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CM तीरथ ने नड्डा को सौंपा पत्र, कहा- राज्य में संवैधानिक संकट, जल्द दे सकते हैं इस्तीफा

बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात करने के बाद मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत दिल्ली से उत्तराखंड के लिए निकल चुके हैं. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने राज्यपाल बेबी रानी मौर्य से मिलने के लिए समय मांगा है, वो उनसे मिलकर अपना इस्तीफा सौंप सकते हैं.

cm tirath singh rawat.
मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत.
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Published : Jul 2, 2021, 5:55 PM IST

Updated : Jul 2, 2021, 7:43 PM IST

देहरादून: उत्तराखंड में सियासी अटकलों का बाजार गर्म हो गया है. बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात करने के बाद मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत दिल्ली से उत्तराखंड के लिए निकल चुके हैं. वहीं जानकारी के मुताबिक मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने राज्यपाल बेबी रानी मौर्य से मिलने के लिए समय मांगा है. खबरों के मुताबिक, राज्यपाल से मिलकर तीरथ अपना इस्तीफा सौंप सकते हैं.

नड्डा को पत्र सौंपकर इस्तीफे की पेशकश

सूत्रों से खबर है कि तीरथ सिंह रावत ने बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को एक पत्र सौंपा है, जिसमें उन्होंने लिखा है कि उत्तराखंड में संवैधानिक संकट पैदा हो गया है. लिहाजा वो मौजूदा समय में मुख्यमंत्री पद पर नहीं रह सकते. आर्टिकल 164-ए के तहत उन्हें मुख्यमंत्री बनने के बाद 6 महीने के अंदर विधानसभा का सदस्य बनना है, लेकिन आर्टिकल 151 कहता है अगर विधानसभा चुनाव में एक वर्ष से कम का समय बचता है तो राज्य में उपचुनाव नहीं कराए जा सकते हैं, इसलिए वो मुख्यमंत्री के पद से इस्तीफा देना चाहते हैं. वो राज्यपाल से मिलकर जल्द इस्तीफा सौंप सकते हैं.

विधानमंडल दल की बैठक

इसके साथ ही खबर है कि कल (3 जुलाई) को विधानमंडल दल की बैठक हो सकती है. सभी बीजेपी विधायकों को देहरादून पहुंचने के लिए कहा गया है. पार्टी संगठन ने विधायकों से संपर्क करना शुरू कर दिया है.

गौर हो कि उत्तराखंड में अगले साल ही विधानसभा चुनाव होने हैं. इससे पहले तीरथ सिंह रावत को मार्च महीने में ही उत्तराखंड का मुख्यमंत्री बनाया गया था. उनसे पहले त्रिवेंद्र सिंह रावत को चार साल पूरा होने से 10 दिन पहले ही हटा दिया गया था. वहीं, तीरथ सिंह रावत को मुख्यमंत्री बने अभी सिर्फ चार महीने ही हुए हैं.

ये भी पढ़ें: उत्तराखंड में CM बदला तो जानिए किसका आ सकता है नंबर?

तीन दिन से दिल्ली में थे तीरथ

बता दें कि मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत बीते तीन दिनों से दिल्ली में थे. रामनगर में बीजेपी के चिंतन शिविर से मुख्यमंत्री तीरथ को सीधे दिल्ली तलब किया गया था. दिल्ली में वे बीजेपी हाईकमान के सामने पेश हुए. शुक्रवार को उन्होंने बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की. दोनों के बीच करीब 40 मिनट तक बातचीत हुई. अध्यक्ष जेपी नड्डा से मिलने के बाद उनकी बॉडी लैंग्वेज बता रही थी कि कुछ ऐसा बीजेपी में जरूर चल रहा है जिससे मुख्यमंत्री चिंतित हैं. उनका चेहरा काफी मायूस लग रहा था.

