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अच्छी खबर: उत्तराखंड से 9600 मीट्रिक टन मंडुआ खरीदेगी केंद्र सरकार, ₹3574 समर्थन मूल्य निर्धारित - PM Narendra Modi

उत्तराखंड के किसानों के लिए अच्छी खबर है. भारत सरकार ने प्रदेश के 9600 मीट्रिक टन मोटा अनाज (मंडुआ) खरीद की अनुमति दे दी है. साथ ही ₹3574/- समर्थन मूल्य भी निर्धारित कर दिया है. इसके साथ ही इस योजना के तहत लगभग 8 लाख परिवारों को हर महीने 1 किलो मंडुआ वितरित किए जाने की योजना है.

Pushkar Singh Dhami
Pushkar Singh Dhami
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Published : Dec 29, 2022, 8:13 PM IST

देहरादून: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भारत सरकार द्वारा मोटे अनाज (मंडुआ) की खरीद का समर्थन मूल्य निर्धारित किए जाने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारत सरकार का आभार व्यक्त किया है. मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा मंडुआ के 0.096 लाख मीट्रिक टन की खरीद अनुमति मिलने से राज्य में मिलेट (मोटा अनाज) उत्पादन करने वाले किसानों को बड़ा लाभ मिलेगा.

आपको बता दें कि मंडुआ पौष्टिकता से भरपूर होता है. किसानों से खरीद कर मिड डे मील और सार्वजनिक वितरण प्रणाली के माध्यम से बच्चों और लोगों को उपलब्ध कराया जा सकेगा. इससे राज्य के किसानों की आय में बढ़ोतरी, तो होगी ही साथ ही स्कूलो के बच्चों और जरूरतमंदों को पौष्टिक आहार भी मिलेगा. आपको बता दें कि राज्य सरकार ने इसी महीने भारत सरकार के सार्वजनिक वितरण मंत्रालय को फसल साल 2022-23 के मोटे अनाज के प्रोक्यूरमेंट के लिए प्लान प्रेषित किया गया था.

भारत सरकार ने उत्तराखंड के प्रोक्यूरमेंट प्लान को स्वीकार करते हुए मोटे अनाज के 0.096 लाख मीट्रिक टन के प्रोक्यूरमेंट की अनुमति दी है. यह प्रोक्यूरमेंट भली भांति हो, इसके लिए खाद्य नागरिक आपूर्ति विभाग, मंडी परिषद, सहकारी समितियों, महिला एवं बाल विकास विभाग और शिक्षा विभाग को आपसी समन्वय से काम करने के निर्देश दिये गये हैं. इसमें जिलाधिकारियों की विशेष भूमिका रहेगी.

मंडुआ के प्रोक्यूरमेंट की यह अनुमति फसल वर्ष 2022-23 के लिए दी गई है. मंडुआ का न्यूनतम समर्थन मूल्य 3,574 रुपए प्रति क्विंटल निर्धारित है. यह राज्य सरकार द्वारा पर्वतीय क्षेत्रों के कृषकों की आमदनी बढ़ाने के लिए अभिनव प्रयास सिद्ध होगा. प्रथम चरण में राज्य के पर्वतीय क्षेत्रों में पायलेट योजना के अन्तर्गत जनपद अल्मोड़ा एवं पौड़ी के कृषकों से निर्धारित न्यूनतम समर्थन मूल्य पर मंडुआ खरीद योजना लागू की जायेगी. क्रय किये गये मंडुआ को प्रथम चरण में राज्य के मैदानी जनपद ऊधमसिंहनगर, हरिद्वार एवं देहरादून तथा नैनीताल जनपद के मैदानी क्षेत्रों में सार्वजनिक वितरण प्रणाली के अन्तर्गत वितरित किया जायेगा.

ये भी पढ़ें- सोशल मीडिया से यारी, जेब कर रही भारी, बदल गया करियर ट्रेंड

इस योजना से उक्त जनपदों के राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना के लगभग 8 लाख परिवार लाभान्वित होगें जिनको प्रतिमाह / प्रतिकार्ड 01 किलो मंडुआ निःशुल्क वितरित किया जायेगा. राज्य के पर्वतीय जनपदों में मंडुआ का क्रय सहकारिता विभाग द्वारा जनपद अल्मोड़ा में संचालित 20 क्रय केन्द्रों एवं जनपद पौड़ी में 11 क्रय केन्द्रों पर क्रय कर खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले विभाग द्वारा इसका वितरण पात्र लाभार्थियों को सुनिश्चित किया जायेगा. प्रथम चरण में 9600 मी.टन मंडुआ क्रय किये जाने की कार्ययोजना को क्रियान्वित किया जा रहा है. इस योजना के क्रियान्वयन में सरकार पर लगभग 45.00 करोड़ व्ययभार आएगा.

