डोइवाला: नगर के ब्लॉक में राष्ट्रीय आजीविका मिशन के तहत राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के तत्वधान में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कार्यक्रम में समूह की महिलाओं को योजनाओं की जानकारी दी गई. वहीं लंबे समय से समूह की महिलाओं से संवाद न होने के कारण कुछ मतभेद पैदा हो गए थे. जिन्हें इस कार्यक्रम के माध्यम से दूर किया गया है. वहीं, कार्यक्रम में ग्राम विकास अपर सचिव रामविलास यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री के आदेश पर इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया है.
ग्रामीण विकास अपर सचिव रामविलास यादव ने कहा कि पूरे प्रदेश में 20 हजार स्वयं सहायता समूह कार्य कर रहे हैं. दस हजार और समूह बनने वाले हैं. साथ ही और 60 हजार समूह बनाने का लक्ष्य रखा गया है. रामविलास यादव ने कहा कि समूह की सीनियर महिलाओं के बीच कुछ मतभेद पैदा हो गए थे. जिसे कार्यक्रम के माध्यम से दूर किया गया है. साथ ही कहा कि डोइवाला ब्लॉक को राष्ट्रीय आजीविका मिशन के तहत गोद ले लिया गया है.
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संध्या भागीरथी समूह की अध्यक्ष कोमल देवी ने कहा कि समूह की उन महिलाओं को बाहर किया जा रहा था जो महिलाएं नगर पालिका के दायरे में आ गई थी. जबकि इन महिलाओं ने सभी तरह की ट्रेनिंग ली है और इनकी जगह बाहर से ट्रेनिंग के लिए महिलाएं बुलाई जा रही थी. जिसको लेकर मुख्यमंत्री के सामने स्वयं सहायता समूह की महिलाओं ने अपनी समस्या को रखा था.
बता दें कि गुरुवार को डोइवाला की विभिन्न समूह की महिलाएं कोमल देवी के नेतृत्व में सीएम त्रिवेंद्र से मिलने गई थी. जहां महिलाओं ने अपनी समस्याओं को मुख्यमंत्री के सामने रखा. जिसके बाद ही मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने तुरंत विभागीय अधिकारियों और सचिवों को डोइवाला में समूह की महिलाओं के साथ संवाद कार्यक्रम आयोजित करने के निर्देश दिए.
वहीं, कार्यक्रम में अपर सचिव ग्रामीण विकास रामविलास यादव के साथ मुख्य विकास अधिकारी जीएस रावत और मुख्यमंत्री के विशेष कार्य अधिकारी धीरेंद्र पवार मौजूद रहे.