ऋषिकेश: प्रदेश में अधिकारियों की सुस्त चाल विकास कार्यों को प्रभावित कर रही है. इसकी बानगी ऋषिकेश में देखने को मिली. कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने जब आधे अधूरे पड़े नाला निर्माण और सड़क चौड़ीकरण के काम में लापरवाही देखी तो अधिकारी को मौके पर ही जमकर फटकार लगाई. इस दौरान प्रेमचंद अग्रवाल काफी गुस्से में दिखाई दिए और अधिकारी बगलें झांकते हुए दिखाई दिया. सवाल पूछने पर अधिकारियों के चेहरे से हवाइयां उड़ती हुई देखी गईं.
अधूरे कार्य पर भड़के मंत्री: गौर हो कि कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल एनएच (नेशनल हाईवे) के अधिकारियों की लापरवाही पर बेहद खफा हैं. उन्होंने कोयल घाटी से चंद्रभागा पुल तक अधूरे पड़े नाला निर्माण और सड़क चौड़ीकरण के काम में लापरवाही बरतने पर नाराजगी जताते हुए अधिकारियों को मौके पर तलब कर लिया. इस दौरान कैबिनेट मंत्री ने अधिकारियों को जमकर फटकार लगाई. तीन दिन में बंद पड़े काम को शुरू करने के बाद 31 मार्च तक निर्माण कार्य पूरा करने के निर्देश दिए. समय सीमा के बाद मंत्री ने अधिकारियों को कार्रवाई करने की चेतावनी दी है.
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मौके पर लगाई फटकार: बीते दिन प्रेमचंद अग्रवाल हरिद्वार रोड स्थित पुरानी चुंगी के पास पहुंचे. उन्होंने एनएच के अधिकारियों को मौके पर बुलाया. इस दौरान कैबिनेट मंत्री ने कोयल घाटी से चंद्रभागा पुल के बीच अधूरे पड़े नाला निर्माण और सड़क चौड़ीकरण के बारे में अधिकारियों से सवाल जवाब किए. संतोषजनक उत्तर नहीं मिलने पर कैबिनेट मंत्री भड़क गए. उन्होंने अधिकारियों को आड़े हाथ लेते हुए जमकर खरी-खोटी सुनाते हुए फटकार लगानी शुरू कर दी. जनता के बीच में सवालों के जवाब मांगने शुरू किए तो अधिकारियों के चेहरे से हवाइयां उड़ती हुई देखी गई.
कैबिनेट मंत्री ने क्या कहा: कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने बताया कि अधिकारियों और ठेकेदार की लापरवाही का खामियाजा जनता को भुगतना पड़ रहा है. बारिश होने के बाद पुरानी चुंगी से लेकर कोयल घाटी तक पानी की निकासी नहीं होने पर नदी जैसे हालात बन जाते हैं. जनता लगातार सरकार को अपना सहयोग दे रही है. मगर अधिकारियों की यह लापरवाही बर्दाश्त करने वाली नहीं है. इसलिए उन्होंने अधिकारियों को नाला निर्माण और सड़क चौड़ीकरण का काम 3 दिन में शुरू कर 31 मार्च तक फाइनल करने के निर्देश दिए हैं. ठेकेदार पर कार्रवाई करने के लिए भी अधिकारियों को निर्देशित किया है. कैबिनेट मंत्री ने बताया कि समय सीमा के बाद निर्माण कार्य में लापरवाही पर अधूरापन दिखाई देने पर अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
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जानिए अधिकारी क्या दे रहे दलील: एनएच के अधिशासी अभियंता प्रवीण कुमार ने बताया कि 3 महीने पहले ही उनकी डोईवाला डिवीजन में तैनाती हुई है. मामला उनके संज्ञान में है. मंत्री के निर्देशों का जल्द ही पालन कराया जाएगा. उन्होंने माना कि ठेकेदार ने नाला निर्माण सड़क चौड़ीकरण के कार्य में लापरवाही की. लेकिन इसके लिए पूर्ण रूप से ठेकेदार को जिम्मेदार ठहराना भी गलत है. क्योंकि अतिक्रमण होने की वजह से नाला निर्माण और सड़क चौड़ीकरण का कार्य प्रभावित हुआ है.
समय से कराया जाएगा कार्य: इसलिए उन्होंने कोयल घाटी से चंद्रभागा पुल तक 46 अतिक्रमणकारियों को 9 फरवरी तक अतिक्रमण हटाने के नोटिस जारी किए हैं. समय सीमा के बाद पुलिस और प्रशासन के सहयोग से अतिक्रमण को हटा कर निर्माण कार्य को पूरा कराया जाएगा. उन्होंने बताया कि 1725 मीटर की फोरलेन सड़क कोयल घाटी से चंद्रभागा पुल तक बनाई जानी है. इसके अलावा इंटरलॉकिंग टाइल्स का काम भी साथ में किया जाएगा.