देहरादून: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भारत सरकार द्वारा मोटे अनाज (मंडुआ) की खरीद का समर्थन मूल्य निर्धारित किए जाने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारत सरकार का आभार व्यक्त किया है. मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा मंडुआ के 0.096 लाख मीट्रिक टन की खरीद अनुमति मिलने से राज्य में मिलेट (मोटा अनाज) उत्पादन करने वाले किसानों को बड़ा लाभ मिलेगा.

आपको बता दें कि मंडुआ पौष्टिकता से भरपूर होता है. किसानों से खरीद कर मिड डे मील और सार्वजनिक वितरण प्रणाली के माध्यम से बच्चों और लोगों को उपलब्ध कराया जा सकेगा. इससे राज्य के किसानों की आय में बढ़ोतरी, तो होगी ही साथ ही स्कूलो के बच्चों और जरूरतमंदों को पौष्टिक आहार भी मिलेगा. आपको बता दें कि राज्य सरकार ने इसी महीने भारत सरकार के सार्वजनिक वितरण मंत्रालय को फसल साल 2022-23 के मोटे अनाज के प्रोक्यूरमेंट के लिए प्लान प्रेषित किया गया था.

भारत सरकार ने उत्तराखंड के प्रोक्यूरमेंट प्लान को स्वीकार करते हुए मोटे अनाज के 0.096 लाख मीट्रिक टन के प्रोक्यूरमेंट की अनुमति दी है. यह प्रोक्यूरमेंट भली भांति हो, इसके लिए खाद्य नागरिक आपूर्ति विभाग, मंडी परिषद, सहकारी समितियों, महिला एवं बाल विकास विभाग और शिक्षा विभाग को आपसी समन्वय से काम करने के निर्देश दिये गये हैं. इसमें जिलाधिकारियों की विशेष भूमिका रहेगी.

मंडुआ के प्रोक्यूरमेंट की यह अनुमति फसल वर्ष 2022-23 के लिए दी गई है. मंडुआ का न्यूनतम समर्थन मूल्य 3,574 रुपए प्रति क्विंटल निर्धारित है. यह राज्य सरकार द्वारा पर्वतीय क्षेत्रों के कृषकों की आमदनी बढ़ाने के लिए अभिनव प्रयास सिद्ध होगा. प्रथम चरण में राज्य के पर्वतीय क्षेत्रों में पायलेट योजना के अन्तर्गत जनपद अल्मोड़ा एवं पौड़ी के कृषकों से निर्धारित न्यूनतम समर्थन मूल्य पर मंडुआ खरीद योजना लागू की जायेगी. क्रय किये गये मंडुआ को प्रथम चरण में राज्य के मैदानी जनपद ऊधमसिंहनगर, हरिद्वार एवं देहरादून तथा नैनीताल जनपद के मैदानी क्षेत्रों में सार्वजनिक वितरण प्रणाली के अन्तर्गत वितरित किया जायेगा.

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इस योजना से उक्त जनपदों के राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना के लगभग 8 लाख परिवार लाभान्वित होगें जिनको प्रतिमाह / प्रतिकार्ड 01 किलो मंडुआ निःशुल्क वितरित किया जायेगा. राज्य के पर्वतीय जनपदों में मंडुआ का क्रय सहकारिता विभाग द्वारा जनपद अल्मोड़ा में संचालित 20 क्रय केन्द्रों एवं जनपद पौड़ी में 11 क्रय केन्द्रों पर क्रय कर खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले विभाग द्वारा इसका वितरण पात्र लाभार्थियों को सुनिश्चित किया जायेगा. प्रथम चरण में 9600 मी.टन मंडुआ क्रय किये जाने की कार्ययोजना को क्रियान्वित किया जा रहा है. इस योजना के क्रियान्वयन में सरकार पर लगभग 45.00 करोड़ व्ययभार आएगा.

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