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उत्तराखंडः मानसून ने पकड़ा जोर, चारधाम तीर्थयात्रियों की संख्या में आई कमी

मानसून सीजन में चारधाम की यात्रा करने आने वाले यात्रियों को कोई दिक्कत न हो इसके लिए शासन स्तर पर पहले ही संबंधित जिलाधिकारी और एसएसपी को निर्देश दिया जा चुका है. ताकि आने वाले किसी भी श्रद्धालुओं को कोई दिक्कत या परेशानी का सामना ना करना पड़े. इसके साथ ही यात्रा मार्गों पर जेसीबी मशीन भी लगाई गई है, ताकि अगर किसी वजह बारिश के कारण सड़क पर मलबा आ जाता है तो उसे तत्काल प्रभाव से खुलवाया जा सके.

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Published : Jul 8, 2019, 11:54 PM IST

फाइल फोटो

देहरादून: उत्तराखंड में जोर पकड़ते मानसून की दस्तक के साथ ही चारधाम आने वाले तीर्थयात्रियों की संख्या भी घटने लगी है. आलम यह है कि जहां हजारों श्रद्धालु रोज चारधाम की यात्रा पर आते हैं, वहां यह आंकड़ा बेहद घट गया है. हालांकि सरकार और प्रशासन की तरफ से मानसून सीजन को लेकर पूरी तैयारी की गई है. ताकि चारधाम आने वाले तीर्थयात्रियों को किसी तरह की परेशानी न हो.

पढ़ें- डीएमई तकनीकी से लैस हुआ पंतनगर एयरपोर्ट, कोहरे और अंधेरे में भी उतर सकेंगे एयर क्राफ्ट

मई के पहले हफ्ते में गंगोत्री और यमुनोत्री के कपाट खुलने के साथ ही चारधाम यात्रा शुरू हो गई थी. अबतक यात्रा ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं. 61 दिनों के आंकड़ों पर बात करें तो 23 लाख से ज्यादा तीर्थयात्री चारधाम के दर्शन कर चुके हैं. यही नहीं सबसे कठिन और दूरस्थ क्षेत्र में बने केदारनाथ धाम मंदिर के दर्शन करने आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या इस साल सबसे ज्यादा रही, लेकिन मानसून की दस्तक के साथ ही अब तीर्थयात्रियों की संख्या में कमी आने लगी है.

मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह

इसके साथ ही चारधाम से अलग हेमकुंड साहिब में भी आने वाले श्रद्धालुओं में कमी देखी गई है. लिहाजा हेमकुंड साहिब बेहद ऊंचाई पर स्थित है और वहां जाने के लिए करीब 19 किलोमीटर पहाड़ की खड़ी चढ़ाई चढ़नी पड़ती है. यही नहीं हेमकुंड साहिब के दर्शन करने जाने के लिए यात्रियों को तमाम दिक्कतों का भी सामना करना पड़ता है. क्योंकि इस सीजन में भारी मात्रा में बर्फबारी हुई है और ऐसे में मानसून आने के बाद लगातार बर्फ पिघल रहे हैं. ऐसे में हेमकुंड साहिब में कड़ाके की ठंड पड़ रही है जिसको देखते हुए यात्री भी ऐहतियात बरत रहे हैं.

पढ़ें- नंदा देवी ईस्ट में पर्वतारोहियों के शवों को रेस्क्यू करने वाले ITBP के जवानों को किया गया सम्मानित

मानसून सीजन में चारधाम की यात्रा करने आने वाले यात्रियों को कोई दिक्कत न हो इसके लिए शासन स्तर पर पहले ही संबंधित जिलाधिकारी और एसएसपी को निर्देश दिया जा चुका है. ताकि आने वाले किसी भी श्रद्धालुओं को कोई दिक्कत या परेशानी का सामना ना करना पड़े. इसके साथ ही यात्रा मार्गों पर जेसीबी मशीन भी लगाई गई है, ताकि अगर किसी वजह बारिश के कारण सड़क पर मलबा आ जाता है तो उसे तत्काल प्रभाव से खुलवाया जा सके.

अबतक चारधाम में आए तीर्थयात्रियों की संख्या

बदरीनाथ धाम 831211
केदारनाथ धाम 785681
गंगोत्री धाम 372739
यमुनोत्री धाम 356865
हेमकुंड साहिब 176710

देहरादून: उत्तराखंड में जोर पकड़ते मानसून की दस्तक के साथ ही चारधाम आने वाले तीर्थयात्रियों की संख्या भी घटने लगी है. आलम यह है कि जहां हजारों श्रद्धालु रोज चारधाम की यात्रा पर आते हैं, वहां यह आंकड़ा बेहद घट गया है. हालांकि सरकार और प्रशासन की तरफ से मानसून सीजन को लेकर पूरी तैयारी की गई है. ताकि चारधाम आने वाले तीर्थयात्रियों को किसी तरह की परेशानी न हो.

पढ़ें- डीएमई तकनीकी से लैस हुआ पंतनगर एयरपोर्ट, कोहरे और अंधेरे में भी उतर सकेंगे एयर क्राफ्ट

मई के पहले हफ्ते में गंगोत्री और यमुनोत्री के कपाट खुलने के साथ ही चारधाम यात्रा शुरू हो गई थी. अबतक यात्रा ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं. 61 दिनों के आंकड़ों पर बात करें तो 23 लाख से ज्यादा तीर्थयात्री चारधाम के दर्शन कर चुके हैं. यही नहीं सबसे कठिन और दूरस्थ क्षेत्र में बने केदारनाथ धाम मंदिर के दर्शन करने आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या इस साल सबसे ज्यादा रही, लेकिन मानसून की दस्तक के साथ ही अब तीर्थयात्रियों की संख्या में कमी आने लगी है.

मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह

इसके साथ ही चारधाम से अलग हेमकुंड साहिब में भी आने वाले श्रद्धालुओं में कमी देखी गई है. लिहाजा हेमकुंड साहिब बेहद ऊंचाई पर स्थित है और वहां जाने के लिए करीब 19 किलोमीटर पहाड़ की खड़ी चढ़ाई चढ़नी पड़ती है. यही नहीं हेमकुंड साहिब के दर्शन करने जाने के लिए यात्रियों को तमाम दिक्कतों का भी सामना करना पड़ता है. क्योंकि इस सीजन में भारी मात्रा में बर्फबारी हुई है और ऐसे में मानसून आने के बाद लगातार बर्फ पिघल रहे हैं. ऐसे में हेमकुंड साहिब में कड़ाके की ठंड पड़ रही है जिसको देखते हुए यात्री भी ऐहतियात बरत रहे हैं.

पढ़ें- नंदा देवी ईस्ट में पर्वतारोहियों के शवों को रेस्क्यू करने वाले ITBP के जवानों को किया गया सम्मानित

मानसून सीजन में चारधाम की यात्रा करने आने वाले यात्रियों को कोई दिक्कत न हो इसके लिए शासन स्तर पर पहले ही संबंधित जिलाधिकारी और एसएसपी को निर्देश दिया जा चुका है. ताकि आने वाले किसी भी श्रद्धालुओं को कोई दिक्कत या परेशानी का सामना ना करना पड़े. इसके साथ ही यात्रा मार्गों पर जेसीबी मशीन भी लगाई गई है, ताकि अगर किसी वजह बारिश के कारण सड़क पर मलबा आ जाता है तो उसे तत्काल प्रभाव से खुलवाया जा सके.

अबतक चारधाम में आए तीर्थयात्रियों की संख्या

बदरीनाथ धाम 831211
केदारनाथ धाम 785681
गंगोत्री धाम 372739
यमुनोत्री धाम 356865
हेमकुंड साहिब 176710
Intro:उत्तराखंड में मानसून सीजन के दस्तक देते ही चारधाम यात्रा पर ग्रहण लग गया है आलम यह है कि जहां हजारों श्रद्धालु रोज चारधाम की यात्रा के दर्शन करने आते थे, तो वहीं यह आंकड़ा बेहद घट गया है ऐसे में साफ तौर पर कहा जा सकता है कि मानसून सीजन ने चारधाम यात्रा पर ग्रहण लगा दिया है, लेकिन उम्मीद किया जा रहा है कि मानसून सीजन खत्म होने के बाद अक्टूबर-नवंबर महीने में फिर से चारधाम आने वाले यात्रियों की संख्या में इजाफा होता दिखाई देगा।


Body:हालांकि इस साल चारधाम की यात्रा करने आने वाले यात्रियों ने मात्र 2 महीने में ही पिछले सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए है। इस बार चारधाम यात्रा में भारी संख्या में श्रद्धालु चारधाम की दर्शन करने पहुंचे, यही नहीं सबसे कठिन और दूरस्थ क्षेत्र में बने केदारनाथ धाम मंदिर के दर्शन करने आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या इस साल सबसे ज्यादा रही। मानसून सीजन के चलते चारधाम की यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं को तमाम दिक्कत होती हैं, लेकिन उन दिक्कतों से निपटने के लिए सरकार ने तमाम व्यवस्थाएं भी की है, लेकिन कहीं ना कहीं मानसून सीजन में पहाड़ों पर आपदा जैसी स्थिति बन जाती है।


इसके साथ ही चारधाम से अलग हेमकुंड साहिब में भी आने वाले श्रद्धालुओं में कमी देखी गई है, लिहाजा हेमकुंड साहिब बेहद ऊंचाई पर स्थित है, और वहां जाने के लिए करीब 19 किलोमीटर पहाड़ की खड़ी चढ़ाई चढ़नी पड़ती है, यही नहीं हेमकुंड साहिब के दर्शन करने जाने के लिए यात्रियों को तमाम दिक्कतों का भी सामना पड़ा करता है, क्योंकि इस सीजन में भारी मात्रा में बर्फबारी हुई है और ऐसे में मानसून सीजन आने के बाद लगातार बर्फ पिघल रहे हैं, ऐसे में हेमकुंड साहिब में कड़ाके की ठंड पड़ रही है जिसको देखते हुए यात्री भी ऐहतियात बरत रहे हैं।


मानसून सीजन में चारधाम की यात्रा करने आने वाले यात्रियों को कोई दिक्कत न हो इसके लिए शासन स्तर पर पहले ही संबंधित जिलाधिकारी और एसएसपी को निर्देश दिया जा चुका है। ताकि आने वाले किसी भी श्रद्धालुओं को किसी तरह की कोई दिक्कत या परेशानी का सामना ना करना पड़े। इसके साथी यात्रा मार्गो पर गाड़ियां भी लगाई गई हैं ताकि अगर किसी कारणवश आपदा जैसी या सड़के बाधित जैसी कोई दिक्कत होती है तो रास्तों को तत्काल प्रभाव से खुलवाया जा सके।

यात्रियों की संख्या.....

बद्रीनाथ धाम - 831211
केदारनाथ धाम - 785681
गंगोत्री धाम - 372739
यमुनोत्री धाम - 356865
हेमकुंड साहिब - 176710


बाइट - देवेंद्र भसीन, प्रदेश मीडिया प्रभारी
बाइट - उत्पल कुमार सिंह, मुख्य सचिव, उत्तराखंड


Conclusion:
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