देहरादून: प्रदेश में लॉकडाउन का असर समाज के हर वर्ग पर पड़ रहा है. उत्तरखंड में अलग-अलग इलाकों में अव्यवस्थित रूप में रहने वाले वन गुर्जरों पर भी लॉकडाउन का बुरा असर पड़ रहा है. जिसको लेकर उत्तराखंड सरकार की तरफ से दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं.
मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह ने आज सचिवालय में वन गुर्जरों के संबंध में अधिकारियों के साथ बैठक की. मुख्य सचिव ने निर्देश दिए हैं कि प्रदेशभर में विभिन्न संस्थानों में रह रहे वन गुर्जरों के परिवारों की संख्या, परिवार में सदस्यों की संख्या और उनके पशुओं की संख्या का डाटा शीघ्र तैयार किया जाये.
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लॉकडाउन के बीच प्रशासन की तरफ से वन गुर्जरों के लिए राशन और पशुओं के चारे की उचित व्यवस्था की जाएगी. मुख्य सचिव उत्पल कुमार ने कहा कि पशुपालन विभाग के माध्यम से पशुओं के चारे की व्यवस्था की जाएगी. साथ ही उन्होंने निर्देश भी दिये कि वन गुर्जरों के उत्पादों को आंचल के माध्यम से प्रोसेस किया जा सकता है, इसके लिए सभी संबंधित विभाग मिलकर काम करें.
बैठक में मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह ने निर्देश दिए कि कोविड-19 के कारण वन गुर्जरों के ग्रीष्मकालीन प्रवास को पूर्ण तरह प्रतिबंधित रखा जाए. वन अधिकारियों और अन्य संबंधित विभागों की तरफ से वन गुर्जरों में कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए जागरुकता अभियान चलाए जाने के निर्देश दिए गए. साथ ही वन गुर्जरों और उनके पशुओं का समय-समय पर हेल्थ चेकअप भी किया जाए.