देहरादून: मुख्य सचिव डाॅ एसएस संधू ने शुक्रवार को सचिवालय में परिवहन विभाग की समीक्षा बैठक ली. इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को जन सुविधा, परिवहन सेवाओं एवं सड़क सुरक्षा की दृष्टि से आधुनिकतम तकनीक का इस्तेमाल कर उत्तराखंड की भौगोलिक परिस्थितियों के हिसाब से कुछ बेस्ट प्रैक्टिस को राज्य में शुरू करने के निर्देश दिये. साथ ही उन्होंने आउटकम बेस्ट अप्रोच पर विशेष ध्यान देने की बात भी कही.
मुख्य सचिव डॉ एसएस संधू ने आज परिवहन विभाग के अधिकारियों की बैठक लेते हुए विभाग में विभिन्न में सुधारों को लेकर जरूरी दिशा निर्देश दिए. इस दौरान मुख्य सचिव ने कहा कि परिवहन विभाग एवं परिवहन निगम में जो लोग कार्य कर रहे हैं, उनके लिए परफॉर्मेंस बेस इन्सेंटिव की व्यवस्था (Arrangement of Performance Base Incentives) की जाए. अच्छा कार्य करने वालों का मनोबल बढ़ाना जरूरी है. मुख्य सचिव ने कहा परिवहन विभाग को राजस्व वृद्धि की ओर भी ध्यान देना होगा. जनता को ऑनलाइन सुविधाएं सुलभता से मिले इस दिशा में अधिक प्रयास किये जाएं.
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मुख्य सचिव ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए विशेष प्रयासों की जरूरत है. जिन कारणों से सड़क दुर्घटनाएं अधिक हो रही हैं, उन्हें रोकने के लिए विभाग स्तर पर क्या कार्यवाही की जा रही है, इसकी पूरी रूपरेखा बनाई जाए. ड्राइविंग लाइसेंस जारी करने से पहले सभी मानकों का भली भांति परीक्षण किया जाए. पर्वतीय क्षेत्रों के हिसाब से भी ड्राइविंग टेस्ट पैरामीटर में कोई व्यवस्था की जाए.
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मुख्य सचिव ने कहा कि चारधाम यात्रा मार्गों में आवश्यकतानुसार कुछ महत्वपूर्ण स्थान चिन्हित किये जाएं, जहां पर वाहन चालकों के लिए सोने, खाने एवं नहाने की उचित व्यवस्थाएं की जा सके. यह सुनिश्चित किया जाए कि श्रद्धालुओं एवं संवारियों की सुरक्षा के दृष्टिगत परिवहन विभाग की ओर से कोई कमी न रहे. वाहन चालकों को भी इसके लिए नियत स्थानों पर समुचित सुविधाएं मिलनी जरूरी है. उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये कि वाहनों की फिटनेस पर भी विशेष ध्यान दिया जाए. जहां पर वाहनों के फिटनेस टेस्ट हो रही है, उन स्थानों पर सीसीटीवी कैमरों की पूरी व्यवस्था हो.