देहरादून: उत्तराखंड में चर्चित मीटू प्रकरण में फंसे बीजेपी के पूर्व प्रदेश संगठन मंत्री संजय कुमार के खिलाफ देहरादून पुलिस ने अपनी जांच पूरी कर ली है. जिसके बाद पुलिस ने बुधवार को इस मामले में देहरादून कोर्ट में चार्जशीट दाखिल कर दी है.
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पुलिस ने बीजेपी नेता संजय कुमार के खिलाफ धारा 554 (छेड़छाड़), 505 व 506 जान से मारने की धमकी देने वाले हल्की धाराओं के तहत चार्ज फ़्रेम कर कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की है. हालांकि आरोपी संजय कुमार इस मामले में पहले ही गिरफ्तारी से बचने के हाई कोर्ट से स्टे ले रखा है.
दुष्कर्म की धारा हटने से आरोपी बीजेपी नेता को मिली बड़ी राहत
मीटू प्रकरण में मुकदमा दर्ज होने के बाद बीजेपी पूर्व संगठन मंत्री संजय कुमार के खिलाफ बाद में बढ़ाई गई दुष्कर्म की धारा 376 के हटने से बड़ी राहत मिली है. ऐसे में अब छेड़छाड़ व जान से मारने जैसी हल्की धाराओं में चार्जशीट दाखिल होने से जहां यह मामला कानूनी रूप से लगभग कमजोर होता नजर आ रहा है. वहीं दूसरी तरफ आरोपी नेता को पार्टी संगठन से भी क्लीन चिट मिलने की जानकारी सामने आ रही है.
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इस मामले में आरोपी के खिलाफ दुष्कर्म की धारा 376 हटाये जाने पर देहरादून एसएसपी निवेदिता कुकरेती ने बताया कि जांच में पीड़ित महिला द्वारा लगाए गया दुष्कर्म का आरोप तथ्यहीन पाया गया. विवेचना के दौरान इस तरह के कोई साक्ष्य नहीं मिले. इसलिए धारा 376 हटाई गई. अब अन्य धाराओं में चार्टशीट कोर्ट में दाखिल कर आगे की कानूनी प्रक्रिया प्रचलित है.
हालांकि पीड़ित महिला इस मामले में पहले ही पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े कर चुकी है. पीड़ित महिला ने अपने बयानों में कहा था कि पुलिस ने इस मालमे में मुकदमा लिखने में देरी की थी. वहीं राजनीतिक दबाव के चलते पुलिस आरोपी नेता को बचाने में लगी हुई है.