देहरादून: प्रदेश में जहां एक ओर डेंगू और वायरल फीवर के अधिकतर मामले देखे जा रहे हैं, इसी बीच चिकनगुनिया के मामले (Chikungunya cases in Uttarakhand) भी प्रदेश में तेजी से बढ़ने लगे हैं. वर्तमान स्थिति यह है कि जहां एक और मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है तो वहीं, दूसरी ओर चिकनगुनिया बीमारी के टेस्ट की किट की आपूर्ति करने में भी स्वास्थ्य विभाग के पसीने छूट रहे हैं. यही नहीं, कई बड़े नेता भी इस बीमारी की चपेट में आ चुके हैं. डॉक्टर्स प्रदेश में तेजी से बढ़ रहे चिकनगुनिया के मामले पर लोगों को सावधानी बरतने के निर्देश दे रहे हैं.
दरअसल, राज्य में डेंगू की तरह ही चिकनगुनिया के मामले भी तेजी से बढ़ रहे हैं. वर्तमान स्थिति यह है कि बीते दिन जहां डेंगू के 20 नए मामले सामने आए थे. वहीं चिकनगुनिया के 16 मामले सामने आए हैं. कुल मिलाकर देखें तो फिलहाल देहरादून जिले में ही सिर्फ चिकनगुनिया के मामले देखे गए हैं. यह संख्या बढ़कर 179 (Number of Chikungunya cases 179) तक पहुंच गई है. देहरादून में रोजाना चिकनगुनिया के नए मामले सामने आने से स्वास्थ्य विभाग की भी चिंताएं बढ़ गई हैं.
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यही नहीं, कुछ दिनों पहले बीजेपी के कई नेता भी चिकनगुनिया की चपेट में आ गए थे. जिसमें कैबिनेट मंत्री समेत पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता शामिल हैं. देहरादून में लगातार बढ़ रहे चिकनगुनिया के मामले को देखते हुए दून मेडिकल कॉलेज के उप चिकित्सा अधिकारी एनएस खत्री ने कहा लोगों को परेशान होने की जरूरत नहीं है. चिकनगुनिया के मुख्य रूप से सिम्टम्स की बात करें तो चिकनगुनिया होने पर मसल्स में दर्द होने लगता है. साथ ही अगर किसी को बुखार आता है तो वहां पर टेबलेट ले सकता.