देहरादून: उत्तराखंड पुलिस रैंकर्स परीक्षा सहित Uksssc की 5 परीक्षाओं के परिणाम निरस्त (Government canceled five examinations of Uksssc) करने के बाद अब पुलिस रैंकर परीक्षा अभ्यर्थियों (Police Ranker Exam Candidate) का गुस्सा सातवें आसमान पर है. इसी नाराजगी को लेकर शासनादेश के एक दिन बाद लगभग दो दर्जन रैंकर्स अभ्यर्थी मुख्यमंत्री सहित अधिकारियों के आवास पर न्याय की गुहार लगाने पहुंचे. अभी तक उन्हें कोई सकारात्मक आश्वासन नहीं मिला है. रैंकर्स परीक्षार्थियों के मुताबिक जब सभी तरह की औपचारिकताएं पूरी होने के साथ नियुक्ति की प्रक्रिया अंतिम पड़ाव पर है तो ऐसे में पुलिस रैंकर भर्ती को निरस्त करने का क्या औचित्य है.
इसी परीक्षा के समान ही 746 पदों पर आयोजित कनिष्ठ सहायक की भर्ती परीक्षा का भी लिखित परीक्षा परिणाम जारी हो चुका है. टंकण परीक्षा के बाद अंतिम परिणाम जारी नहीं हुआ है. उसे इस निरस्त की प्रक्रिया में शामिल नहीं किया गया है.
बता दें उत्तराखंड में 5 परीक्षाएं निरस्त की गयी हैं. उनमें 4 परीक्षाएं ऐसी हैं जिनमे केवल लिखित परीक्षा आयोजित की गयी है. जबकि उपनिरीक्षक/हेड कांस्टेबल परीक्षा का लिखित परिणाम अप्रैल 2021 में जारी हो चुका है. जिसमें से हेड कांस्टेबल का प्रशिक्षण भी पूर्ण हो चुका है. उपनिरीक्षक की लिखित परीक्षा परिणाम के बाद शारीरिक परीक्षा एवं चरित्र पंजिका के मुल्यांकन की कार्यवाही भी पूर्ण हो चुकी है. जिसमें अब केवल प्रवीणता जारी होनी थी.
मगर इस मामलें में भी उच्च न्यायालय द्वारा 2 सितंबर 2021 को प्रवीणता सूची जारी करने पर रोक लगा दी थी. केस में सुनवाई के बाद 11 जुलाई 2022 को हाईकोर्ट ने इस पर से रोक हटा दी. अब इसमें केवल प्रवीणता सूची जारी होनी थी. मगर शासन ने एक दिन पहले ही पुलिस रैंकर्स परीक्षा परिणाम निरस्त कर दिए.
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पुलिस रैंकर अभ्यर्थियों की नाराजगी इस बात पर है कि जिन परीक्षाओं लिए सिर्फ आवेदन आमंत्रित हुए है उन्हें पुनः UKPSC कैसे कराएगा? जिनकी लिखित परीक्षा हो चुकी है, किन्तु लिखित परिणाम का परिणाम नहीं हुआ उन्हें भी UKPSC पुनः क्यों कराएगा?.