डोईवाला: कोर्ट के आदेश पर नगर कोतवाली में सोना मणप्पुरम फाइनेंस लिमिटेड के 5 कर्मचारियोंं के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. आरोप है कि मणप्पुरम फाइनेंस कंपनी से सोना के बदले लोन लेने वाले दंपति ने सभी किस्तों का भुगतान कर दिया था. बावजूद इसके कंपनी ने सोना नहीं लौटाया. वहीं, तहरीर के आधार पर पुलिस मामले की छानबीन कर रही है.
मामले में पंडितवाड़ी निवासी अनिल तिवारी और उनकी पत्नी श्वेता तिवारी ने कोर्ट में शिकायत दर्ज कराई थी कि साल 2016 में चकराता रोड स्थित मणप्पुरम फाइनेंस लिमिटेड की शाखा में 5 किलोग्राम सोना के बदले उन्होंने कारोबार के लिए एक करोड़ 65 लाख रुपए का लोन लिया था. उनके द्वारा लोन की किस्तें अदा की जा रही थीं. इसी दौरान दिसंबर 2019 को उन्हें कुछ सोने की आवश्यकता हुई तो दंपति शाखा में गए. उस समय शाखा प्रबंधक कुलविंदर सिंह और सहायक प्रबंधक निशा नेगी थे. दंपति को शाखा में से 531.7 ग्राम सोना लेना था, जिसके लिए 14 लाख रुपए जमा किए गए थे.
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20 दिसंबर को क्षेत्रीय प्रबंधक चंडीगढ़ रेंज मंजुला रेड्डी, क्षेत्रीय हेड ऑडिटर मनिकदम और आईटी सेल अधिकारी रवि कुमार ने सभी औपचारिकता पूरी कर लीं. अगले दिन दंपति शाखा में पहुंचे तो शाखा प्रबंधक द्वारा बताया गया कि लॉकर से सोना गायब हो गया है, जबकि उन्होंने हेड ऑफिस को फोन किया कि उन्होंने दंपति को सोना दे दिया है.
नगर कोतवाली प्रभारी एसएस नेगी ने बताया कि कोर्ट के आदेश के बाद अनिल तिवारी और उनकी पत्नी श्वेता तिवारी की तहरीर के आधार पर फाइनेंस कंपनी के 5 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है. हालांकि, पहले मणप्पुरम फाइनेंस लिमिटेड की सहायक प्रबंधक ने दंपति के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया था.