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छात्र की मौत पर सख्त हुआ बाल संरक्षण आयोग, ऊषा नेगी ने स्कूल प्रबंधन की भूमिका पर खड़े किए सवाल

बाल संरक्षण आयोग की अध्यक्ष ऊषा नेगी  ने रानीपोखरी के भोगपुर स्थित चिल्ड्रन होम स्कूल के 12वर्षीय छात्र की मौत पर कई सवाल उठाए.

छात्र की मौत पर सख्त हुआ बाल संरक्षण आयोग.
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Published : Mar 29, 2019, 4:41 PM IST

डोइवाला: बाल संरक्षण आयोग की अध्यक्ष ऊषा नेगी ने रानीपोखरी के भोगपुर स्थित चिल्ड्रन होम स्कूल के 12वर्षीय छात्र की मौत पर कई सवाल उठाए. उन्होंने छात्र की मौत पर सवाल उठाते हुए स्कूल की मान्यता रद्द करने के लिए शिक्षा विभाग को पत्र लिखकर कार्रवाई करने की बात कही.

छात्र की मौत पर सख्त हुआ बाल संरक्षण आयोग.

बाल संरक्षण आयोग की अध्यक्ष ऊषा नेगी ने कहा कि छात्र की मौत उसके साथी छात्रों ने बिस्कुट चुराने की बात को लेकर बैट से जमकर पिटाई कर यातनाएं दी गई. बेहोश होने पर छात्र को स्कूल स्टाफ द्वारा जौलीग्रांट हॉस्पिटल में भर्ती किया गया. जहां इलाज के दौरान छात्र की मौत हो गई. उन्होंने कहा कि दोबारा पोस्टमार्टम में छात्र की मौत का कारण आंतरिक रक्त स्राव होना बताया गया है. जो स्कूल प्रबंध की भूमिका पर कई सवाल खड़े कर रहा है.

पढ़ें:दुष्प्रचार को रोकने के लिए कांग्रेस ने बनाया 'मिनी वॉर रूम', कार्यकर्ताओं को मिलेगा हर अपडेट

बाल संरक्षण आयोग की अध्यक्ष ऊषा नेगी ने ईटीवी भारत से बात करते हुए हॉस्पिटल पर सवाल खड़े करते हुए स्कूल की मान्यता रद्द करने के लिए शिक्षा विभाग को पत्र लिखकर कार्रवाई करने की बात कही. उन्होंने कहा कि डॉक्टरों द्वारा छात्र मौत का कारण फूड प्वाइजनिंग बताया गया. वहीं छात्र को क्रिश्चियन रीति रिवाज से दफना दिया गया. जब छात्र की मौत के मामले की शिकायत बाल संरक्षण आयोग से की तो उन्होंने तत्काल एक्शन लेते हुए स्कूल का औचक निरीक्षण किया और छात्र के शव को निकालकर ऋषिकेश एम्स में दोबारा पोस्टमार्टम कराया गया.

जहां पोस्टमार्टम में छात्र की मौत का कारण आंतरिक रक्त स्राव होना बताया गया है. उन्होंने कहा कि पूरे मामले को स्कूल प्रबंधन ने छिपाए रखा. जिससे स्कूल प्रबंध की भूमिका भी सवालों के घेरे में है. पूरे मामले पर बाल संरक्षण आयोग की अध्यक्ष ऊषा नेगी ने कहा कि आगे ऐसी घटना की पुनरावृत्ति न हो इसके लिए स्कूल प्रबंधन पर कड़ी कार्रवाई की बात कही. साथ ही दोबारा पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद हॉस्पिटल के डॉक्टर और पुलिस की भूमिका पर भी सवाल खड़े किए.

डोइवाला: बाल संरक्षण आयोग की अध्यक्ष ऊषा नेगी ने रानीपोखरी के भोगपुर स्थित चिल्ड्रन होम स्कूल के 12वर्षीय छात्र की मौत पर कई सवाल उठाए. उन्होंने छात्र की मौत पर सवाल उठाते हुए स्कूल की मान्यता रद्द करने के लिए शिक्षा विभाग को पत्र लिखकर कार्रवाई करने की बात कही.

छात्र की मौत पर सख्त हुआ बाल संरक्षण आयोग.

बाल संरक्षण आयोग की अध्यक्ष ऊषा नेगी ने कहा कि छात्र की मौत उसके साथी छात्रों ने बिस्कुट चुराने की बात को लेकर बैट से जमकर पिटाई कर यातनाएं दी गई. बेहोश होने पर छात्र को स्कूल स्टाफ द्वारा जौलीग्रांट हॉस्पिटल में भर्ती किया गया. जहां इलाज के दौरान छात्र की मौत हो गई. उन्होंने कहा कि दोबारा पोस्टमार्टम में छात्र की मौत का कारण आंतरिक रक्त स्राव होना बताया गया है. जो स्कूल प्रबंध की भूमिका पर कई सवाल खड़े कर रहा है.

