देहरादून: शहर में बढ़ रहे अपराध को लेकर डीआईजी अरुण मोहन जोशी ने बीते दिनों 'ऑपरेशन थर्ड आई' शुरू किया था, जिसके तहत सभी थाना प्रभारियों को यह निर्देश दिए गये थे कि वो अपने-अपने क्षेत्र में ऐसे जगह चिन्हित करेंगे, जहां पर सीसीटीवी कैमरे नहीं लगे हैं, या फिर ऐसे क्षेत्र जहां पर सीसीटीवी कैमरे न लगे होने के कारण आपराधिक वारदातें होती रहती हैं. इसी क्रम में अभी तक राजधानी देहरादून में 500 स्थानों को चिन्हित कर सीसीटीवी कैमरे लगाए जा चुके हैं.
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'ऑपरेशन थर्ड आई' अभियान का उद्देश्य संवेदनशील स्थानों को चिन्हित कर वहां हाईटेक नाइट विजन सीसीटीवी कैमरे लगाना है. इतना ही नहीं, जनपद के सभी थाना चौकी क्षेत्रों में उन स्थानों को भी चिन्हित किया जा रहा है. जहां दूर-दूर तक सीसीटीवी नहीं लगे हैं. सभी थाना प्रभारियों को टास्क दिया गया है कि वह क्षेत्रीय जन प्रतिनिधियों और जनता के सहयोग से अधिक से अधिक सीसीटीवी कैमरे लगाने का काम करें.
'ऑपरेशन थर्ड आई' अभियान के लिए जनपद के सभी पुलिस प्रभारियों को 15 दिनों का समय दिया है. इस अभियान का मुख्य उद्देश्य अपराध की रोकथाम के साथ-साथ घटना करने वाले बदमाशों के अंदर खौफ पैदा करना है.
डीआईजी अरुण मोहन जोशी की मानें तो 'ऑपरेशन थर्ड आई' के पूरे होने से पहले एक मॉक ड्रिल की जाएगी, जिसके जरिए यह देखने का प्रयास किया जाएगा कि कहां-कहां पर सीसीटीवी कैमरे बेहतर स्थिति में काम कर रहे हैं. वहीं, सभी थानों में चार सीसीटीवी कैमरे लगे होने के सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर डीआईजी अरुण मोहन जोशी ने जानकारी देते हुए बताया कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा दिये गए आदेश का पालन किया जाएगा और इसके लिए एसपी क्राइम को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है.