देहरादूनः उत्तराखंड में चारधाम और हेमकुंड साहिब की यात्रा चल रही है. चारधाम में आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या ने रिकॉर्ड तोड़ते हुए महज 23 दिनों में 10 लाख का आंकड़ा पार कर लिया है, लेकिन चारधाम में आ रहे श्रद्धालुओं को तमाम दिक्कतों का भी सामना करना पड़ रहा है. जिसे देखते हुए कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने संबंधित विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक की.
कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल का कहना है कि केदारनाथ में मौसम खुलने के बाद अब यात्रा कुछ पटरी पर आ रही है. उन्होंने केदारनाथ यात्रा में एक ही बैच में बड़ी संख्या में यात्रियों के जमावड़े के वायरल हुए वीडियो का जिक्र करते हुए कहा कि ये खतरनाक है. प्रशासन देखें कि एक साथ इतनी बड़ी संख्या में यात्री इकट्ठा न हों, उनको जगह जगह रोक कर क्राउड मैनेज किया जाए. जिससे व्यवस्था बनी रहे.
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संसदीय कार्य मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने भी माना कि यात्रा का ओवरलोड, पार्किंग, होटल के फुल होने के चलते यात्रियों को परेशानी हो रही है. इस मसले पर सरकार विचार कर रही है. उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में तीर्थयात्रियों की संख्या और बढ़ेगी. यात्रा मार्गों पर ट्रैफिक का दबाव बहुत ज्यादा है. ऐसे में व्यवस्थाओं को अधिक बेहतर बनाने के प्रयास किए जा रहे हैं. अब तक चारधाम यात्रा पर आए 82 श्रद्धालुओं की मौत (Pilgrims Death in Uttarakhand) हो चुकी है. ऐसे में लोगों से अपील की जा रही है कि जिन लोगों का स्वास्थ्य ठीक नहीं है, वो यात्रा पर न आएं.
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वहीं, आगामी 30 मई को सोमवती अमावस्या 2022 है. जिस पर हरिद्वार जिलाधिकारी विनय शंकर पांडेय ने चिंता व्यक्त की. उन्होंने कहा है कि दो साल पहले हरिद्वार में 70 लाख लोग आए थे, इस साल चारधाम यात्रा का भी खासा दबाव है. बैठक में गैरसैंण बजट सत्र को लेकर भी चर्चा हुई. डीआईजी गढ़वाल केएस नगन्याल (DIG Garhwal KS Nagnyal) ने चारधाम में भीड़ और पुलिस मैनेजमेंट के मद्देनजर सुझाव दिया कि 15 जून के बाद विधानसभा सत्र बुलाया जाए.