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बाल संरक्षण आयोग की अध्यक्ष ऊषा नेगी ने ईटीवी भारत से बात करते हुए हॉस्पिटल पर सवाल खड़े करते हुए स्कूल की मान्यता रद्द करने के लिए शिक्षा विभाग को पत्र लिखकर कार्रवाई करने की बात कही. उन्होंने कहा कि डॉक्टरों द्वारा छात्र मौत का कारण फूड प्वाइजनिंग बताया गया. वहीं छात्र को क्रिश्चियन रीति रिवाज से दफना दिया गया. जब छात्र की मौत के मामले की शिकायत बाल संरक्षण आयोग से की तो उन्होंने तत्काल एक्शन लेते हुए स्कूल का औचक निरीक्षण किया और छात्र के शव को निकालकर ऋषिकेश एम्स में दोबारा पोस्टमार्टम कराया गया.

जहां पोस्टमार्टम में छात्र की मौत का कारण आंतरिक रक्त स्राव होना बताया गया है. उन्होंने कहा कि पूरे मामले को स्कूल प्रबंधन ने छिपाए रखा. जिससे स्कूल प्रबंध की भूमिका भी सवालों के घेरे में है. पूरे मामले पर बाल संरक्षण आयोग की अध्यक्ष ऊषा नेगी ने कहा कि आगे ऐसी घटना की पुनरावृत्ति न हो इसके लिए स्कूल प्रबंधन पर कड़ी कार्रवाई की बात कही. साथ ही दोबारा पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद हॉस्पिटल के डॉक्टर और पुलिस की भूमिका पर भी सवाल खड़े किए.

Intro:डोईवाला
हेडलाइन बल सरक्षंण आयोग की अध्यक्ष उषा नेगी ने छात्र की मौत मामले में खड़े किए सवाल
ईटीवी भारत से की खास बातचीत
slug UK-DOIWALA-pritam singh-उषा नेगी ने लगाए आरोप

रानीपोखरी स्थित चिल्ड्रन होम स्कूल में छात्र की मौत के बाद बाल सरक्षण आयोग की अध्यक्ष उषा नेगी ने स्कूल प्रबंधन , स्कूल की मान्यता , पुलिस की कार्यशैली, ओर पी एम की गलत रिपोर्ट
देने वाले हॉस्पिटल पर सवाल खड़े किए ओर स्कूल की मान्यता रद्द करने के लिए शिक्षा विभाग को पत्र लिखकर कार्यवाही करने की बात कही ।


Body:etv भारत से बातचीत में उषा नेगी ने बताया कि बीते 10 तारीख को रानीपोखरी के भोगपुर स्थित चिल्ड्रन होम स्कूल में 12 वर्षीय छात्र की मौत उसके साथी छात्रों ने बिस्कुट चुराने की बात को लेकर बेट से निर्मम पिटाई कर डाली थी और अन्य यातनाएं भी दी गई और बेहोश होने पर छात्र को जोलीग्रांट ने स्कूल स्टाफ द्वारा भर्ती करा दिया गया लेकिन इलाज के दौरान छात्र की मौत हो गई और डॉक्टरों द्वारा मौत का कारण फ़ूड पुवाजनिंग बताया गया और वाशु नाम के छात्र को होस्टल परिसर में ही क्रिश्चियन रीति रिवाज से दफना दिया गया जब इसकी शिकायत बाल संरक्षण आयोग की अध्यक्ष आशा नेगी से की गई तो उस आने की नहीं स्कूल का औचक निरीक्षण किया और और छात्र के सबको बाहर निकाल कर ऋषिकेश एम्स से दोबारा पोस्टमार्टम कराया गया जिसमें मृत्यु का कारण आंतरिक चोट और आंतरिक स्राव होना पाया गया और पूरे मामले को स्कूल प्रबंधन ने छिपाए रखा जिससे पूरे मामले में स्कूल प्रबंध की भूमिका सवालों के घेरे में रही


Conclusion:पूरे मामले पर बाल संरक्षण आयोग की अध्यक्ष आशा नेगी ने ईटीवी भारत से बातचीत की और आगे ऐसी घटना ना घटे विभाग से स्कूल प्रबंधन के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की बात कही वहीं उस नेगी ने बताया कि इस पूरे मामले में स्कूल प्रबंधन पीएम रिपोर्ट देने वाले हॉस्पिटल के डॉक्टर व पुलिस की भूमिका भी सवालों के घेरे में है ।
ओर किया कुछ आरोप लगाए बाल सरंक्षण आयोग की अधियक्ष उषा नेगी ने आप भी सुनिए

बाईट उषा नेगी
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