देहरादून: उत्तराखंड की विश्व प्रसिद्ध चारधाम यात्रा अपने चरम पर है. अभीतक 18 लाख से ज्यादा श्रद्धालु चारों धाम के दर्शन कर चुके हैं. चारधाम यात्रा शुरू होने से पहले सरकार, शासन और प्रशासन ने व्यवस्थाओं को लेकर कई दावे किए थे, लेकिन ये सारे दावे हवा हवाई साबित हो रहे हैं. चारधाम यात्रा मार्ग पर सबसे बुरा हाल सड़कों का है. जिस कारण देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. चार धाम यात्रा मार्ग पर सड़कों की बात करें तो यहां सड़कों में गड्ढे नहीं बल्कि गड्ढों में सड़क हैं.
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चारधाम यात्रा शुरू हुए करीब डेढ़ महीने का समय होने जा रहा है, लेकिन अभीतक चारधाम यात्रा के लिए जो व्यवस्थाएं होनी चाहिए वह व्यवस्थाएं सरकार यात्रियों को मुहैया नहीं करा पा रही है. चारधाम यात्रा शुरू होने से पहले सरकार ने तमाम दावे किए थे कि चारधाम यात्रा पूरी तरह सुरक्षित और सुगम होगी, लेकिन चारधाम की सड़कें खुद-ब-खुद सरकार के दावों की पोल खोलती नजर आ रही हैं.
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कार्यवाहक पर्यटन सचिव अमित नेगी ने बताया कि चारधाम यात्रा के जितने भी रूट हैं उनको सही करने का काम चल रहा है. कई जगह पर नेशनल हाई-वे काम कर रही है तो कुछ स्थानों पर बीआरओ की टीम लगी हुई है. दोनों विभागों को सड़कों की मरम्मत के लिए मशीनरी उपलब्ध कराई गई है. इसके साथ ही पैदल यात्रा मार्ग सही करने के लिए भी मैन पावर लगाए गई है. ताकि सड़कों को दुरुस्त किया जा सके, जिससे यात्रियों को कोई दिक्कत न हो.
सड़कों की बदहाल स्थिति पर सरकार के प्रवक्ता मदन कौशिक ने कहा कि चारधाम यात्रा मार्ग पर ऑल वेदर रोड का काम बहुत तेजी से चल रहा है. जिस वजह से यात्रियों को थोड़ी दिक्कत हो रही है. चारधाम यात्रा शुरू होने से पहले जो सड़कें क्षतिग्रस्त थी उन्हें ठीक करा दिया गया था.