विकासनगर: पछवादून क्षेत्र में कई ऐसे परिवार हैं जिनकी आजीविका फोटोग्राफी से चला करती थी. वहीं कोरोनाकाल में लगे लॉकडाउन के चलते वे पिछले 6 माह से आर्थिक समस्याओं से जूझ रहे हैं. जिससे उनकी माली हालत दिनों-दिन खराब होती जा रही है. उन्होंने अब सरकार से मदद की गुहार लगाई है.
जहां अनलॉक-4 में लगभग सभी दुकानें और व्यापारिक प्रतिष्ठान संचालित हो रहे हैं. ऐसे में फोटोग्राफी का व्यवसाय कोरोनाकाल में सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है. फोटोग्राफी के लिए कई दुकानदारों ने बैंकों से ऋण लेकर महंगे-महंगे स्टील फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी के कैमरे खरीदे हुए हैं. लेकिन पिछले 6 माह से फोटोग्राफी से जुड़े संचालक इन दिनों आर्थिक समस्याओं से जूझ रहे हैं.
कोरोना संक्रमण के चलते सामाजिक समारोह, शादी विवाह और जन्मदिन पार्टियों जहां ठप पड़ी है. वहीं, बैंक के ऋण की किश्त भरना इनके लिए मुश्किल हो गया है . जो कैमरा उनके लिए कभी रोजी-रोटी का साधन थे वहीं अब बोझ बन गए हैं. वहीं, कोरोना ने वर्तमान परिस्थितियों में फोटोग्राफी के कारोबार पर पानी फेर दिया. ऐसे में इस पेशे से जुड़े युवा काफी मायूस और परेशान नजर आ रहे हैं. साथ ही आर्थिक समस्याओं से जूझ रहे हैं.
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पछवादून विकासनगर के फोटोग्राफी संचालक हरीश रावत का कहना है कि पिछले 5-6 महीने से लॉकडाउन में कोरोना के चलते काफी आर्थिक नुकसान हुआ है. उन्होंने कहा कि व्यवसाय शादी विवाह समारोह से जुड़ा हुआ है. ऐसे में शादी विवाह और अन्य कार्यक्रम ठप पड़े हैं और व्यवसाय प्रभावित होने से इसका असर परिवार पर पड़ने लगा है. बैंक से ऋण लेकर महंगे कैमरे खरीदे गए हैं और कोरोनाकाल में उनकी किश्त तक नहीं निकल रही है.