हालांकि, जब उन्होंने मीडिया से बात की तो सिर्फ इतना ही कहा कि अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ उनकी आगामी चुनाव को लेकर चर्चा हुई है. उपचुनाव पर उन्होंने कहा था कि ये फैसला चुनाव आयोग का है. इसके बाद वे दिल्ली से उत्तराखंड के लिए निकल गए. अब सूत्रों के हवाले से खबर मिल रही है कि मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने राज्यपाल बेबी रानी मौर्य से मिलने के लिए वक्त मांगा है.

देहरादून: उत्तराखंड में सियासी अटकलों का बाजार गर्म हो गया है. बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात करने के बाद मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत दिल्ली से उत्तराखंड के लिए निकल चुके हैं. वहीं जानकारी के मुताबिक मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने राज्यपाल बेबी रानी मौर्य से मिलने के लिए समय मांगा है. खबरों के मुताबिक, राज्यपाल से मिलकर तीरथ अपना इस्तीफा सौंप सकते हैं.

नड्डा को पत्र सौंपकर इस्तीफे की पेशकश

सूत्रों से खबर है कि तीरथ सिंह रावत ने बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को एक पत्र सौंपा है, जिसमें उन्होंने लिखा है कि उत्तराखंड में संवैधानिक संकट पैदा हो गया है. लिहाजा वो मौजूदा समय में मुख्यमंत्री पद पर नहीं रह सकते. आर्टिकल 164-ए के तहत उन्हें मुख्यमंत्री बनने के बाद 6 महीने के अंदर विधानसभा का सदस्य बनना है, लेकिन आर्टिकल 151 कहता है अगर विधानसभा चुनाव में एक वर्ष से कम का समय बचता है तो राज्य में उपचुनाव नहीं कराए जा सकते हैं, इसलिए वो मुख्यमंत्री के पद से इस्तीफा देना चाहते हैं. वो राज्यपाल से मिलकर जल्द इस्तीफा सौंप सकते हैं.

विधानमंडल दल की बैठक

इसके साथ ही खबर है कि कल (3 जुलाई) को विधानमंडल दल की बैठक हो सकती है. सभी बीजेपी विधायकों को देहरादून पहुंचने के लिए कहा गया है. पार्टी संगठन ने विधायकों से संपर्क करना शुरू कर दिया है.

गौर हो कि उत्तराखंड में अगले साल ही विधानसभा चुनाव होने हैं. इससे पहले तीरथ सिंह रावत को मार्च महीने में ही उत्तराखंड का मुख्यमंत्री बनाया गया था. उनसे पहले त्रिवेंद्र सिंह रावत को चार साल पूरा होने से 10 दिन पहले ही हटा दिया गया था. वहीं, तीरथ सिंह रावत को मुख्यमंत्री बने अभी सिर्फ चार महीने ही हुए हैं.

ये भी पढ़ें: उत्तराखंड में CM बदला तो जानिए किसका आ सकता है नंबर?

तीन दिन से दिल्ली में थे तीरथ

बता दें कि मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत बीते तीन दिनों से दिल्ली में थे. रामनगर में बीजेपी के चिंतन शिविर से मुख्यमंत्री तीरथ को सीधे दिल्ली तलब किया गया था. दिल्ली में वे बीजेपी हाईकमान के सामने पेश हुए. शुक्रवार को उन्होंने बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की. दोनों के बीच करीब 40 मिनट तक बातचीत हुई. अध्यक्ष जेपी नड्डा से मिलने के बाद उनकी बॉडी लैंग्वेज बता रही थी कि कुछ ऐसा बीजेपी में जरूर चल रहा है जिससे मुख्यमंत्री चिंतित हैं. उनका चेहरा काफी मायूस लग रहा था.

हालांकि, जब उन्होंने मीडिया से बात की तो सिर्फ इतना ही कहा कि अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ उनकी आगामी चुनाव को लेकर चर्चा हुई है. उपचुनाव पर उन्होंने कहा था कि ये फैसला चुनाव आयोग का है. इसके बाद वे दिल्ली से उत्तराखंड के लिए निकल गए. अब सूत्रों के हवाले से खबर मिल रही है कि मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने राज्यपाल बेबी रानी मौर्य से मिलने के लिए वक्त मांगा है.

Last Updated : Jul 2, 2021, 7:43 PM IST
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