देहरादून: राजधानी देहरादून में ट्रैफिक के हालात दिनोंदिन बिगड़ रहे हैं. यह सब तब हो रहा है जब मुख्य सचिव हर दूसरे-तीसरे महीने में यातायात को बेहतर करने के निर्देश दे रहे हैं. सचिवालय में आज भी मुख्य सचिव डॉ एसएस संधू ने एक बार फिर अधिकारियों की बैठक लेकर वही पुराने निर्देश दे दिए. मुख्य सचिव का ना तो तीन ई का फार्मूला काम करता नजर आ रहा है और ना ही यूनिफाइड मेट्रोपॉलिटन ट्रांसपोर्टेशन अथॉरिटी की बैठक को नियमित करने का सुझाव.
पिछले करीब 6 महीने में मुख्य सचिव ट्रैफिक समस्या को लेकर कई बार निर्देश दे चुके हैं. पिछले साल सितंबर महीने में यानी कि 6 महीने पहले मुख्य सचिव ने अधिकारियों की बैठक लेकर इसी सचिवालय में 3 ई का फार्मूला अधिकारियों को दिया था, जिसका मतलब ट्रैफिक जाम होने को लेकर एजुकेशन, इंजीनियरिंग और एनफोर्समेंट से जुड़ा था. इसी बैठक में सख्ती से नियम लागू करवाने से लेकर नियमित मॉनिटरिंग करने की बात कही गई थी.
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मुख्य सचिव ने इस साल फरवरी में एक बार फिर ट्रैफिक प्लान पर बैठक ली. इस बैठक में भी यूनिफाइड मेट्रोपॉलिटन ट्रांसपोर्टेशन अथॉरिटी की भूमिका की बात रखी. इस बैठक में भी ट्रैफिक को सुचारू करने के लिए तंत्र बनाने की बात कही गई. अब ऐसी ही एक बैठक एक बार फिर मुख्य सचिव डॉ एसएस संधू की अध्यक्षता में सचिवालय में की गई. मजे की बात यह है कि इस दौरान मुख्य सचिव ने उसी तीन के फार्मूले को दोहराया, शक्ति से नियमों के पालन करवाने की बात कही. वही यूनिफाइड मेट्रोपॉलिटन ट्रांसपोर्टेशन अथॉरिटी की नियमित रूप से बैठक करवाने की बात कही.
कुल मिलाकर बैठक ही नई थी, बिंदु वही पुराने थे. इतना ही नहीं इसमें शामिल होने वाले अधिकतर अधिकारी भी वही थे. जाहिर है कि मुख्य सचिव डॉ एसएस संधू ट्रैफिक सुधार के लिए जो बातें कह रहे हैं वह संबंधित अधिकारियों के संज्ञान में लेकिन इतनी बैठकर इतनी चर्चाएं और तमाम फार्मूले देहरादून की सड़कों पर सफल होते हुए नजर नहीं आ रहे हैं. शहर में ट्रैफिक की समस्या आए दिन बनी हुई है. वीकेंड पर तो कुछ क्षेत्र गाड़ियों की लंबी कतारों में दिखाई देते हैं.