देहरादून: कांग्रेस के आरोपों पर उत्तराखंड सरकार में कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने ईटीवी भारत के साथ बातचीत करते हुए सफाई दी है. जोशी ने कहा है कि कांग्रेसी आरोप लगाती रहे. वह अपने क्षेत्र और पूरे उत्तराखंड में इस महामारी के दौरान लोगों को बचाने की कोशिश कर रहे हैं.
हालांकि गणेश जोशी फोन पर बातचीत करते हुए कई बार अपनी बात से ही पलटते नजर आए. कभी उन्होंने कोरोना मरीजों को लेकर के इस दौरे का हवाला दिया, तो कभी पार्टी की कोई गोपनीय बैठक इस हवाई यात्रा की वजह बताई.
हेली यात्रा से घिर गए हैं गणेश जोशी
गणेश जोशी ने कहा कि उन्होंने मंत्री बनने के बाद गोपनीयता की शपथ ली है. लिहाजा ऐसे कई कारण हो सकते हैं कि वह किस बैठक में गए थे. किस बात को लेकर बैठक थी, इसको वह सार्वजनिक करें. उनसे जब पूछा गया कि क्या कोई और माध्यम नहीं था पिथौरागढ़ जाने का. सरकारी चार्टर्ड प्लेन ही क्यों इस्तेमाल किया गया. इस पर गणेश जोशी ने कहा कि इस बात का जवाब उन्हें किसी को नहीं देना. क्योंकि वहां पर जो बैठक होनी थी वह बेहद गोपनीय बैठक और महत्वपूर्ण बैठक होनी थी.
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आधिकारिक रूप से नहीं थी कोई बैठक
जब उनसे पूछा गया कि यह बैठक किसके साथ थी. उन्होंने कहा कि बिशन सिंह चुफाल के साथ ही यह बैठक थी. लेकिन हमारी जानकारी के अनुसार गणेश जोशी और चुफाल की कोई अधिकारिक रूप से या किसी अधिकारी के साथ कोई बैठक होनी थी, इस बात का अभी तक कोई भी प्रमाण नहीं मिला है.
ये था मामला
कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए कुछ दिन पहले ही सीएम तीरथ रावत ने सभी मंत्रियों को अलग-अलग जिले का प्रभारी बनाया था. कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी को देहरादून जिले की जिम्मेदारी सौंपी गई थी. गणेश जोशी सरकारी हेलीकॉप्टर से पिथौरागढ़ और चंपावत के दौरे पर गए थे.
कांग्रेस क्यों भड़की ?
गणेश जोशी के इसी दौरे पर कांग्रेस भड़की हुई है. कांग्रेस ने गणेश जोशी के पिथौरागढ़ और चंपावत दौरे पर आपत्ति जताते हुए इसे सरकारी संसाधनों का दुरुपयोग बताया है. कांग्रेस ने कहा कि गणेश जोशी को स्पष्ट करना चाहिए कि वह सरकारी हेलीकॉप्टर से चंपावत और पिथौरागढ़ किसी सरकारी परियोजन के लिए गए थे, या फिर पिकनिक मनाने गए थे. उनके कार्यक्रम में किसी सरकारी मीटिंग का कोई जिक्र नहीं है. ऐसे में उन्हें स्थिति साफ करनी चाहिए कि वो सरकारी हेलीकॉप्टर से निजी दौरे पर गए या सैर सपाटा करने गए हैं.