देहरादूनः पहाड़ी प्रदेश उत्तराखंड में साल दर साल महिलाओं और बच्चों के साथ होने वाले अपराधों के ग्राफ में इजाफा होता जा रहा है. धर्मनगरी हरिद्वार के भगवानपुर इलाके से सामने आए किशोरी से दुष्कर्म मामले में पुलिस द्वारा उचित कार्रवाई न किए जाने को लेकर बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने कड़ा रुख अपनाया है. आयोग की अध्यक्ष ऊषा नेगी ने नाराजगी जाहिर करते हुए हरिद्वार एसएसपी को पत्र भेज कर मामले में उचित कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं.
दरअसल, किशोरी से दुष्कर्म का मामला हरिद्वार के भगवानपुर का है. यहां नाबालिग जब शौच के लिए घर से बाहर गई थी. तभी कुछ असामाजिक तत्वों ने उसे दबोच लिया और उसके साथ दुष्कर्म किया. यही नहीं नाबालिक की पिटाई भी की गई. इस पूरे मामले में पीड़ित पक्ष की ओर से भगवानपुर थाना क्षेत्र में मुकदमा दर्ज कराने के बावजूद अब तक कार्रवाई नहीं की गई है.
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मामले में पीड़ित पक्ष पुलिस पर सुस्त रवैया अपनाने का आरोप लगा रहा है. पुलिस द्वरा कोई ठोस कार्रवाई न किए जाने पर बाल संरक्षण आयोग हरकत में आया है.आयोग की अध्यक्ष ऊषा नेगी ने नाराजगी जाहिर करते हुए साथ ही हरिद्वार के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अबु सैंथिल कृष्ण राज एस को पत्र लिखकर 15 दिन में जांच रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश जारी किए हैं.