देहरादून: विश्व प्रसिद्ध केदारनाथ धाम समुद्रतल से 3584 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है. जिसके चलते यहां दर्शन करने के लिए आने वाले श्रद्धालुओं को श्वास संबंधी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. वहीं दुर्गम स्थल पर होने से श्रद्धालुओं को समय रहते स्वास्थ सेवाएं नहीं मिल पाती हैं. जिसके चलते यात्रा के दौरान कई लोग जान भी गवां चुके हैं. ऐसे में श्रद्धालुओं को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं देने के लिए शासन ने खाका तैयार कर लिया है, जिसमें केदारनाथ के सेकेंड फेस पुनर्निर्माण के कार्यों में तेजी लाई जाएगी. जिससे स्वास्थ्य व्यवस्थायें भी दुरुस्त होंगी.
पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर ने बताया कि केदारनाथ धाम, दुर्गम स्थल पर है और वहां के कम तापमान के चलते लोगों को स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतें पैदा होती हैं. ऐसे में केदारनाथ में डॉक्टरों का होना आवश्यक है. जिसके लिए पर्यटन विभाग, प्राइवेट संस्थान और केंद्र सरकार के उपक्रम से अतरिक्त डॉक्टरों के मांग की जाती है. जिस पर ध्यान देते हुए सरकार ने यहां स्वास्थ सेवाएं देने के लिए खाका तैयार किया है. जिसके तहत यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं को तत्काल उच्च चिकित्सा सुविधा देने के लिए यहां पर हेलीकॉप्टर की व्यवस्था की गई है.
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जिससे मरीजों का रेस्क्यू करना आसान हो जाता है. साथ ही बताया कि केदारनाथ में चल रहे फेज-2 के निर्माण कार्य के लिए केंद्र सरकार के उपक्रम द्वारा 100 करोड़ रुपये दिए गए हैं. जिससे यहां पर स्वास्थ्य इंफ्रास्ट्रक्चर को विकसित किया जाएगा. ऐसे में आने वाले समय मे स्वास्थ्य सुविधाएं और बेहतर होंगी. जिसके चलते केदार घाटी की यात्रा को सुखद बनाया जाएगा.