देहरादून: उद्योगपति सुधीर विंडलास पर अब सीबीआई ने कानूनी शिकंजा कसना शुरू कर दिया है. पहले ही सीबीआई 21 दिसंबर 2023 को सुधीर विंडलास और उनके कुछ साथियों की गिरफ्तारी कर चुकी है. यह पूरा मामला साल 2022 में सामने आया था. जब सुधीर विंडलास के खिलाफ राजपुर क्षेत्र में एक जमीन पर अवैध रूप से कब्जा किए जाने की शिकायत की गई थी. प्रकरण पर साल 2022 में ही मुकदमा दर्ज कर लिया गया था. मामले की शिकायत संजय सिंह चौधरी की तरफ से की गई थी. उन्हीं की तरफ से राजपुर थाने में दो मुकदमे दर्ज करवाए गए थे. सीबीआई ने इन्हीं दोनों मुकदमों को लेकर चार्जशीट कोर्ट में दाखिल की है.
इससे पहले साल 2023 की शुरुआत में राज्य सरकार ने जमीनों की धोखाधड़ी और जलसाजी के इन मामलों की सीबीआई जांच करने की संस्तुति की थी. राज्य सरकार की संस्तुति के बाद सीबीआई ने इस प्रकरण पर मुकदमे दर्ज किए थे. इसके बाद से ही सीबीआई इन मामलों की जांच में जुड़ गई थी. इसको लेकर सुधीर विंडलास और उनके करीबियों के ठिकानों पर भी सीबीआई ने छापेमारी की थी.
जांच के तमाम पहलुओं के आधार पर सीबीआई ने सुधीर विंडलास समेत उनके तीन साथियों की गिरफ्तारी की. उधर सीबीआई ने इन सभी से पूछताछ की है. अब सीबीआई की स्पेशल कोर्ट में चार्जसीट भी दाखिल कर दी है. इस तरह आरोप पत्र पर कोर्ट में सीबीआई और आरोपी पक्ष दोनों ही अपना अपना पक्ष रखेंगे.
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उद्योगपति सुधीर विंडलास काफी लंबे समय से जमीनों में फर्जीवाड़े को लेकर चर्चाओं में हैं. इन मामलों में पुलिस भी अपने स्तर पर पहले जांच कर रही थी. शिकायतकर्ता की तरफ से उक्त जांच पर असंतोष जाहिर किया गया. जिसके बाद सरकार ने इस पूरे प्रकरण की जांच सीबीआई को सौंपी थी.