देहरादून: कोरोना वायरस शुरुआती दौर में अफवाहों की वजह से जहां अंडे और चिकन कि बिक्री में गिरावट आई थी. लॉकडाउन के बीच बाजारों में अंडे और चिकन की डिमांड बढ़ गई है. डॉक्टर्स ने लोगों को कोरोना वायरस के फैलते संक्रमण के बीच अपनी इम्यून बढ़ाने के लिए प्रोटीन से भरपूर खाना खाने की सलाह दी है. वहीं दूसरी तरफ सरकार भी कोरोना वायरस संक्रमण को नॉनवेज से जोड़ने की अफवाह दूर करने की पूरी कोशिश कर रही है. ऐसे में उत्तराखंड के बाजारों में अंडे और चिकन की डिमांड ज्यादा हो गई है.
लॉकडाउन के बीच ईटीवी भारत की टीम ने देहरादून मछली बाजार का जायजा लिया तो पता चला कि लोग पहले की अफवाहों को भूल कर एक फिर चिकन, मछली और अंडे की डिमांड करने लगे हैं. फिलहाल लॉकडाउन के चलते बाहरी राज्यों से चिकन की आपूर्ति नहीं हो पा रही है. ऐसे में स्थानीय पोल्ट्री फार्म से ही चिकन और अंडों की डिमांड को पूरा किया जा रहा है.
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स्थानीय व्यापारियों के मुताबिक मार्च के पहले सप्ताह में सोशल मीडिया पर चिकन और अंडों से कोरोना वायरस होने की अफवाह फैलने के बाद चिकन और अंडे के मार्केट में 30 से 40% की गिरावट आ गई थी. लेकिन सरकार द्वारा चलाए गए जागरूकता अभियान के बाद लोग फिर से चिकन, अंडे खरीद रहे हैं. अफवाह के बाद व्यापार का जो नुकसान हुआ था, उसकी अब धीरे-धीरे भरपाई होने लगी है.
बता दें कि, अफवाहों के बाद चिकन और अंडे से जुड़े कारोबारियों को खासा नुकसान झेलना पड़ा था. जो चिकन 160 रुपए किलो के रेट पर बाजारों में बिकता था. अफवाह के बाद महज 80 से 100 रुपए प्रति किलो बेचा जा रहा था. अंडे की ट्रे जो 120 रुपए में बेची जाती थी, वो 80 रुपए प्रति ट्रे मिलने लगी थी.