मसूरी: प्रदेश में कोरोना संक्रमण तेजी के साथ बढ़ रहा है. कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामले को देखते हुए सरकार उत्तराखंड में बाहर से आने वाले लोगों के लिए उत्तराखंड के बॉर्डर्स पर कोरोना की जांच को अनिवार्य कर दिया है. जांच ना कराने वालों को किसी भी हाल में प्रदेश में प्रवेश नहीं दिया जाएगा. परन्तु मसूरी में पर्यटकों की आमद लगातार बढ़ रही है. यह भी देखा जा रहा है कि कई लोगों ने ना तो कोरोना की जांच करवाई गई है और ना ही उनके पास नो कोविड-19 जांच का कोई सर्टिफिकेट है.
ऐसे में मसूरी पुलिस मसूरी के प्रवेश द्वार कोलूखेत से पर्यटकों को लौटा रही है. इसको लेकर कोलूखेत में वाहनों की लम्बी कतारें लग रही हैं, जिससे लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. बता दें कि मुख्य सचिव ओमप्रकाश ने कहा कि बाहर से उत्तराखंड आने वाले लोग यदि बॉर्डर पर कोरोना की जांच नहीं कराते तो उन्हें राज्य में प्रवेश नहीं करने के निर्देश जारी किए गए हैं. वहीं, विभिन्न प्रदेशों से मसूरी आने वाले पर्यटकों ने कहा कि पुलिस को देहरादून कोठाल गेट में ही मसूरी आने के लिये बनाए गए नियमों की जांच करनी चाहिए, जिससे नियमों का पालन ना करने पर उनको वहीं से लौटाया जा सके.
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ऐसे में मसूरी से मात्र 13 किलोमीटर की दूरी पर लोगों को रोककर उनको वापस किया जा रहा है जो गलत है. इसको लेकर उनकी पुलिस से भी नोकझोंक भी हो रही है. वहीं, स्थानीय निवासी बलबीर सिंह और रोशन कुमार ने बताया कि उत्तराखंड में कोरोना संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है. ऐसे में मसूरी में प्रशासन और पुलिस की ओर से हल्की सी भी ढील मसूरी वासियों के लिए भी नुकसानदायक हो सकती है.
उन्होंने कहा कि मसूरी में अन्य राज्यों से आने वाले लोग फर्जी कोविड नेगेटिव का सर्टिफिकेट लेकर आ रहे हैं. उन्होंने प्रशासन और पुलिस से अन्य राज्यों से मसूरी आने वाले लोगो की गंभीरता से जांच करने के साथ फर्जी सर्टिफिकेट दिखाकर मसूरी में प्रवेश करने वाले लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए. साथ ही मसूरी एंट्री से पहले कोठाल गेट पर जांच की जानी चाहिए.
वहीं, नियमों का पालन ना करने वालों को घर लौटाया जाना चाहिए. सीओ मसूरी नरेन्द्र पंत ने बताया कि पुलिस अन्य राज्यों से मसूरी आने वाले लोगों पर विशेष नजर रख रही है. साथ ही कोविड रिपोर्ट की सत्यता की जांच नगर पालिका परिषद की टीम कर रही है.