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UPES में मुख्यमंत्री धामी ने किया 'ज्योति-विजय' छात्रवृत्ति का शुभारंभ, गैरसैंण पर विपक्ष को दिया जवाब

UPES में लोक संस्कृति एवं परम्पराओं के संवर्द्धन, संरक्षण और अध्ययन हेतु सेंटर फॉर कल्चर एंड आर्ट एवं भारतीय पुरातन ज्ञान को नई पीढ़ी से जोड़ने के उद्देश्य से 'सेंटर फॉर इंडियन नॉलेज' की स्थापना की गई है. जिसका शुभारंभ मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने किया. इस दौरान राज्य की ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण को लेकर विपक्ष की ओर से की जा रही घेराबंदी पर भी धामी ने जवाब दिया.

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UPES में मुख्यमंत्री धामी ने किया छात्रवृत्ति का शुभारंभ
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Published : Jul 13, 2022, 3:28 PM IST

Updated : Jul 13, 2022, 8:02 PM IST

देहरादून: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार को देहरादून के बिधौली में स्थित यूनिवर्सिटी ऑफ पेट्रोलियम एंड एनर्जी स्टडीज (UPES) में आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के मेधावी छात्रों के लिए 'ज्योति छात्रवृत्ति' एवं खेलों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से प्रतिभाशाली खिलाड़ियों के लिए 'विजय छात्रवृत्ति' का शुभारम्भ किया. इस मौके पर वक्ताओं ने कहा कि उत्तराखंड की लोक संस्कृति एवं परम्पराओं के संवर्द्धन, संरक्षण और अध्ययन के लिए सेंटर फॉर कल्चर एंड आर्ट एवं भारतीय पुरातन ज्ञान को नई पीढ़ी से जोड़ने के उद्देश्य से 'सेंटर फॉर इंडियन नॉलेज' की स्थापना की गई है. जिसका शुभारंभ मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की उपस्थित में किया गया.

इस मौके पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि किसी भी क्षेत्र में बड़े संस्थानों एवं विश्वविद्यालयों के आने से केवल उनमें पढ़ने वाले छात्रों का जीवन ही नहीं संवरता है बल्कि आसपास के क्षेत्र के लोगों के जीवन में भी अनेक बदलाव आते हैं. ऐसे में स्थानीय स्तर पर लोगों के आजीविका के संसाधन भी बढ़ते हैं. उन्होंने कहा कि उत्तराखंड के सीमान्त क्षेत्रों एवं ग्रामीण क्षेत्रों में यूपीईएस द्वारा क्या योगदान दिया जा सकता है, इस दिशा में विश्वविद्यालय को ध्यान देना होगा. उन्होंने कहा कि यूपीईएस द्वारा होनहार गरीब एवं प्रतिभाशाली खिलाड़ियों के लिए छात्रवृत्ति की शुरुआत की गई है वह सराहनीय प्रयास है.

UPES में मुख्यमंत्री धामी ने किया छात्रवृत्ति का शुभारंभ.

पढ़ें- आराकोट बंगाण की बदहाल तस्वीर! पुल के तारों के ऊपर रेंगकर नदी को पार कर रहे लोग

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश हर क्षेत्र में तेजी से आगे बढ़ रहा है. प्रधानमंत्री मोदी के सपनों को पूरा करने के लिए सबको कर्मयोगी बनकर कार्य करने होगा. आज दुनिया में भारत का मान, सम्मान एवं स्वाभिमान बढ़ा है. प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत में कोविड वैक्सीनेशन का महाअभियान चलाया गया. भारत में 192 करोड़ से अधिक कोविड टीकाकरण हुए, जबकि भारत ने 20 करोड़ वैक्सीन अन्य देशों को भी दी. शिक्षा में क्रान्तिकारी परिवर्तन लाने के लिए देश में राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 लाई गई है. उत्तराखंड राज्य में बाल वाटिका से इसका शुभारंभ हो चुका है. इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने सभी प्रदेशवासियों को गुरु पूर्णिमा की शुभकामनाएं भी दी.

गैरसैंण को लेकर भी बोले सीएम: वहीं, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बिधौली में हुए इसी कार्यक्रम में गैरसैंण को लेकर भी बयान दिया. मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण के लिए बजट में 22 करोड़ का प्रावधान रखा गया है. विभागों के अतिरिक्त गैरसैंण के विकास के लिए खर्च होगा, जिसके माध्यम से ग्रीष्मकालीन राजधानी को वह और मजबूत करेंगे. सीएम ने विपक्ष और खासकर पूर्व सीएम हरीश रावत के आरोपों को लेकर साफ किया कि उनकी सरकार ने गैरसैंण को ग्रीष्मकालीन राजधानी बनाया है और वो उसके विकास के लिए प्रतिबद्ध हैं. गौर हो कि पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत लगातार गैरसैंण को लेकर धामी सरकार को घेर रहे हैं. हरीश रावत अपनी बात को सिद्ध करने के लिए बकायदा गैरसैंण के दौरे पर हैं. उनका कहना है कि सरकार ने गैरसैंण को ग्रीष्मकालीन राजधानी केवल नाम दिया गया है जबकि गैरसैंण-भराड़ीसैंण की गंभीर उपेक्षा की जा रही है जो राज्य की जनता के साथ धोखा है.

