ऋषिकेश: मुख्यमंत्री बनने के बाद पुष्कर सिंह धामी पहली बार ऋषिकेश पहुंचे. सीएम के ऋषिकेश पहुंचने पर पार्टी कार्यकर्ताओं ने उनका जोरदार स्वागत किया. इसके बाद सीएम धामी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वकांक्षी ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन का निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने रेल विकास निगम के अधिकारियों से जगह-जगह चल रहे रेल लाइन के कार्यों का फीडबैक भी लिया.
करीब 20 मिनट तक अधिकारियों से बंद कमरे में वार्ता भी की. जानकारी मिली है कि कई स्थानों पर वन और राजस्व विभाग की ओर से रेल लाइन बिछाने के लिए आपत्ति दर्ज कराई गई है. हाल ही में लगातार हुई भारी बारिश की वजह से भी कर्णप्रयाग रेल लाइन कार्य प्रभावित हुआ है. मुख्यमंत्री ने वादा किया कि जल्दी ही रेल लाइन निर्माण कार्य में तेजी लाने के प्रयास किए जाएंगे, जितनी भी अड़चनें निर्माण कार्य में सामने आ रही हैं, उनका जल्दी ही निस्तारण कर लिया जाएगा.
सीएम ने बताया कि डोईवाला-ऋषिकेश और यमुनोत्री-उत्तरकाशी को भी ऋषिकेश रेल लाइन से जोड़ने का प्रस्ताव केंद्र को भेजा गया है. निरीक्षण के बाद मुख्यमंत्री कर्णप्रयाग रेल परियोजना के शिवपुरी के पास में चल रहे निर्माण कार्य की प्रगति का स्थलीय निरीक्षण करने के लिए रवाना हो गए.
जल्द खुलेगा जीआरपी चौकी का हेड क्वार्टर: कर्णप्रयाग रेल लाइन का पहला स्टेशन बने योगनगरी स्टेशन पर जीआरपी का हेड क्वार्टर बनाने की योजना को भी जल्दी ही सरकार अमलीजामा पहनाने की कोशिश में लगी है. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बताया कि पुलिस और रेल विकास निगम ने संयुक्त रूप से मिलकर जमीन का चयन कर लिया है. हालांकि, यह जमीन किस जगह पर है, इसकी जानकारी अभी सार्वजनिक नहीं की गई है. जीआरपी का हेड क्वार्टर ऋषिकेश में बनने से कर्णप्रयाग रेल लाइन पर बनने वाले सभी स्टेशनों पर जितनी भी जीआरपी की चौकी होंगी, उनको रिपोर्ट करने में आसानी होगी. यही नहीं सुरक्षा की दृष्टि से भी हेड क्वार्टर को ऋषिकेश में बनाया जाना बेहद अहम माना जा रहा है.
पढ़ें- आप अध्यक्ष SS कलेर ने दिया इस्तीफा, CM धामी की सीट से लड़ेंगे विधानसभा चुनाव
सेल्फी खिंचवाने के लिए टूटे नियम: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के रेलवे स्टेशन पर निरीक्षण करने के दौरान भाजपा कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री के साथ सेल्फी लेने के लिए सारे नियम ताक पर रख दिए. सुरक्षा कर्मियों के समझाने के बावजूद कार्यकर्ता सेल्फी लेने के लिए उतावले दिखाई दिए. एक समय ऐसा आया कि मुख्यमंत्री खुद एक जगह खड़े होकर कार्यकर्ताओं के साथ 2 मिनट तक सेल्फी ही खिंचवाते रहे.
भाजपा की प्रदेश उपाध्यक्ष हुईं नाराज: भाजपा की प्रदेश उपाध्यक्ष कुसुम कंडवाल उस समय नाराज होती हुईं दिखाई दीं, जब मुख्यमंत्री रेलवे के अधिकारियों के साथ कॉन्फ्रेंस हॉल में बैठक करने पहुंच गए. इस दौरान सुरक्षाकर्मियों ने कुसुम कंडवाल को अंदर जाने से रोक दिया. इस पर वह नाराज हो गईं. उन्होंने अंदर जाने के लिए कई बार मिन्नतें भी कीं. मगर उनकी एक नहीं सुनी गई. आखिर में वह दूसरे कमरे में जाकर गुमसुम सी बैठी हुई दिखाई दीं. हालांकि पूछे जाने पर उन्होंने अपनी नाराजगी को मीडिया के सामने जाहिर नहीं किया.
पढ़ें- गढ़वाल के बाद अब कुमाऊं का दौरा करेंगे केजरीवाल, 19 सितंबर को हल्द्वानी आएंगे
सीएम के सामने विधायक का शक्ति प्रदर्शन: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निरीक्षण के दौरान विधायक और विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल के समर्थकों ने जमकर शक्ति प्रदर्शन भी किया. सीएम के सामने ही लगातार प्रेमचंद अग्रवाल जिंदाबाद के नारे भी लगते रहे. शक्ति प्रदर्शन को विधानसभा चुनाव से जोड़कर देखा जा रहा है. हालांकि, शहर में नगर निगम की महापौर उपस्थित नहीं थीं. ऐसे में कयास लगा रहे हैं कि अगर महापौर मुख्यमंत्री के निरीक्षण में शामिल होतीं तो यह शक्ति प्रदर्शन दोनों तरफ से और ज्यादा महत्वपूर्ण रूप से देखने को मिलता.
बता दें, 13 जनवरी 2021 को योग नगरी स्टेशन से ट्रेनों का संचालन शुरू हुआ था. पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज तो योग नगरी के रेलवे स्टेशन को देखकर बहुत खुश हुए थे. सतपाल महाराज ने कहा था कि जिस रेलवे स्टेशन की परिकल्पना उन्होंने की थी, उससे बेहतर स्टेशन बनकर तैयार हुआ है.
पर्यटन मंत्री ने कहा था कि चारधाम यात्रा और पहाड़ों की यात्रा के साथ-साथ देश की सीमा सुरक्षा के मामले में भी यह स्टेशन बेहद ही खास होगा. उन्होंने कहा था कि इस स्टेशन पर एक पुराना रेल का इंजन और पुराना एक पुराना प्लेन रखने की सिफारिश उनके द्वारा की जाएगी. ताकि, दुश्मन देशों को यह पता रहे कि सीमा की सुरक्षा के लिए हम पूरी तरह से मुस्तैद हैं. इस दौरान सीएम धामी ने रेल विकास निगम लिमिटेड के कार्यालय में ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना की समीक्षा भी की. अधिकारियों ने प्रस्तुतीकरण द्वारा मुख्यमंत्री को परियोजना की जानकारी दी.