़ती है, जो टिकट निकाल कर यात्रियों को बेच सके. इस काम को रेलवे से रिटायर्ड कर्मचारी ही करते थे. लेकिन, इसमें संशोधन के बाद जिन कर्मचारियों का स्वास्थ्य ठीक नहीं रहता है वो अपने बच्चों या पत्नी की तैनाती टिकट वेडिंग मशीन पर करवा सकते हैं. इसके लिए कर्मचारियों को एक पत्र के माध्यम से डिवीजन को सूचित करना होगा. डिवीजन से अप्रूवल मिलने के बाद ही ये कर्मचारी अपनी पत्नी या बच्चों को रोजगार पर लगा सकते हैं.