देहरादून: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार को देहरादून के बिधौली में स्थित यूनिवर्सिटी ऑफ पेट्रोलियम एंड एनर्जी स्टडीज (UPES) में आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के मेधावी छात्रों के लिए 'ज्योति छात्रवृत्ति' एवं खेलों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से प्रतिभाशाली खिलाड़ियों के लिए 'विजय छात्रवृत्ति' का शुभारम्भ किया. इस मौके पर वक्ताओं ने कहा कि उत्तराखंड की लोक संस्कृति एवं परम्पराओं के संवर्द्धन, संरक्षण और अध्ययन के लिए सेंटर फॉर कल्चर एंड आर्ट एवं भारतीय पुरातन ज्ञान को नई पीढ़ी से जोड़ने के उद्देश्य से 'सेंटर फॉर इंडियन नॉलेज' की स्थापना की गई है. जिसका शुभारंभ मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की उपस्थित में किया गया.

इस मौके पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि किसी भी क्षेत्र में बड़े संस्थानों एवं विश्वविद्यालयों के आने से केवल उनमें पढ़ने वाले छात्रों का जीवन ही नहीं संवरता है बल्कि आसपास के क्षेत्र के लोगों के जीवन में भी अनेक बदलाव आते हैं. ऐसे में स्थानीय स्तर पर लोगों के आजीविका के संसाधन भी बढ़ते हैं. उन्होंने कहा कि उत्तराखंड के सीमान्त क्षेत्रों एवं ग्रामीण क्षेत्रों में यूपीईएस द्वारा क्या योगदान दिया जा सकता है, इस दिशा में विश्वविद्यालय को ध्यान देना होगा. उन्होंने कहा कि यूपीईएस द्वारा होनहार गरीब एवं प्रतिभाशाली खिलाड़ियों के लिए छात्रवृत्ति की शुरुआत की गई है वह सराहनीय प्रयास है.

UPES में मुख्यमंत्री धामी ने किया छात्रवृत्ति का शुभारंभ.

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मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश हर क्षेत्र में तेजी से आगे बढ़ रहा है. प्रधानमंत्री मोदी के सपनों को पूरा करने के लिए सबको कर्मयोगी बनकर कार्य करने होगा. आज दुनिया में भारत का मान, सम्मान एवं स्वाभिमान बढ़ा है. प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत में कोविड वैक्सीनेशन का महाअभियान चलाया गया. भारत में 192 करोड़ से अधिक कोविड टीकाकरण हुए, जबकि भारत ने 20 करोड़ वैक्सीन अन्य देशों को भी दी. शिक्षा में क्रान्तिकारी परिवर्तन लाने के लिए देश में राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 लाई गई है. उत्तराखंड राज्य में बाल वाटिका से इसका शुभारंभ हो चुका है. इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने सभी प्रदेशवासियों को गुरु पूर्णिमा की शुभकामनाएं भी दी.

गैरसैंण को लेकर भी बोले सीएम: वहीं, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बिधौली में हुए इसी कार्यक्रम में गैरसैंण को लेकर भी बयान दिया. मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण के लिए बजट में 22 करोड़ का प्रावधान रखा गया है. विभागों के अतिरिक्त गैरसैंण के विकास के लिए खर्च होगा, जिसके माध्यम से ग्रीष्मकालीन राजधानी को वह और मजबूत करेंगे. सीएम ने विपक्ष और खासकर पूर्व सीएम हरीश रावत के आरोपों को लेकर साफ किया कि उनकी सरकार ने गैरसैंण को ग्रीष्मकालीन राजधानी बनाया है और वो उसके विकास के लिए प्रतिबद्ध हैं. गौर हो कि पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत लगातार गैरसैंण को लेकर धामी सरकार को घेर रहे हैं. हरीश रावत अपनी बात को सिद्ध करने के लिए बकायदा गैरसैंण के दौरे पर हैं. उनका कहना है कि सरकार ने गैरसैंण को ग्रीष्मकालीन राजधानी केवल नाम दिया गया है जबकि गैरसैंण-भराड़ीसैंण की गंभीर उपेक्षा की जा रही है जो राज्य की जनता के साथ धोखा है.

Last Updated : Jul 13, 2022, 8:02 PM IST
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